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What Is Dysphagia: खांसी-कफ होने पर गले में दर्द होना आम बात है। कफ होने पर गले की मांसपेशियों पर दवाब पड़ता है जिससे गले में दर्द हो सकता है। इसके अलावा, मौसम में बदलाव होने या गले में खराश होने से भी कई बार गले में दर्द हो जाता है। इस स्थिति को मेडिकल भाषा में डिस्फेजिया कहा जाता है। इसमें गले की मांसपेशियों में खिंचाव आता है। जिस कारण कुछ भी खाने पर गले में दर्द होने लगता है। अगर, समय रहते इस समस्या पर ध्यान न दिया जाए, तो इससे समस्या ज्यादा बढ़ सकती है। यह स्थिति क्यों होती है और इसके क्या कारण हो सकते हैं? इस बारे में जानने के लिए हमने बात कि फरीदाबाद के अमृता हॉस्पिटल के इएनटी डिपार्टमेंट के सीनियर कंसल्टेंट डॉ अपर्णा एच महाजन से। आइए लेख में एक्सपर्ट से जानें इसके बारे में।
डिस्फेजिया क्या है? What Is Dysphagia
डिस्फेजिया एक मेडिकल कंडीशन है जिसमें खाना निगलने में परेशानी होती है। इस समस्या में ठोस और पेय दोनों निगलने में समस्या होने लगती है। डिस्फेजिया में हमेशा ही गले में दर्द नहीं होता है। लेकिन यह समस्या पर निर्भर करता है कि परेशानी कितनी है। अगर इसे समय पर कंट्रोल न किया जाए, तो यह मालन्यूट्रिशन, डिहाइड्रेशन और निमोनिया होने का कारण बन सकता है।
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डिस्फेजिया के कितने प्रकार हैं? Types of Dysphagia
ऑरोफरीन्जियल डिस्फेजिया (हाई डिस्फेजिया)
ऑरोफरीन्जियल डिस्फेजिया अक्सर गले को प्रभावित करने वाली न्यूरोलॉजिकल या मसल्स से जुड़ी समस्या हो सकती है। यह समस्या तब होती है, जब कुछ भी खाने या पीने पर खाना गले की नली से नीचे नहीं आ पाता है।
एसोफेजियल डिस्फेजिया (लो डिस्फेजिया)
एसोफेजियल डिस्फेजिया में निगलने के बाद खाना चिपकने या ग्रासनली में फंसने जैसा अहसास होता है। यह समस्या इसोफेगस से जुड़ी किसी परेशानी की वजह से भी हो सकती है।
डिस्फेजिया के लक्षण- Symptoms of Dysphagia
- कुछ भी खाने या पीने पर बाहर उगल देना
- गले और सीने में खाना अटकने जैसा महसूस होना
- सलाइवा को निगलने में भी परेशानी होना
- कुछ भी खाते दौरान खांसी आना या खाना अटकने जैसा महसूस होना
- रेस्पिरेटरी इंफेक्शन होना
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डिस्फेजिया होने के कारण- Causes of Dysphagia
न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर
न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर जैसे स्ट्रोक या ब्रेन में चोट आने पर डिस्फेजिया हो सकता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि इन समस्याओं के कारण गले से जुड़ी मांसपेशियों पर भी दवाब पड़ता है। इसके अलावा, पार्किसन रोग या किसी भी तरह के न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर के कारण डिस्फेजिया हो सकता है।
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मसल्स से जुड़ी समस्याएं
मायस्थेनिया ग्रेविस या स्क्लेरोडर्मा के कारण भी डिस्फेजिया हो सकता है। इसके कारण मांसपेशियों में कमजोरी आ सकती है, जो खाना निगलने वाली मांसपेशियों से भी जुड़ी होती हैं। स्क्लेरोडर्मा में इसोफेगस के टिशूज हार्ड होने लगते हैं और सूजने लगते हैं। इस कारण भी डिस्फेजिया का खतरा हो सकता है।
इसोफेगस से जुड़ी समस्या
इसोफेगस में इंफ्लेमेशन होने पर कुछ भी खाने में परेशानी हो सकती है। इसके अलावा, इसोफेगस कैंसर या गले से जुड़े संक्रमण में भी डिस्फेजिया का खतरा हो सकता है।
डिस्फेजिया का पता लगाने के लिए डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है। अगर आपको कुछ भी खाते वक्त गले में परेशानी होती है तो इसे नजरअंदाज न करें। लेख में दी गई जानकारी पसंद आई हो, तो इसे शेयर करना न भूलें।
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