Why Your Baby Is Not Eating Properly: बच्चों के शारीरिक व मानसिक विकास के लिए सभी पोषक तत्वों की जरूरत होती है। सही पोषक तत्व बच्चों को तभी मिलेंगे, जब बच्चा सही तरीके से खाना खाएगा। अगर बच्चे सही तरीके से पेट भर खाना नहीं खाएंगे, तो यह न सिर्फ उनके शरीर के विकास में बाधा डाल सकता है बल्कि उनके सोचने की क्षमता को भी कम कर सकता है। लेकिन बच्चों को हेल्दी खाना खिलाना किसी टास्क से कम नहीं है। हरी सब्जियां, दालें और दूध देखकर ज्यादा बच्चे मुंह बना लेते हैं और खाने से मना कर देते हैं।
लखनऊ के गोमतीनगर स्थित आनंद केयर क्लीनिक के बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. तरुण आनंद का कहना है कि उनके क्लीनिक में भी ज्यादा पेरेंट्स इस बात की शिकायत लेकर आते हैं कि बच्चा अक्सर खाना खाने में आनाकानी करते हैं। डॉक्टर की मानें तो बच्चों का खाना खाने से इनकार करना भूख की कमी नहीं बल्कि कुछ और है। आज इस लेख में हम आपको बच्चों के खाना खाने से इनकार करने का मुख्य कारण बताने वाले हैं।
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बच्चे क्यों करते हैं खाना खाने से इनकार
डॉ. तरुण के अनुसार, आजकल के पेरेंट्स बच्चों को खाने के अलावा कई तरह के स्नैक्स जैसे कि चिप्स, नूडल्स, नट्स, सीड्स और कोल्ड ड्रिंक जैसी चीजें खाने के लिए देते हैं। सुबह अगर बच्चा नाश्ता सही तरीके से नहीं करता है, तो पेरेंट्स उसे चिप्स, बिस्कुट और बाजार में मिलने वाले सीरियल खिलाते हैं, ताकि जैसे-तैसे उसका पेट भर जाए। बच्चे के पेट को भरने के चक्कर में पेरेंट्स उसे एक ही बार में बहुत सारी मात्रा में कैलोरी, शुगर और कार्बोहाइड्रेट दे देते हैं। जिसका असर बच्चे की सेहत पर पड़ता है। हाई कैलोरी चिप्स, बिस्कुट और सीरियल्स का सेवन करने की वजह से बुखार, गले में खराश, पेट दर्द या खराब सेहत की वजह से बच्चों को भूख नहीं लगती है।
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डॉ. तरुण आनंद का कहना है कि कुछ बच्चे अक्सर हमेशा ही खेलने और उछल-कूद करने में बिजी रहते हैं। इसके कारण एक जगह टिक कर खाना नहीं खाना चाहते हैं। अगर आपका बच्चा भी ज्यादा एक्टिव है और हमेशा खेलने में ही दिमाग लगाता है, तो उसे घूमा-घूमा कर ही खाना खिलाने की आदत डालें। ऐसे बच्चों को धीरे-धीरे एक जगह बैठकर खाना खिलाने की आदत लगवाएं, ताकि उसका पेट भरे और आदत भी बदलें।
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थोड़ा-थोड़ा करके खाना खिलाएं
न्यू पेरेंट्स को डॉक्टर सलाह देते हैं कि बच्चा कभी भी वयस्कों की तरह एक साथ पेट भर नहीं खाता है। इसलिए हमेशा उसके खाने के पोर्शन को बांटने की जरूरत पड़ती है। इसलिए अपने बच्चे को एक बार खाना खिलाने की बजाय थोड़ी-थोड़ी मात्रा में कई मील्स खिलाने की कोशिश करें। ऐसा करने से बच्चे की भूख भी कंट्रोल में रहेगी और उसे सभी पोषक तत्व भी मिलेंगे।
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