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Causes Of Decreased Appetite: भूख कम-ज्यादा होना कोई हैरानी की बात नहीं है। ऐसा अक्सर होता है कि मूड सही न हो, तो भूख नहीं लगती है। कभी-कभी सिरदर्द या कोई अन्य छोटी-मोटी समस्या हो, तब भी भूख में कमी आ जाती है। वहीं, अगर मूड अच्छा हो, तो भूख बढ़ जाती है। यहां तक कि अगर खाना स्वादिष्ट बना हो, तो लोग ओवर ईटिंग भी कर लेते हैं। बहरहाल, क्या आप जानते हैं कि भूख कम लगना कई बार किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है? जी, हां! यह सच है। इसलिए, अगर आपको अक्सर भूख कम लगती है, तो इस ओर ध्यान दें। किन बीमारियों में ऐसा हो सकता है, जानने के लिए हमने नोएडा सेक्टर 71 स्थित कैलाश अस्पताल में Sr Consultant Internal Medicine डॉ. प्रभात कुमार से बात की।
किन बीमारियों में भूख कम लगती है?- Medical Conditions That Decrease Appetite
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क्रॉनिक ऑर्गन डिजीज
हार्ट फेलियर, लिवर डिजीज, किडनी से जुड़ी बीमारी। ये ऐसी गंभीर बीमारियां हैं, जिसका नेगेटिव असर व्यक्ति की भूख पर पड़ता है। असल में, इस तरह की गंभीर बीमारियां शरीर के सभी फंक्शन पर नेगेटिव असर डालती हैं। शरीर में सिस्टेमिक इंफ्लेमेशन बढ़ता है, टॉक्सिंस और मेटाबॉलिक वेस्ट में भी इजाफा होता है। यहां तक कि भूख रेगुलेट करने वाले हार्मोंस भी इफेक्टेड होते हैं।
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गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल डिसऑर्डर
इसमें कई तरह की परेशानियां शामिल होती हैं, जैसे इरिटेबल बाउल सिंड्रोम, सिलिएक डिजीज, पेप्टिक अल्सर और इंफ्लेमेटरी बाउल सिंड्रोम आदि। ये सभी ऐसी बीमारियां भूख में कमी कर देती हैं। इस तरह की स्थिति में व्यक्ति का कुछ खाने का मन नहीं करता है। हालांकि, उन्हें ऐसी कंडीशन में अच्छी डाइट फॉलो करनी चाहिए, ताकि उनकी इम्यूनिटी स्ट्रॉन्ग हो सके और बीमारी से रिकवरी में मदद मिले।
मेंटल हेल्थ कंडीशन
डिप्रेशन, एंग्जाइटी या उदासी जैसी कुछ मेंटल हेल्थ कंडीशन भी भूख को प्रभावित करती है। असल में, जब कोई लंबे समय से उदास रहता है या मन खराब होता है, तो इसकी वजह से हार्मोनल इंबैलेंस होने लगता है। इसकी वजह से बॉडी का मैकेनिज्म प्रभावित होता है, जो कि भूख के रेगुलेशन पर भी नेगेटिव असर डालता है।
ईटिंग डिसऑर्डर

वैसे तो यह भी एक मेंटल हेल्थ कंडीशन है। इसमें कई तरह की समस्याएं शामिल हैं, जैसे एनोरेक्सिया नर्वोसा। इस तरह की कंडीशन में लोग खाना से बचने लगते हैं। उन्हें लगता है कि जरा सा खाते ही उनका वजन बढ़ जाएगा, जिससे वे अट्रैक्टिव नहीं रहेंगे। ये डर मरीज के मन में इतना ज्यादा बढ़ जाता है कि वह धीरे-धीरे अपनी डाइट को कम कर देता है। इसी वजह से उनकी भूख भी एक समय बाद अपने आप कम हो जाती है। इस तरह की कंडीशन में मरीज को डॉक्टर के पास जाने में देरी नहीं करनी चाहिए।
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भूख न लगने पर क्या करें
- भूख न लगना सही नहीं है। अगर किसी बीमारी की वजह से है, तो बेहतर है कि अपना इलाज करवाएं।
- एक साथ हैवी मील लेना संभव न हो, तो आप दिन भर में छोटे-छोटे मील ले सकते हैं।
- अपनी डाइट में न्यूट्रिएंट्स को जरूर शामिल करें। कम खाने की वजह से शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो सकती है।
- अपनी डाइट में जूस, मिल्क शेक, स्मूदीज जैसी चीजें भी शामिल करें। इनकी मदद से आपको प्रोटीन, फाइबर जैसी पोषक तत्व मिलते हैं।
- अपनी डाइट में स्नैक्स भी शामिल करें। स्नैक्स के तौर पर हेल्दी चीजें लें, जैसे दही, चीज, फल आदि।
निष्कर्ष
कभी-कभी भूख न लगना पूरी तरह नॉर्मल होता है। हां, अगर लंबे समय तक आपके साथ यह कंडीशन हो रही है, तो इसे हल्के में न लें। इस तरह की स्थिति आप अपने शरीर में नजर आ रहे अन्य लक्षणों पर गौर करें। साथ ही, तुरंत डॉक्टर के पास जाएं और अपनी समस्या बताएं। एक्सपर्ट्स आपकी कंडीशन को देखते हुए सही ट्रीटमेंट देंगे, जिससे आपकी भूख बढ़ने में मदद मिलेगी।
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FAQ
- किसी व्यक्ति की भूख कम होने का क्या कारण है?भूख कम होने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे बढ़ती उम्र या कोई गंभीर बीमारी। कभी-कभी सर्दी-जुकाम या खांसी और हल्के बुखार में भी व्यक्ति की भूख प्रभावित होती है।
- शरीर में खाना न लगने के क्या कारण हैं?अगर कोई व्यक्ति लंबे समय से तनाव या चिंता से ग्रस्त है, तो इस स्थिति में व्यक्ति को भूख कम लगती है और वह जो खाता है, उसका पर्याप्त पोषण भी नहीं मिलता है। कुछ गंभीर बीमारियां और संक्रमण में भी ऐसा हो सकता है।
- किस विटामिन की कमी से भूख नहीं लगती है?कई ऐसे विटामिन हैं, जिनकी कमी होने पर भूख प्रभावित होती है। इसमें विटामिन बी12, आयरन या जिंक शामिल हैं। अगर आपको अचानक भूख कम लग रही है, तो बेहतर है कि आप अपना ब्लड टेस्ट करवाएं।
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- Oct 31, 2025 20:02 IST Published By : Meera Tagore