क्या आपको भी सोते समय डर महसूस होता है? ऐसा लगता है मानों किसी के चलने की आहट आ रही हो या कोई परछाई या साया दिखता हो, तो यह स्लीप पैरालिसिस हो सकता है। सोते समय इस तरह का बेवजह लगने वाला डर और खौफ महसूस होने का मतलब है कि आप स्लीप पैरालिसिस से पीडि़त हैं। ऐसे में आपके साथ कई ऐसी घटनाएं हो सकती हैं, जो आपको सच लगती हैं, मगर होती नहीं हैं। जैसे कोई आपका गला दबा रहा हो, आप उठने की कोशिश कर रहे हों, लेकिन उठ या हिल नहीं पर रहे हैं और चिल्लाने की कोशिश कर रहें हैं, लेकिन आपकी आवाज नहीं आ रही है। यह एक ऐसी समस्या है, जिससे आप अकेले नहीं, बल्कि कई लोग पीडि़त हैं। लेकिन शायद आपको मालूम न हो कि ध्यान यानि मेडिटेशन रिलेक्सेशन थेरेपी आपको इस समस्या से निपटने में मदद कर सकती है। आइए यहां आप स्लीप पैरालिसिस और इससे कैसे निपटें, इस बारे में विस्तार से जानें।
स्लीप पैरालिसिस क्या है?
स्लीप पैरालिसिस एक ऐसी अवस्था है, जिसमें शरीर के कंकाल की मांसपेशियां, जो सोने की प्रक्रिया में शामिल होती हैं, लकवा मार जाती हैं। व्यक्ति शारीरिक रूप से असमर्थ होता है, लेकिन मानसिक रूप से जागृत होता है। ऐसे में वह अजीब अलौकिक गतिविधियों का अनुभव करता है, जिसमें अधिकतर भूतिया या डरावनी चीजें महसूस करना शामिल है।
हालांकि यह स्लीप पैरालिसिस से पीडि़त व्यक्ति के लिए काफी डरावना और भयानक अनुभव होता है। स्लीप पैरालिसिस के पीछे, स्लीप एपनिया, नींद न आना, पोस्ट-ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर आदि कारण हो सकते हैं। भले ही इस समस्या की कोई दवा नहीं है, लेकिन आप इस स्थिति से मेडिटेशन थेरेपी की मदद से निपट सकते हैं। जी हां, हाल में हुए न्यूरोलॉजी में जर्नल फ्रंटियर्स में प्रकाशित एक शोध का मानना है कि मेडिटेशन रिलेक्सेशन थेरेपी स्लीप पैरालिसिस का संभावित इलाज हो सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि ध्यान मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के लिए सबसे अच्छे उपचारों में से एक है।
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स्लीप पैरालिसिस से निपटने में मददगार है मेडिटेशन रिलेक्सेशन थेरेपी
हाल में हुआ यह नया शोध मनोचिकित्सा विभाग, कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय द्वारा बायोमेडिकल एंड न्यूरोमोटर साइंसेज विभाग, यूनिवर्सिटी ऑफ बोलोग्ना, इटली के सहयोग से किया गया था। इसमें शोधकर्ताओं ने 10 नार्कोलेप्सी रोगियों का अध्ययन किया, जो स्लीप पैरालिसिस का सामना करते थे। इस अध्ययन में टीम ने लोगों को कुछ प्रकार की रिलेक्सेशन थेरेपी करने को कहा, जिसमें:
मसल रिलैक्सेशन थेरेपी: इसमें मांसपेशियों को आराम दें और कोई हलचल न करें। इसके अलावा, उनकी सांस को नियंत्रित करने से बचें।
इमोशनल और साइकोलॉजिकल डिटेंसिंग: खुद को आश्वस्त करना कि यह सिर्फ एक भ्रम की स्थिति है और गुजर जाएगा। डर की कोई बात नहीं।
फोकस्ड इनवर्ड मेडिटेशन: सकारात्मक विचारों और लोगों को नकारात्मक विचारों को दूर करने के लिए ध्यान केंद्रित करना आदि शामिल था।
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अध्ययन के परिणाम
अध्ययन के शोधकर्ताओं डॉ. बालंद जलाल ने कहा है, "हालांकि हमारे अध्ययन में केवल थोड़ी संख्या में रोगी शामिल थे, लेकिन हम इसकी सफलता के प्रति आशान्वित हो सकते हैं"। उन्होंने आगे कहा, "मेडिटेशन रिलेक्सेशन थेरेपी से रोगियों को स्लीप पैरालिसिस का अनुभव करने की संख्या में एक गिरावट आई है।
मेडिटेशन रिलेक्सेशन थेरेपी आपको स्लीप पैरालिसिस से निपटने के साथ-साथ समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मददगार हो सकती है। मेडिटेशन रिलेक्सेशन थेरेपी से आप आरामदायक महसूस करेंगे, आपका मन शांत होगा और तनाव कम होगा।
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