Hypocalcemia Causes And Symptoms in Hindi: कैल्शियम हमारे शरीर के लिए एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है, जो हड्डियों और दांतों को स्वस्थ रखने में मदद करता है। इतना ही नहीं, यह शरीरकी मांसपेशियों के संकुचन, नर्व्स के संचार, दिल की धड़कन और ब्लड क्लॉट बनने की प्रक्रिया में भी अहम भूमिका निभाता है। लेकिन, शरीर में कैल्शियम की कमी के कारण कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। बता दें कि कैल्शियम की कमी के कारण कुछ लोगों को हाइपोकैल्सीमिया की समस्या भी हो सकती है।
हाइपोकैल्सीमिया, एक मेडिकल कंडीशन है, जिसमें व्यक्ति के खून में कैल्शियम की कमी हो जाती है, जिसका समय पर इलाज न करने पर कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ सकती हैं। ऐसे में आइए दिल्ली के धर्मशिला नारायण सुपरस्पेशलिटी अस्पताल के सीनियर कंसल्टेंट- इंटरनल मेडिसिन के डॉ. गौरव जैन (Dr. Gaurav Jain, Senior Consultant - Internal Medicine, Dharamshila narayana Superspeciality hospital) से जानते हैं कि हाइपोकैल्सीमिया के कारण और लक्षण क्या हैं?
हाइपोकैल्सीमिया के कारण
हाइपोकैल्सीमिया की समस्या होने के पीछे कई कारण (khoon me calcium ki kami ke karan) हो सकते हैं, जिसमें-
1. विटामिन D की कमी
ब्लड में कैल्शियम की कमी होने का सबसे बड़ा कारण शरीर में विटामिन डी की कमी है। विटामिन डी शरीर में कैल्शियम के अवशोषण में मदद करता है। ऐसे में जब शरीर में विटामिन डी की कमी होती है तो आपकी आंतें कैल्शियम को भोजन से ठीक तरह से अवशोषित नहीं कर पाती हैं, जिससे हाइपोकैल्सीमिया की समस्या हो जाती है।
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2. हाइपोपैराथायरायडिज्म
खून में कैल्शियम की कमी का एक बड़ा कारण हाइपोपैराथायरायडिज्म की समस्या भी हो सकती है। बता दें कि पैराथायराइड ग्रंथि कैल्शियम और फॉस्फेट के स्तर को संतुलित करने के लिए जिम्मेदार होती है। ऐसे में हाइपोपैराथायरायडिज्म के कारण इस हार्मोन की कमी से ब्लड में कैल्शियम का लेवल कम होने लगता है।
3. क्रॉनिक किडनी डिजीज
क्रॉनिक किडनी डिजीज की समस्या भी खून में कैल्शियम की कमी का कारण बन सकती है। दरअसल, जब आपकी किडनी ठीक तरह से काम नहीं करती है तो वह एक्टिव विटामिन डी नहीं बना पाती है, जिससे कैल्शियम का अवशोषण बाधित हो जाता है।
4. कुछ दवाओं का सेवन
मूत्रवर्धक, कीमोथेरेपी की दवाएं और एंटी-एपिलेप्टिक मेडिकेशन का सेवन अक्सर हमारे खून में कैल्शियम की कमी का कारण बनती है।
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5. मैग्नीशियम की कमी
ब्लड में कैल्शियम की कमी का एक और बड़ा कारण शरीर में मैग्नीशियन की कमी है। मैग्नीशियम की कमी से शरीर में पैराथायराइड हार्मोन का उत्पादन प्रभावित होता है, जिससे खून में कैल्शियम का स्तर कम होने लगता है।
हाइपोकैल्सीमिया के लक्षण
शरीर में हाइपोकैल्सीमिया के लक्षण (khoon me calcium ki kami ke lakshan) धीरे-धीरे बढ़ सकते हैं और शुरुआत में बहुत कम नजर आ सकते हैं। लेकिन, समय के साथ ये लक्षण बहुत ज्यादा गंभीर भी हो सकते हैं। इसलिए, खून में कैल्शियम की कमी होने पर ये लक्षण नजर आ सकते हैं-
- हाथ, पैर और चेहरे की मांसपेशियों मे ऐंठन और झटके आना
- उंगलियों, होंठों और चेहरे में झुनझुनी या सुन्नपन की समस्या होना
- बिना किसी काम के बहुत ज्यादा थकान और कमजोरी महसूस होना और मांसपेशियों में कमजोरी आना
- चिड़चिड़ापन, एंग्जाइटी और मूड स्विंग्स जैसे मानसिक बदलाव होना
- स्किन का बहुत ज्यादा ड्राई होना, हेयर फॉल और नाखूनों का कमजोर होना
- गंभीर मामलों में यह दिल के स्वास्थ्य को प्रभावित करता है, जिससे दिल की धड़कन अनियमित हो सकती है
- खून में कैल्शियम की कमी के कारण नर्व सिस्टम भी प्रभावित होता है, जिससे दौरे पड़ सकते हैं
निष्कर्ष
हाइपोकैल्सीमिया यानी खून में कैल्शियम की कमी एक गंभीर स्थिति है, जिसे नजरअंदाज करना सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। लेकिन, इसके लक्षणों को पहचानकर समय पर सही इलाज लेकर आप इसके कारण होने वाली गंभीर स्थितियों से बच सकते हैं। इसलिए, अपने शरीर में कैल्शियम की कमी पूरी करने के लिए पर्याप्त मात्रा में धूप लें, हेल्दी डाइट लें और नियमित रूप से शरीर की जांच करवाएं।
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