Doctor Verified

ब्रेस्टफीडिंग के दौरान दवा खाने से क्या दूध की क्वालिटी पर असर पड़ता है? जानें क्या कहते हैं डॉक्टर

ब्रेस्ट फीडिंग के दौरान महिलआों को दवाओं का सेवन नहीं करना चाहिए। इसका बुरा असर बच्चे की ग्रोथ पर पड़ सकता है।
  • SHARE
  • FOLLOW
ब्रेस्टफीडिंग के दौरान दवा खाने से क्या दूध की क्वालिटी पर असर पड़ता है? जानें क्या कहते हैं डॉक्टर


Is It Safe To Take Medicine During Breastfeeding In Hindi: महिलाओं को न सिर्फ प्रेग्नेंसी के दौरान, बल्कि अपने शिशु को स्तनपाना कराने के दौरान भी अपनी डाइट का विशेष ध्यान रखना होता है। उन्हें अपनी डाइट में उन्हीं चीजों को शामिल करना होता है, जो बच्चे के स्वास्थ्य के लिए सही हो। यही नहीं, स्तनपान करा रही महिलाओं को अपनी हेल्थ का भी ध्यान रखना पड़ता है। कहीं बीमार न हो जाए, इस बात को लेकर कॉन्शस रहना पड़ता है। असल में कहा जाता है कि जो महिलांए शिशु को दूध पिला रही हैं, उन्हें दवाई नहीं खानी चाहिए। वे दवाई खाएंगी, तो इसका बुरा असर बच्चे के स्वास्थ्य पर भी पड़ सकता है। ऐसे में यह सवाल उठना लाजिमी है कि क्या ब्रेस्टफीड करा रही महिलाओं को दवाई नहीं खानी चाहिए? इस संबंध में शांता फर्टिलिटी सेंटर की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. अनुभा सिंह से बात की।

क्या ब्रेस्टफीड के दौरान दवाई का सेवन नहीं करना चाहिए?

 medications during breastfeeding

मेयो क्लिनिक की मानें, तो ब्रेस्डफीड करा रही है, महिलाएं जो भी खाती हैं, वे उसके रक्त में घुलता है। इसी तरह, महिला जिस भी तरह की दवा का सेवन करेगी, उसकी कुछ मात्रा रक्त में जरूर घुलेगी, जो कि बाद में दूध के जरिए बच्चे तक पहुंचती है। हालांकि, हर दवा के संभावित रिस्क अलग-अलग होते हैं। इसलिए, महिला कौन-सी दवा का सेवन करेगी, वह बच्चे को किस तरह प्रभावित करेगी, यह दवा के बारे में जानकर ही बताया जा सकता है।

इसे भी पढ़ें: ब्रेस्टफीडिंग से जुड़े इन 5 मिथक पर अक्सर लोग कर लेते हैं भरोसा, जानें इनकी सच्चाई

क्या शिशु का स्वास्थ्य दवाई की वजह से प्रभावित हो सकता है?

हां, ऐसा बिल्कुल हो सकता है। अगर बच्चा प्रीमेच्योर बेबी है, अंडरवेट है या फिर उसे किसी तरह की किडनी से संबंधित बीमारी है, तो ऐसे बच्चे मां द्वारा ली गई दवाओं से प्रभावित हो सकते हैं। यहां तक कि मां द्वारा दवा का सेवन करने से शिशु बुरी तरह बीमार पड़ सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, 6 माह की उम्र के बच्चों पर मां द्वारा ली गई दवाओं का प्रभाव कम हो जाता है। असल में, इस उम्र तक बच्चे दाल का पानी और चावल का पानी भी पीने लगते हैं।

इसे भी पढ़ें: ब्रेस्ट फीडिंग के दौरान मां की डाइट का बच्चे पर क्या असर पड़ता है? जानें क्या कहते हैं डॉक्टर

क्या ब्रेस्टफीड कराने के दौरान दवाईयां बंद कर देनी चाहिए?

ब्रेस्टफीड कराने के दौरान दवाई लेना शिशु के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। इसके बावजूद, अगर महिला के लिए दवाई लिया जाना बहुत जरूरी है, तो वह दवा ले सकती है। हालांकि, इस संबंध में उसे डॉक्टर से बात करनी चाहिए। क्योंकि, महिला दवा क्यों ले रही है या उसे क्या बीमारी है, यह बात भी बहुत मायने रखती है। कई बार, डॉक्टर सिचुएशन के अनुसार, महिला को स्तनपान कराने के लिए अस्थाई रूप से मना कर सकते हैं।

ब्रेस्टफीड के दौरान कौन-सी दवाईयां सुरक्षित होती हैं?

इस संबंध में महिला को चाहिए कि वे सीधे डॉक्टर से संपर्क करें। अपने मन से कोई भी दवा न लें। हालांकि, ब्रेस्टफीडिंग के दौरान कुछ सामान्य दवाईयां हैं, जिनका सेवन किया जा सकता है। लेकिन, महिला को दवाई का सेवन तभी करना चाहिए, जब बहुत जरूरी हो।

image credit: freepik

Read Next

World Breastfeeding Week: बतौर वर्किंग मदर ब्रेस्टफीड कराना मेरे लिए बन गया था चैलेंज, इन तरीकों से किया मैनेज

Disclaimer