Loneliness can increase the risk of stroke: बहुत से लोगों की अकेले रहने की आदत होती है। लंबे समय तक इस तरह रहना सेहत को कई तरीकों से नुकसान पहुंचा सकता है। आजकल के खराब लाइफस्टाइल में रहने से लोगों में स्ट्रेस तेजी से बढ़ रहा है, जिसकी वजह से लोग अकेलेपन का भी शिकार हो रहे हैं। हाल ही हेवार्ड यूनिवर्सिटी द्वारा की गई एक स्टडी की मानें तो अकेले रहने की आदत स्ट्रोक के खतरे को 56 फीसदी तक बढ़ा सकती है। यही नही, अकेलापन कई बार मौत होने का कारण भी बन सकता है। आइये विस्तार से जानते हैं इसके बारे में।
क्या कहती है स्टडी?
स्टडी के मुताबिक 50 साल या फिर इससे ज्यादा की उम्र के लोगों में अकेलेपन का शिकार नहीं होने वाले लोगों की तुलना में स्ट्रोक का खतर 56 फीसदी तक ज्यादा देखा गया है। स्टडी की लीड ऑथर डॉ. यीनी सोह ने कहा कि अकेलापन लोगों के लिए स्ट्रोक का खतरा बनने के साथ ही साथ अन्य तरीकों से भी नुकसान पहुंचा रहा है। अकेले रहने से स्ट्रोक हो सकता है, जो व्यक्ति के लिए पहले से ही जान जाने का जोखिम बना रहता है।
अकेलेपन में रहने से होने वाले नुकसान
- अकेले रहने की आदत आपको मोटापे का शिकार बना सकती है। इससे फैट की मात्रा बढ़ने लगती है, जिससे मोटापा बढ़ सकता है।
- अकेले रहने की आदत आपकी मेंटल हेल्थ को प्रभावित करके डिमेंशिया का भी शिकार बना सकती है।
- इससे आपको हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट से जुड़ी बीमारियां होने के साथ ही अन्य गंभीर बीमारियां भी हो सकती हैं।
- ज्यादा समय तक अकेले बैठे रहने से कई बार डायबिटीज का भी जोखिम बढ़ जाता है।
- इससे कई बार डिप्रेशन और एंग्जाइटी होने के साथ-साथ मेमोरी पावर भी कमजोर हो सकती है।
अकेलेपन से बचने के तरीके
- अकेलेपन की आदत से बचने के लिए आपको खुद को व्यस्त रखना चाहिए।
- इसके लिए अपने सोशल इंटरेक्शन को बढ़ाएं और लोगों से खुलकर बातचीत करें।
- इससे बचने के लिए आपको ऐसे काम करने चाहिए, जिन्हें करके आपको खुशी मिलती है।
- अकेलेपन से बचने के लिए योग और मेडिटेशन का अभ्यास करना चाहिए।