गले में गांठ बनने का अर्थ यह नहीं है कि आपके गले में चर्बी बढ़ी हुई है। बल्कि ऐसी स्थिति तब आती है, जब गले में या फिर गले की मांसपेशियों में दबाव बढ़ता है। गले की मांसपेशियों में खिंचाव के कारण हमें गले में गांठ जैसा महसूस होता है। एसिड रिफ्लक्स के कारण अक्सर यह समस्या होती है। गले में गांठ होने से आपको दर्द नहीं होता है, लेकिन इसके कारण कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं। जैसे- निगलने में परेशानी, गले के आसपास ऊभरी गांठ इत्यादि।
पारस क्लीनिक की ईएनटी स्पेशलिस्ट डॉक्टर अंजलि उपाध्याय का कहना है कि गले में गांठ महसूस होना, सिर्फ एक अनुभव होता है। हकीकत में गले में किसी तरह का गांठ विकसित नहीं होता है। इसमें मरीज को हमेशा गांठ जैसा महसूस होता है। गंभीर समस्या होने पर डॉक्टर के पास इसका इलाज कराना जरूरी होता है। आइए विस्तार से जानते हैं इसके बारे में-
गले में गांठ के लक्षण (Symptoms of Lump in Throat)
- गले के आसपास कुछ बंधा हुआ महसूस होना।
- गले में बलगम और द्रव जैसा महसूस होना।
- गले में गांठ जैसा महसूस होना।
- गले में बार-बार खराश होना।
- सीने में जलन होना।
- सांस लेने में परेशानी होना।
- निगलने में गांठ जैसा लगना।
- गले में घुटन या फिर फंसने जैसा कुछ महसूस होना।
गले में गांठ के गंभीर लक्षण
- वजन तेजी से घटना
- निगलने के दौरान दर्द होना।
- दम घुटना।
- गर्दन के आसपास चर्बी जैसा महसूस होना।
- उल्टी होना।
- गले में गांठ के साथ-साथ इंफेक्शन जैसा महसूस होना।
इसे भी पढ़ें - दांत पीसने की आदत भी है एक बीमारी, एक्सपर्ट से जानें इसके कारण, लक्षण और बचाव के तरीके
गले में गांठ के कारण (Causes of Lump in Throat)
- टॉन्सिलाइटिस की परेशानी होने वाले लोगों को यह समस्या हो सकती है।
- लंबे समय से साइनस की परेशानी झेल रहे लोगों को भी गले में गांठ जैसी शिकायत हो सकती है।
- गले की मांसपेशियों के आसपास अधिक खिंचाव या तनाव की स्थिति होने पर गले में गांठ जैसा महसूस हो सकता है।
- मानसिक स्थितियों के कारण भी कुछ मामलों में गले में गांठ जैसा महसूस होने लगता है।
- भोजन नली का स्फिंक्टर यंत्र सही से काम न करने की वजह से भी गले में गांठ जैसी समस्या महसूस हो सकती है।
- मांसपेशियों के सही तरीके से काम न करने के कारण भी आपको यह परेशानी हो सकती है।
- एसिड रिप्लक्स रोग से ग्रसित लोगों को भी यह परेशानी हो सकती है।
- गले में ट्यूमर होने के कारण भी गले में गांठ जैसी समस्या महसूस हो सकती है।
- थायराइड रोगियों को गले में गांठ जैसा महसूस हो सकता है।
गले में गांठ के जोखिम (Risk factor of Lump in Throat)
- मुंह में पर्याप्त मात्रा में लार न बनना।
- बार-बार गले साफ करने का आदत होना।
- तेज आवाज में बोलना।
- चिल्लाने या अधिक बोलने वाले लोगों को
- ईगल सिंड्रोम से ग्रसित लोगों को
गले में गांठ का परीक्षण (Diagnosis of Lump in throat)
शुरुआत में डॉक्टर शारीरिक परीक्षण करते हैं, जिसमें आपके गले से आसपास छूकर पता लगाया जाता है। इसके अलावा डॉक्टर आपसे कुछ सवाल और लक्षणों के बारे में पूछ सकते हैं। जैसे- आपको किस तरह के लक्षण महसूस हो रहे हैं? क्या आपके गले में किसी तरह की ठोस वस्तु फंस गई है? इत्यादि सवाल पूछ सकते हैं। जिसके आधार पर वह आपका इलाज कर सकते हैं। लेकिन स्पष्ट कारण और बीमारी न पता लगने पर डॉक्टर आपको कुछ टेस्ट कराने की सलाह दे सकते हैं।
अल्ट्रासाउंड - गले का अल्ट्रासाउंड करके गांठ का पता लगाने की कोशिश की जाती है।
सी स्पाइन एक्स रे - यह सामान्य तरह का एक्स रे है। जिसके माध्यम से गले की गांठ और हड्डी बढ़ने का पता लगाया जा सकता है।
बेरियम एक्स रे - इस एक्सरे में मरीज को बेरियम नाम की डाई पिला कर उसके गले का एक्स रे किया जाता है। एक्स रे की फोटो से गले से जुड़ी परेशानी का पता लगाने की कोशिश की जाती है।
एंडोस्कोपी - इस जांच में मरीज के नाक में एक पतली और लचीली ट्यूब डाली जाती है और दूसरे सिरे पर कैमरा और लाइट लगा होता है, जिसके माध्यम से बीमारी का पता लगाने की कोशिश की जाती है।
गले में गांठ का इलाज (Treatment of Lump in Throat)
गंभीर स्थिति में आपको डॉक्टर दवाइयां देता है। लेकिन अगर आपको गांठ महसूस होने के कारण अधिक परेशानी महसूस नहीं होती है, तो ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है। चलिए जानते हैं डॉक्टर किस तरह करते हैं गले में गांठ का इलाज -
- लाइफस्टाइल में बदलाव - गले में एसिड रिफ्लक्स को कम करने के लिए डॉक्टर आपको कई तरह के खाद्य पदार्थों का सेवन न करने की सलाह दे सकते हैं। मसालेदार खाना, चाय, कॉफी, एल्कोहल और कैफीनयुक्त खाद्य पदार्थों के सेवन से एसिड रिफ्लक्स बढ़ता है।
- स्पीच और लेंग्वेज थैरेपी लेने की सलाह
- चिंता और तनावमुक्त जीवन जीने की की सलाह
इसे भी पढ़ें - पेशाब के साथ पस आने के क्या हो सकते हैं कारण? यूरोलॉजिस्ट से जानें इसके लक्षण, खतरे और इलाज
गले में गांठ के बचाव (Prevention of Lump in throat)
गले में गांठ जैसा महसूस होने का कारण पूरी तरह से पता नहीं लगाया जा सकता है। इसलिए डॉक्टर आपको लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव करने की सलाह दे सकते हैं। आइए जानते हैं गले में गांठ से किस तरह करें खुद का बचाव -
गले को दें आराम
अगर आपको टॉन्सिल, सर्दी-जुकाम और साइनस जैसी कोई गंभीर बीमारी है, तो अपने गले को अधिक से अधिक आराम दें। क्योंकि इस स्थिति में गले की मांसपेशियों में काफी सूजन आने लगता है और दर्द की स्थिति पैदा होती है। गले में अधिक दबाव पड़ने से आपकी परेशानी बढ़ जाती है। अधिक बोलना भी ऐसे लोगों के लिए सही नहीं होता है। इसलिए कोशिश करें कि इस तरह की परेशानी बढ़ने पर अपने गले को अधिक से अधिक आराम दें।
अधिक से अधिक पिएं पानी
हर एक व्यक्ति को पूरे दिन में कम से कम 7 से 8 गिलास पानी पीना चाहिए। पानी पीने से आपके गले की मांसपेशियों को आराम मिलता है। साथ की आपके शरीर में तरल पदार्थ की मात्रा बनी रहती है।
इसे भी पढ़ें - गले में दर्द और सूजन टॉन्सिलाइटिस की है निशानी, एक्सपर्ट से जानिए इसके इलाज और बचाव
कैफीन का न करें सेवन
चाय, कॉफी और कोल्डड्रिंक्स जैसी चीजों के सेवन से बचें। इस तरह के पेय पदार्थों का सेवन करने से आपका गला सूखने लगता है। जिससे आपकी परेशानी बढ़ सकती है।
धूम्रपान से बचें
धूम्रपान के सेवन से आपका गला सूखता है। साथ ही साइनस वाले रोगी धूम्रपान से काफी ज्यादा प्रभावित होते हैं। धूम्रपान से आपके स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ सकता है।
गले में गांठ की जटिलताएं (Complication of Lump in Throat)
गले में गांठ होने से कोई गंभीर स्थिति नहीं होती है और न ही इसके कोई गंभीर जटिलता पैदा होती है। हालांकि, अगर आप इसके लक्षणों को नजरअंदाज करते हैं, तो कुछ गंभीर स्थितियां पैदा हो सकती हैं।
- भोजन की नली में कैंसर
- भोजन की नली संकुचित होना।
- वॉइस बॉक्स का कैंसर इत्यादि।
गले में किसी तरह की परेशानी होने पर तुरंत ईएनटीस स्पेशलिस्ट से संपर्क करें। अगर आप गले की किसी तरह की परेशानी को नजरअंदाज करते हैं, तो इससे आपको कई तरह की परेशानी हो सकती है।
Read More Articles On Other Disease In Hindi