Is Stomach Infection Dangerous In Hindi: पेट के इंफेक्शन को गैस्ट्रोएंटेराइटिस के नाम से भी जाना जाता है। यह एक ऐसी कंडीशन है, जिसमें पेट और आंतों में सूजन आ जाती है। ऐसे में मरीज को उल्टी, दस्त आदि समस्याएं हो सकती हैं। आपको बता दें कि पेट में इंफेक्शन पैरासाइट, बैक्टीरिया, वायरस आदि के कारण होता है। इसके लक्षण कभी सामान्य, तो कभी गंभीर हो जाते हैं। जब यह गंभीर हो जाता है, तो इसकी वजह से मरीज में भूख की कमी, थकान, डिहाड्रेशन जैसी दिक्कतें भी देखने को मिलती है। बहरहाल, क्या आप जानते हैं कि अगर आप पेट के इंफेक्शन का समय पर इलाज नहीं करवाते हैं, तो इससे शरीर पर क्या असर पड़ सकता है? इस लेख में सर्वोदय अस्पताल Consultant-Internal medicine डॉ. पंकज रेलन से हम यही जानेंगे कि अगर पेट के इंफेक्शन का इलाज न हो, तो शरीर किस तरह प्रभावित हो सकता है?
पेट के इंफेक्शन का इलाज न करने का शरीर पर असर- What If Stomach Infection Is Not Treated In Hindi
डिहाइड्रेशन का जोखिम
पेट के इंफेक्शन का इलाज समय पर किया जाना बहुत जरूरी है। अगर ऐसा नहीं करते हैं, तो डिहाइड्रेशन का रिस्क रहता है। असल में, पेट का इंफेक्शन होने के कारण मरीज को उल्टी और दस्त एक साथ हो सकते हैं। उल्टी और दस्त के जरिए शरीर से काफी ज्यादा मात्रा में पानी बह जाता है। ऐसे में शरीर में फ्लूइड की कमी हो जाती है, जो कि डिहाइड्रेशन का कारण बनता है।
इसे भी पढ़ें: पेट में सूजन क्यों होती है? जानें इसके लक्षण कारण और इलाज
कमजोर इम्यूनिटी
पेट के इंफेक्शन का इलाज न करने पर इम्यूनिटी के कमजोर होने का जोखिम बना रहता है। असल में, पेट के इंफेक्शन के कारण न सिर्फ शरीर से काफी ज्यादा मात्रा में पानी बह जाता है, बल्कि भूख कमी हो जाती है और मरीज इंफेक्शन की वजह से कुछ खा नहीं पाता है। ऐसे में मरीज की इम्यूनिटी पर बहुत बुरा असर पड़ता है।
इलेक्ट्रोलाइट इंबैलेंस
पेट के इंफेक्शन में उल्टी और दस्त होना सामान्य होता है। इसका जिक्र हम पहले भी कर चुके हैं। ध्यान रखें कि जब आप बहुत ज्यादा उल्टी-दस्त करते हैं, तो ऐसे में शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है। इस स्थिति में शरीर से सोडियम और पोटैशियम भी काफी मात्रा में बाहर चला जाता है। नतीजतन, शरीर में इलेक्ट्रोलाइट इंबैलेंस हो जाता है। ध्यान रखें कि इलेक्ट्रोलाइट इंबैलेंस होने के कारण हार्ट प्रॉब्लम और न्यूरोलॉजिक इश्यूज भी हो सकते हैं।
इसे भी पढ़ें: पेट में सूजन के लक्षण: जानें पेट में अंदरूनी सूजन के कारण और घरेलू उपाय
बुखार और पेट दर्द
अगर पेट में इंफेक्शन साल्मोनेला और ई. कोलाई बैक्टीरिया की वजह से है, तो संक्रमण बिगड़ सकता है। अगर समय रहते इसका इलाज न किया जाए, तो मरीज को बुखार, पेट दर्द जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। आपको बता दें कि पेट के इंफेक्शन के कारण हो रहा पेट दर्द तीव्र होता है। रह-रह कर पेट में अकड़न और मरोज का अहसास भी होता है। बैक्टीरियल इंफेक्शन के कारण मल में खून आ सकता है, एनीमिया हो सकता है और इसका बुरा प्रभाव किडनी पर भी नजर आ सकता है।
FAQ
पेट के अंदर इंफेक्शन होने से क्या होता है?
पेट के अंदर इंफेक्शन होने से मरीज को दस्त, उल्टी, पेट में जलन, बेचैनी और जी मचलाने की समस्या हो सकती है। यहां तक कि पेट में दर्द, ऐंठन का जोखिम भी बना रहता है।मेरे पेट का इंफेक्शन क्यों नहीं जा रहा है?
आमतौर पर पेट का इंफेक्शन कुछ दिनों में ठीक हो जाता है। अधिकतम एक सप्ताह में पेट के इंफेक्शन से रिकवरी हो जाती है। बहुत कम मामलों में ऐसा देखा जाता है कि पेट का इंफेक्शन ठीक नहीं हो रहा है। अगर ऐसा है, तो आप इसकी अनदेखी न करें। डॉक्टर के पास जाएं। वे कारण जानकर आपका ट्रीटमेंट कर सकते हैं।पेट में इंफेक्शन कितने दिनों तक रहता है?
आमतौर पर पेट का इंफेक्शन दो से तीन दिन में ठीक हो जाता है। कभी-कभी यह एक से दो सप्ताह का समय लेता है। संक्रमण की रिकवरी, उसकी गंभीरता पर निर्भर करता है।