मां बनना हर महिला के जीवन में एक सुखद एहसास है। साथ ही यह एक बड़ी जिम्मेदारी भी है। इस दौरान आपको अपने खान-पीने का भरपूर ध्यान रखने की जरूरत होती है। ताकि पेट में पल रहे बच्चे को अच्छे से पोषण मिल सके और बच्चे के विकास अच्छे से हो सके। सभी पोषक तत्वों के साथ कुछ ऐसी खास चीजें होती है, जिनका सेवन स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होता है। फल, सब्जियों, मोटे अनाज के अलावा दूध के एक ऐसी जरूरी चीज है, जिसे हर महिला को लेना चाहिए। हालांकि कुछ खास समस्याओं में आपको दूध का सेवन नहीं करना चाहिए। इसके बदले आप दही या सोया मिल्क का सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा बहुत सारे लोग वीगन भी होते हैं, जो गाय के दूध का सेवन नहीं करना चाहते हैं। वे लोग भी सोया मिल्क, बादाम मिल्क और दही जैसे विकल्पों से पोषण प्राप्त कर सकते हैं। हालांकि आपको दूध के फायदे और मात्रा के बारे में अवश्य ध्यान देना चाहिए ताकि आपके आहार में कोई गलती न हो। साथ ही आप और बच्चा दोनों स्वस्थ रहे। इसके लिए हमने डाइट क्लीनिक और डॉक्टर हब क्लीनिक की डायटीशियन अर्चना बत्रा से बात की।
प्रेग्नेंसी के दौरान दूध के फायदे
1. दूध बहुत पौष्टिक होता है। गर्भावस्था के दौरान दूध के सेवन से महिलाओं को भरपूर मात्रा में कैल्शियम और विटामिन डी मिलता है। विटामिन डी गर्भावस्था के दौरान बच्चे को एलर्जी से बचाने और पोषण के लिए बहुत जरूरी होता है। साथ ही कैल्शियम बच्चे और मां की हड्डियों के लिए भी बहुत अच्छा होता है।
2. दूध में मौजूद प्रोटीन बच्चे के विकास के लिए बहुत अच्छा माना जाता है। प्रोटीन कोशिकाओं के विकास में भी मदद करता है।
3. दूध में अमीनो एसिड और फैटी एसिड पाए जाते हैं। ये बच्चे के तंत्रिका तंत्र के विकास के लिए अच्छा होता है। इससे बच्चे के मस्तिष्क में ऑक्सीजन अच्छे से पहुंच पाता है।
4. वहीं दूध के सेवन से मल्टीपल स्केलेरोसिस, नियोनेटल रिकेट्स और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियों का खतरा कम होता है।
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गर्भावस्था में इस तरह के दूध का करें सेवन
गर्भावस्था के अगर आपको किसी तरह की परेशानी है या दूध पीने से एसिडिटी की समस्या होती है। साथ ही अगर आप वीगन है और गाय का दूध नहीं पीना चाहते हैं, तो आप इन चीजों से बने दूध का सहारा ले सकते हैं। इसमें भी कई पोषक तत्व पाए जाते हैं।
1. सोया मिल्क
सोया मिल्क मां और बच्चे दोनों के लिए अच्छा होता है। इसमें पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है। साथ ही इसमें गुड फैट पाया जाता है, जिससे कोलेस्ट्रोल और मोटापा बढ़ने जैसी परेशानियां भी नहीं होती है। सोया मिल्क में एंटीऑक्सीडेंट भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है।
2. बादाम का दूध
बादाम के दूध में फोलिक एसिड, विटामिन बी, विटामिन ई, कैल्शियम, आयरन, प्रोटीन और फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसमें कैलोरी और फैट की मात्रा कम होती है। बादाम के दूध का सेवन मां और बच्चे के लिए काफी अच्छा माना जाता है। अगर आपको दूध और सोया मिल्क से परेशानी है, तो बादाम के दूध का सेवन कर सकते हैं।
3. ओट्स मिल्क
ओट्स मिल्क में विटामिन ए, विटामिन बी, पोटैशियम, फॉस्फोरस और मैंगनीज जैसे तत्व पाए जाते हैं। इसमें बादाम के दूध की तुलना में प्रोटीन अधिक पाया जाता है। इसमें कैल्शियम भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इससे मां और बच्चे दोनों का स्वास्थ अच्छा रहता है।
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प्रेग्नेंसी में कब और कितनी मात्रा में दूध पीना चाहिए
प्रेग्नेंसी में आप अपनी सेहत के हिसाब से कभी भी दूध ले सकते हैं लेकिन सबसे उचित समय सुबह-रात को होता है। इसके अलावा आप शाम में भी दूध पी सकते हैं लेकिन खाना के तीन घंटे बाद ही दूध का सेवन करें ताकि अपच की परेशानी न हो। इसके अलावा आप सुबह-शाम एक गिलास दूध का सेवन जरूर करें या आधा लीटर प्रतिदिन लें क्योंकि गर्भावस्था में चौथे महीने के बाद कैल्शियम की ज्यादा जरूरत होती है, तो इसकी आपूर्ति के लिए आपको दूध जरूर पीना चाहिए। साथ ही अगर आपके शरीर में कैल्शियम की कमी है, तो डॉक्टर से संपर्क के बाद आप कुछ अन्य सप्लीमेंट्स भी ले सकते हैं।
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गर्भावस्था में कैसे पीना चाहिए दूध
प्रेग्नेंसी के दौरान कच्चा या पाश्चुरीकृत दूध पीना आपके और बच्चे दोनों के लिए हानिकारक हो सकता है इसलिए आप कोशिश करें कि गाय का शुद्ध दूध ही पीएं या फिर ऊपर बताए गए किसी दूध में से किसी को अपना आहार में शामिल कर सकते हैं। दूध को हमेशा हल्का गर्म कर पीने की कोशिश करें। साथ ही दूध थोड़ा-थोड़ा करके पीने की कोशिश करें। भारी भोजन के बाद दूध न लें। इससे आपका पाचन तंत्र खराब हो सकता है। दिन में कम से कम दो गिलास दूध जरूर पीएं।
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सावधानियां
1. अगर आप दूध की जगह दही का सेवन करना चाहते हैं, तो शाम या रात की जगह दोपहर के खाने में दही का सेवन करें। साथ ही आप दही और फलों की स्मूदी बनाकर भी ले सकते हैं।
2. बिना पाश्चुरीकृत दूध और इससे बने डेयरी उत्पादों के सेवन से बचें।
3. गर्भावस्था के दौरान अधिक मात्रा में दूध के सेवन से आपको अपच की समस्या हो सकती है। इसलिए इसका संयमित मात्रा में सेवन करें। आप जिस प्रकार के दूध का भी सेवन करें। आपने डॉक्टर की सलाह के बाद ही उसकी तय मात्रा लें ताकि आपकी और बच्चे की सेहत पर कोई असर न पड़े।