लॉन्ग कोविड क्या है और ये शरीर पर कैसे असर डालता है? जानें इसके लक्षण

कोविड के कुछ लक्षण ठीक होने के महीनों बाद तक बने रह सकते हैं। हार्ट पर भी कोविड का असर देखा गया है। जानें लॉन्ग कोविड के बारे में सबकुछ।
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लॉन्ग कोविड क्या है और ये शरीर पर कैसे असर डालता है? जानें इसके लक्षण


कोविड 19 ज्यादातर लोगों में दो सप्ताह तक रहता है। लेकिन कुछ लोगों में महीनों तक इससे जुड़ी कुछ समस्याएं बनी रहती हैं। कुछ समस्याएं कोरोना वायरस के संक्रमण से बीमार होने के तीन महीने बाद भी बनी रहती हैं या थोड़े-थोड़े समय में लौट आती हैं। इन्हें लॉन्ग कोविड कहा जा रहा है। बुखार और खांसी के ठीक होने के बाद भी कोविड 19 के कुछ लक्षण बने रहते हैं, जैसे- थकान, सांस लेने में कठिनाई और सोचने समझने की क्षमता में कमी आदि। ये लक्षण लगातार भी बने रह सकते हैं और आ-जा भी सकते हैं। इन लक्षणों के कारण कोविड से ठीक हो जाने के बाद भी मरीज की रोजाना की जिंदगी प्रभावित हो सकती है। आइए जानते हैं लॉन्ग कोविड के शरीर पर पड़ने वाले प्रभावों के बारे में।

क्या कोविड के टीके लॉन्ग कोविड को रोकते हैं?

कोविड की वैक्सीन लगवाने के बाद संक्रमण का खतरा कम हो सकता है, लेकिन फिर भी संक्रमण संभव है। वैक्सीन लगवाने के बाद कोविड 19 उन लोगों पर ज्यादा असर करता है, जो कोविड से ठीक हुए हैं।

लॉन्ग कोविड के क्या कारण हो सकते हैं?

कोविड 19 हमारे शरीर पर कई तरह से हमला कर सकता है। इससे फेफड़े, हार्ट, इम्यून सिस्टम, गुर्दे, लीवर और अन्य अंगों को नुकसान हो सकता है। इन अंगों को हुए नुकसान के कारण कुछ लक्षण लंबे समय तक बने रह सकते हैं। लंबे समय तक कोविड 19 की बीमारी होने पर दर्द या थकान मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। यह इलाज का प्रभाव भी हो सकता है।

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कोविड का खतरा किन्हें ज्यादा होता है?

हाई ब्लड प्रेशर, धूम्रपान, शुगर, मोटापा और अन्य स्थितियों सहित वाले लोगों में COVID-19 से होने वाली समस्याओं की संभावना अधिक होती है। हालांकि संक्रमण किसी को भी हो सकता है लेकिन संक्रमण के बाद की समस्या ये फैक्टर्स बढ़ा सकते हैं।

दिल की समस्याएं

कोविड के संक्रमण के बाद दिल की बीमारियों का खतरा भी बढ़ सकता है। कुछ मामलों में देखा गया है कि कोविड के बाद व्यक्ति के दिल की मसल्स में सूजन आ जाती है। एक शोध में सामने आया है कि जो लोग कोविड से ठीक हुए हैं उनमें से 60% लोगों में दिल की समस्या देखी गई है। ऐसे लोगों को सांस की तकलीफ, दिल की धड़कन बढ़ना, जल्दी थक जाना आदि सामान्य लक्षण हो सकते हैं। ये समस्याएं उन लोगों में भी देखी गई हैं जिनको कोविड के हल्के लक्षण थे।

long covid symptoms

सांस लेने में समस्या

कोविड 19 की बीमारी व्यक्ति के फेफड़ों पर निशान या स्थाई समस्या पैदा कर सकती है। कोविड के हल्के संक्रमण के बाद सांस लेने में परेशानी हो सकती है। कोविड के बाद लंग्स को ठीक किया जा सकता है। डॉक्टर का कहना है कि कोविड के बाद लंग्स को ठीक होने में थोड़ा समय लग सकता है।

स्वाद और गंध में कमी

गंध और स्वाद इंद्रियों से संबंध रखते हैं। कोरोना वायरस हमारे नाक की सेल्स को प्रभावित करता है। कोविड 19 से बीमार होने से पहले और बाद में, गंध या स्वाद में फर्क आ सकता है। कोविड 19 के संक्रमण वाले लोगों को चीजों से गंध या स्वाद खराब, अजीब या अलग महसूस होता है।

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नर्वस सिस्टम संबंधी समस्याएं

कोविड के संक्रमण के बाद लोगों में  थकान, सिरदर्द और चक्कर आने की समस्या भी हो सकती है।

किडनी डैमेज

कोविड के संक्रमण से किडनी खराब होने का खतरा रहता है। कोविड के ठीक होने के बाद भी किडनी की बीमारी का खतरा लंबे समय तक बना रहता है।

इन लक्षणों से पूरी तरह ठीक होने में समय लग सकता है इसलिए इलाज जारी रखें, ताकि आपको बार-बार लक्षणों का सामना न करना पड़ सके। कोई भी परेशानी होने पर खुद से फैसला लेने के बजाय डॉक्टर को दिखाएं और सलाह लें।

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