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कपालभाति करने के क्या फायदे हैं, एक्सपर्ट से जानें किसे करना चाहिए और किसे नहीं

Kapalbhati Pranayama health Benefits: कपालभाति करने से संपूर्ण स्वास्थ्य को कई प्रकार के फायदे मिलते हैं। लेकिन कपालभाति करने से पहले इसकी जानकारी होनी चाहिए कि किसे कपालभाति करना चाहिए और किसे नहीं।
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कपालभाति करने के क्या फायदे हैं, एक्सपर्ट से जानें किसे करना चाहिए और किसे नहीं


Kapalbhati Pranayama health Benefits: योग भारतीय संस्कृति की एक अमूल्य देन है। योग न सिर्फ शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाती है बल्कि मानसिक रोगों को भी दूर करती है। योग की विभिन्न मुद्राओं में सबसे प्रभावशाली क्रिया है कपालभाति प्राणायाम (Kapalbhati Pranayam)। आजकल लोग वजन घटाने, पेट की चर्बी कम करने, तनाव और मानसिक शांति पाने के लिए कपालभाति प्राणायाम को कर रहे हैं। कपालभाति सेहत के लिए बहुत फायदेमंद मानी जाती है, लेकिन ये प्राणायाम हर उम्र के लोगों के लिए नहीं होती है।

इस लेख में हम आपको विस्तार से बताने जा रहे हैं कपालभाति प्राणायाम किसे करना चाहिए (Who should do Kapalbhati) और किसे कपालभाति प्राणायाम नहीं (Who should not do Kapalbhati) करना चाहिए।

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क्या है कपालभाति प्राणायाम- What is Kapalbhati Pranayam

योग गुरु दीपक तंवर के अनुसार, 'कपाल' का अर्थ है माथा या मस्तिष्क और 'भाति' का मतलब है चमक या प्रकाश। कपालभाति वह प्रक्रिया है, जो दिमाग के विचारों को स्पष्ट करती है और शरीर को ऊर्जावान बनाती है। कपालभाति प्राणायाम में तेजी से सांस छोड़ने और प्राकृतिक रूप से सांस लेने की प्रक्रिया की जाती है। ये न सिर्फ मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाती है, बल्कि पाचन तंत्रिका को भी बेहतर बनाती है।

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कपालभाति कौन कर सकता है?- Who Should Do Kapalbhati

योग गुरु दीपक तंवर की मानें, तो कुछ खास बीमारियों से पीड़ित और सीमित उम्र के लोगों को ही कपालभाति करना चाहिए।

- 18 से 60 वर्ष की आयु के स्वस्थ पुरुष और महिलाएं

- जिन लोगों को मोटापा, कब्ज और पाचन से जुड़ी परेशानी हो

- मानसिक तनाव, चिंता और डिप्रेशन से जूझने वाले लोग

- पेट की चर्बी और वजन कम करने की इच्छा वाले लोग

- हार्मोनल असंतुलन से पीड़ित महिलाएं

- थायरॉइड, पीसीओडी, अनियमित पीरियड्स से जूझने वाली महिलाएं

- लंबे समय तक प्रदूषण और गंदगी में रहने वाले, जिन्हें फेफड़ों को मजबूत बनाना हो

- पढ़ाई करने में ध्यान और एकाग्रता बढ़ाने की इच्छा रखने वाले स्टूडेंट

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कपालभाति किसे नहीं करना चाहिए? - Who Should Avoid Kapalbhati

कुछ परिस्थितियां ऐसी भी हैं, जिनमें कपालभाति प्राणायाम को करने की मनाही होती है।

कपालभाति में पेट की मांसपेशियों पर दबाव पड़ता है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को कपालभाति नहीं करना चाहिए। ये पेट पर दबाव डालकर गर्भस्थ शिशु को नुकसान पहुंचा सकता है।

सिजेरियन डिलीवरी के बाद महिलाओं को कपालभाति नहीं करना चाहिए। सी-सेक्शन डिलीवरी के 1 साल के बाद ही कपालभाति करना चाहिए।

हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट के मरीजों को कपालभाति नहीं करना चाहिए। कपालभाति ब्लड फ्लो को बढ़ाता है जिससे ब्लड प्रेशर और बढ़ सकता है।

कपालभाति के दौरान शरीर पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। इससे कभी-कभार सिरदर्द और गंभीर शारीरिक दर्द की परेशानी होती है।

कपालभाति में तेजी से सांस छोड़ने की प्रक्रिया गैस्ट्रिक अल्सर या हर्निया की समस्याओं को बढ़ा सकती है।

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कपालभाति करने के 5 फायदे -Benefits of Kapalbhati

योग गुरु दीपक तंवर का कहना है कि कपालभाति करने से शरीर को एक नहीं बल्कि कई प्रकार के फायदे मिलते हैं। जिनमें शामिल हैः

1. पेट की चर्बी घटाना

कपालभाति में तेजी से सांस छोड़ने की प्रक्रिया पेट की मांसपेशियों को सक्रिय करती है। इससे मेटाबॉलिज्म तेज होता है और ये पेट की चर्बी व शरीर पर मौजूद एक्स्ट्रा फैट को कम करने में मदद करता है।

2. फेफड़ों की कार्यक्षमता बढ़ाए

इस प्राणायाम के दौरान सांस को तेजी से अंदर लेने और बाहर छोड़ने की प्रक्रिया को दोहराने से फेफड़ों से दूषित वायु को बाहर निकालने में मदद मिलती है। इससे फेफड़ों की कार्यक्षमता में सुधार आता है।

3. पेट की समस्याएं करें दूर

कपालभाति को करने से अग्नि तत्त्व को प्रज्वलित करती है जिससे पाचन बेहतर होता है। योग गुरु के अनुसार, रोजाना इस क्रिया को करने से कब्ज, गैस और पेट की समस्याएं दूर होती हैं।

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4. मानसिक तनाव करें कम

कपालभाति के दौरान श्वसन प्रक्रिया से दिमाग में ऑक्सीजन का फ्लो बढ़ता है। इससे तनाव, अवसाद और नकारात्मक विचार दूर होते हैं।

5. त्वचा में लाए निखार

कपालभाति प्राणायाम करने से शरीर का ब्लड फ्लो सुधरता है। इससे त्वचा पर होने वाले दाग-धब्बे कम होते हैं। साथ ही, त्वचा की चमक भी बढ़ती है।

योग गुरु के अनुसार, कपालभाति करने से शरीर को कई प्रकार के फायदे मिलते हैं। लेकिन कपालभाति करने से पहले एक गिलास पानी पीना जरूरी है। सुबह कपालभाति करने से 5 मिनट पहले पानी जरूर पिएं।

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निष्कर्ष

कपालभाति प्राणायाम स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है। लेकिन विभिन्न प्रकार की बीमारियों और उम्र के अनुसार ही कपालभाति करना चाहिए। अगर आपको डायबिटीज, फेफड़े या कोई अन्य गंभीर बीमारी है जिसे मैनेज करने के लिए आप दवाओं का सेवन कर रहे हैं तो कपालभाति करने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।

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