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क्या स्ट्रेस के कारण बवासीर का जोखिम बढ़ सकता है? डॉक्टर से जानें

आज के समय में करियर और काम के बढ़ते घंटों के चलते लोगों को तनाव और अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। स्ट्रेस की वजह से पाचन क्रिया भी प्रभावित हो सकती है। इस लेख में आगे जानते हैं कि क्या स्ट्रेस के कारण व्यक्ति को बवासीर का जोखिम बढ़ सकता है।
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क्या स्ट्रेस के कारण बवासीर का जोखिम बढ़ सकता है? डॉक्टर से जानें


Can Stress Increase The Risk Of Hemorrhoids In Hindi: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव एक आम समस्या बन चुकी है। यह मानसिक स्वास्थ्य ही नहीं, बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य पर भी गहरा असर डालता है। लगातार मानसिक तनाव, नींद की कमी और खानपान की गलत आदतें सभी एक साथ मिलकर आपकी पाचन क्रिया को प्रभावित कर सकती हैं। यदि, किसी व्यक्ति को लंबे समय तक स्ट्रेस रहता है तो ऐसे में उसको कब्ज आदि की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। कब्ज के कारण व्यक्ति को रोजाना के काम मे फोकस करने में परेशानी होती है। साथ ही, यह समस्या ज्यादा समय तक बनी रहे तो यह बवासीर का कारण भी बन सकती है। इस लेख में धर्मशिला नारायणा अस्पताल के गैस्ट्रोएंटरोलॉजी सीनियर कंसलटेंट डॉ महेश गुप्ता से जानते हैं कि क्या स्ट्रेस के कारण बवासीर की जोखिम बढ़ (Does Stress Cause Hemorrhoids?) सकता है?

तनाव और बवासीर के बीच क्या संबंध है? - Connection Between stress And Hemorrhoids In Hindi

एनसीबीआई के अनुसार सीधे तौर पर देखा जाए तो तनाव और बवासीर का कोई स्पष्ट शारीरिक संबंध नहीं लगता, लेकिन आधुनिक चिकित्सा और रिसर्च से पता चलता है कि तनाव अप्रत्यक्ष रूप से बवासीर के जोखिम को बढ़ा सकता है। आगे जानते है इन दोनों के बीच का कनेक्शन।

तनाव से पाचन तंत्र प्रभावित करता है

जब व्यक्ति तनाव में होता है, तो शरीर का डाइजेस्टिव सिस्टम असंतुलित हो जाता है। यह कब्ज, गैस, अपच जैसी समस्याओं को जन्म देता है और कब्ज ही बवासीर का सबसे बड़ा कारण है। तनाव होने पर व्यक्ति अक्सर डाइट पर ध्यान नहीं दे पाते हैं। इसके अलावा, पर्याप्त पानी न पीना और शारीरिक गतिविधियों में भी कमी आना भी इसकी वजह हो सकती है।

Can stress increase the risk of hemorrhoids in

तनाव और हार्मोनल बदलाव

तनाव की स्थिति में शरीर में कॉर्टिसोल नामक स्ट्रेस हार्मोन बढ़ जाता है। इसका अत्यधिक स्तर शरीर की सूजन बढ़ा सकता है और ब्लड फ्लो को प्रभावित कर सकता है, जिससे गुदा क्षेत्र (मल त्याग करने का स्थान) में नसों पर दबाव पड़ता है।

तनाव और मल त्याग की आदतें

तनाव में कुछ लोग बार-बार टॉयलेट जाते हैं, तो कुछ मल को रोककर रखते हैं। इस प्रकार की अनियमितता मलत्याग की प्रक्रिया को प्रभावित करती है, जिससे मल कठोर होता है और बवासीर की संभावना बनती है।

तनाव के कारण दवाओं का उपयोग

कई लोग तनाव कम करने के लिए नींद की गोलियां या एंटी-डिप्रेशन दवाएं लेते हैं। इनका साइड इफेक्ट कब्ज हो सकता है, जो लंबे समय के बाद बवासीर की वजह बनता है।

मल त्याग की आदतों में बदलाव या बवासीर के लक्षण - Symptoms Of Hemorrhoids in Hindi

  • मल त्याग करते समय रक्त आना
  • बार-बार मल त्याग की इच्छा लेकिन पूरी तरह खाली न होना
  • गुदा क्षेत्र में जलन या खुजली
  • गुदा के पास सूजी हुई गांठ
  • बैठने में असुविधा, आदि।

बवासीर के बचाव के उपाय - Prevention Tips Of Hemorrhoids In Hindi

यदि आप तनाव से जुड़ी बवासीर से बचना चाहते हैं, तो आप आगे बताए उपयों को अपना सकते हैं।

  • तनाव को कम करने के लिए आप योग और प्राणायाम कर सकते है।
  • फाइबर युक्त आहार लें। रोजाना फल, सब्जियां, साबुत अनाज, दलिया और सलाद का सेवन करें।
  • दिनभर में कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं।
  • रोजाना कम से कम 30 मिनट चलना या हल्का व्यायाम करना जरूरी है।
  • मल त्याग को न रोकें।
  • मल त्याग करते समय जोर न लगाएं।
  • लंबे समय तक टॉयलेट पर न बैठें।

कब डॉक्टर से मिलें?

यदि आपकी बवासीर लगातार बनी रहती है या खून अधिक मात्रा में आ रहा है, तो डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक होता है। घरेलू उपाय केवल लक्षणों को कम कर सकते हैं।

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Can Stress Increase The Risk Of Hemorrhoids In Hindi: भले ही तनाव सीधे बवासीर का कारण न हो, लेकिन यह कई ऐसे आवश्यक कारणों को जन्म देता है जो बवासीर की स्थिति को बढ़ा सकते हैं। इसलिए यह कहा जा सकता है कि तनाव अप्रत्यक्ष रूप से बवासीर का एक महत्वपूर्ण जोखिम कारक है। मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को संतुलित रखकर न केवल तनाव को नियंत्रित किया जा सकता है, बल्कि बवासीर जैसे रोग से भी बचाव किया जा सकता है।

FAQ

  • बवासीर होने के क्या कारण हैं?

    बवासीर (पाइल्स) होने के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें मुख्य रूप से कब्ज, मल त्याग करते समय जोर लगाना, लंबे समय तक बैठे रहना, और गर्भावस्था शामिल हैं।
  • बवासीर में जलन को कम करने के क्या उपाय हैं?

    बवासीर (पाइल्स) में जलन से राहत पाने के लिए, आप कुछ घरेलू उपाय आजमा सकते हैं। गर्म पानी से स्नान (सिट्ज़ बाथ), फाइबर युक्त आहार, और ओवर-द-काउंटर दवाएं मददगार हो सकती हैं। 
  • मलद्वार में खुजली और जलन हो तो क्या करें?

    मलद्वार में खुजली और जलन होना एक आम समस्या है, जिसके कई कारण हो सकते हैं। इससे राहत पाने के लिए आप हल्के गुनगुने पानी में बैठना शुरू करें। इससे मल द्वार की सूजन और जलन कम होती है। इसके अलावा, ज्यादा जलन होने पर आप डॉक्टर से संपर्क करें।

 

 

 

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