Is It Bad To Take Painkillers During Periods: पीरियड्स के दौरान महिलाओं को कई परेशानियों से गुजरना पड़ता है। हर लड़की के लिए पीरियड्स से जुड़ी समस्याएं भी अलग-अलग होती हैं। किसी को पीरियड्स में कमर दर्द होता है तो कुछ लड़कियों को मूड स्विंग्स ज्यादा होते हैं। इसी तरह कुछ लड़कियों को पीरियड्स के दौरान पेट के निचले हिस्से में दर्द और सूजन का एहसास होता है, जिसे पीरियड्स क्रैम्प्स कहा जाता है। पीरियड्स के दौरान होने वाली सभी परेशानियों से राहत पाने के लिए कुछ लड़कियां पेन किलर भी खाती हैं। इन पेन किलर की हैवी डोज होती है जिससे पीरियड्स क्रैम्प्स से जल्दी राहत मिल जाती है। लेकिन क्या पीरियड्स में पेन किलर लेना वाकई सेफ होता है? इसका जवाब जानने के लिए हमने नई दिल्ली स्थित एलांटिस हेल्थकेयर के आब्सटेट्रिक्स और गायनेकोलॉजी के चेयरमैन हेड ऑफ डिपार्टमेंट डॉ. मनन गुप्ता से बात की है।
क्या पीरियड्स के दौरान पेन किलर लेना सुरक्षित है? Is It Safe To Take Painkiller In Periods
डॉ मनन के मुताबिक पीरियड्स में पेन किलर लेना पूरी तरह सेफ होता है। इन दवाओं को पीरियड्स के दौरान होने वाले क्रैम्प्स कम करने के लिए लिया जाता है। ये दवाएं शरीर में कुछ केमिकल्स को ब्लॉक करके दर्द को कम करती हैं, जो यूट्रस के सिकोड़ने का कारण बनते हैं। ज्यादातर महिलाएं पीरियड्स साइकिल शुरू होने के शुरुआती कुछ दिनों तक इन दवाओं का सेवन करती हैं। क्योंकि शुरुआती दिनों में ही परेशानी ज्यादा होती हैं। ऐसे में इन दवाओं के सेवन से दर्द जल्दी कम हो जाता है।
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पीरियड्स में क्या रोज पेन किलर ले सकते हैं? Is it Good To Take Pain Killer Daily In Periods
एक्सपर्ट के मुताबिक पीरियड्स में पेन किलर दवाएं तभी लेनी चाहिए, जब उनकी बहुत ज्यादा जरूरत होती है। अगर आपको क्रैम्प्स बहुत ज्यादा होते हैं तो आप डॉक्टर की सलाह पर इसकी डोज तय कर सकते हैं। अगर आपको कोई हेल्थ इशु है या आप रोज कोई दवा लेते हैं, तो डॉक्टर से कंसल्ट करने के बाद ही इनका सेवन करें। इन्हें ज्यादा मात्रा या खाली पेट लेने से कभी-कभी एसिडिटी और पेट में तकलीफ भी हो सकती है। कुछ मामलों में ये किडनी या लिवर से जुड़ी समस्याओं की वजह भी बन सकती हैं। अस्थमा, अल्सर या दिल की बीमारियों में इनका इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए।
पीरियड्स पेन को नैचुरली कम कैसे कर सकते हैं? How To Reduce Periods Pain Naturally
कोशिश करें आपको पीरियड्स क्रैम्प्स के लिए पेन किलर लेनी न पड़े। पीरियड्स क्रैम्प्स से राहत पाने के लिए आप पेट के निचले हिस्से में हीट पेड से सिकाई कर सकते हैं। इसके अलावा, लाइट एक्सरसाइज, रिलैक्सेशन टेक्निक्स अपनाने से भी पीरियड्स पेन को कम करने में मदद मिलती है। अगर आपको पेन बहुत ज्यादा होता है या इसके कारण आपकी डेली एक्टिविटीज पर भी असर पड़ता है, तो ये किसी हेल्थ कंडीशन से जुड़ा भी हो सकता है। ऐसे में आपको बिना देरी किये तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए।
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निष्कर्ष
लेख में हमने जाना पीरियड्स में पेन किलर लेना पूरी तरह सेफ होता है। इन दवाओं को पीरियड्स के दौरान होने वाले क्रैम्प्स कम करने के लिए लिया जाता है। ये दवाएं शरीर में कुछ केमिकल्स को ब्लॉक करके दर्द को कम करती हैं, जो यूट्रस के सिकोड़ने का कारण बनते हैं। लेकिन इन्हें बहुत कम डोज में लेना चाहिए। क्योंकि, अगर आप ज्यादा मात्रा में इनका सेवन करेंगे तो इससे आपको लिवर या किडनी से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। लेख में आपको सामान्य जानकारी दी गई है। इस बारे में ज्यादा जानने के लिए डॉक्टर से बात करें।
FAQ
क्या पीरियड्स के दौरान पेनकिलर खाना ठीक है?
डॉक्टर मनन गुप्ता के मुताबिक, पीरियड्स में पेन किलर लेना पूरी तरह सेफ होता है। इन दवाओं को पीरियड्स के दौरान होने वाले क्रैम्प्स कम करने के लिए लिया जाता है। ये दवाएं शरीर में कुछ केमिकल्स को ब्लॉक करके दर्द को कम करती हैं, जो यूट्रस के सिकोड़ने का कारण बनते हैं।पीरियड पेन को कम करने के लिए क्या करें?
पीरियड्स क्रैम्प्स से राहत पाने के लिए आप पेट के निचले हिस्से में हीट पेड से सिकाई कर सकते हैं। इसके अलावा, लाइट एक्सरसाइज, रिलैक्सेशन टेक्निक्स अपनाने से भी पीरियड्स पेन को कम करने में मदद मिलती है। अपनी डाइट को बैलेंस्ड रखें और हाइड्रेट रहें। इससे आपको पीरियड्स पेन कम करने में मदद मिलेगी।अच्छा पीरियड कितने दिन का होता है?
डॉक्टर के मुताबिक पीरियड्स साइकिल हर महिला की अलग-अलग होती है। सामान्य तौर पर 3 से 7 दिन तक पीरियड्स होना नॉर्मल होता है। लेकिन अगर किसी को 2 दिन तक या इससे कम और 8 दिन से ज्यादा पीरियड्स होते हैं, तो इसे नॉर्मल नहीं कहा जा सकता है।