Signs Of Severe Dehydration During Pregnancy In Hindi: गर्मी का मौसम है। हर व्यक्ति को इन दिनों खुद को हाइड्रेट रखना चाहिए। ऐसा न किए जाने पर बॉडी डिहाइड्रेट हो सकती है, जिससे कई अन्य समस्याएं पैदा हो सकती हैं। जैसे, सिरदर्द, उल्टी आना, चक्कर आना आदि। खासकर, गर्भवती महिलाओं की बात करें, तो उन्हें अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखा चाहिए। गर्भवती महिलाओं पर अपने साथ-साथ गर्भ में पल रहे शिशु की जिम्मेदारी भी होती है। ध्यान रखें, अगर गर्भवती महिला डिहाइड्रेट होती है, इसका बुरा असर बच्चे के स्वास्थ्य पर भी पड़ सकता है। इसके अलावा, डिहाइड्रेशन के कारण महिला कमजोर हो सकती है और लो-एनर्जी फील कर सकती है। इस तरह की कंडीशन गर्भवती महिला को बीमार कर सकती है। इस तरह की सिचुएशन से बचने के लिए जरूरी है कि महिला डिहाइड्रेशन के लक्षणों के बारे में जाने। खासकर, गंभीर डिहाइड्रेशन के संकेतों के बारे में जानकारी रखकर वे खुद को और अपने गर्भ में पल रहे शिशु को डिहाइड्रेट होने से बचा सकती हैं। इस बारे में हमने वृंदावन और नई दिल्ली स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता से बात की।
प्रेग्नेंसी में गंभीर डिहाइड्रेशन के संकेत- Signs Of Severe Dehydration During Pregnancy In Hindi
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आंखें खुलने में दिक्कत आना
प्रेग्नेंसी के दौरान कई अगर महिला को गंभीर रूप से डिहाइड्रेशन हो जाए, तो उनकी आंखे खुलने में दिक्कत होती है, बेचैनी होने लगती है। यहां तक कि आंखें के आसपास डार्कनेस बढ़ जाती है। यही नहीं, अगर महिला लंबे समय तक डिहाइड्रेशन से पीड़ित रहती है, आंखों के आसपास एजिंग के लक्षण भी नजर आने लगते हैं।
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हार्ट रेट का बढ़ना
सामन्यतः हार्ट रेट को बहुत गंभीर बीमारी से जोड़कर देखा जाता है। लेकिन, कई बार डिहाइड्रेशन होने पर भी महिला का हार्ट रेट बढ़ जाता है। अगर महिला को ब्लड प्रेशर या हार्ट से जुड़ी कोई बीमारी नहीं है, तो उन्हें बढ़ते हार्ट रेट को लेकर कॉन्शस हो जाना चाहिए। गर्मी लगने के कारण बॉडी डिहाइड्रेट हो रही है, तो महिला को चाहिए कि तुरंत पानी पिएं। इस तरह धीरे-धीरे हार्ट रेट सामान्य होने लगता है।
ब्लड प्रेशर डाउन हो जाता है
गर्भवती महिलाओं को चाहिए कि वे अपने स्वास्थ्य को लेकर जरा भी लापरवाही न करे। अगर लगे कि बॉडी डिहाइड्रेट हो रही है, तो उन्हें फ्लूइड इनटेक बढ़ा देना चाहिए। क्यांकि ऐसा न करने पर या डिहाइड्रेशन का तुरंत इलाज न करने पर ब्लड प्रेशर डाउन हो सकता है। दरअसल, बॉडी डिहाइड्रेट होने पर ब्लड वॉल्यूम कम हो जाता है, जिससे ब्लड प्रेशर डाउन होने लगता है।
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मुंह का सूखना
डिहाइड्रेशन का सबसे कॉमन लक्षण है, मुंह का सूखना। हालांकि, ड्राई माउथ होना कई अन्य बीमारियों का कारण भी हो सकता है। अगर लंबे समय से आपको प्यास लग रही है, तो तुरंत पानी पी लें। ऐसा न करने बाद बहुत देर तक माउथ ड्राईनेस रहती है, जिससे अन्य दिक्कतें बढ़ सकती है। ऐसा होना गर्भ में पल रहे शिशु के लिए भी सही नहीं है।
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समय से पहले डिलीवरी होना
शायद आपको यह जानकर हैरानी हो, लेकिन यह सच है कि डिहाइड्रेशन के कारण समय से पहले डिलीवरी हो सकती है। दरअसल, अगर गर्भवती महिला लंबे समय से डिहाइड्रेशन का शिकार है और यह गंभीर कंडीशन तक पहुंच गई है, तो ऐसे में एम्नियोटिक फ्लूइड का स्तर प्रभावित होता है, जिससे बच्चे की ग्रोथ प्रभावित होती है। नतीजतन, समय से पहले डिलीवरी हो सकती है। यही नहीं, डिहाइड्रेशन की वजह से बच्चे के अहम ऑर्गन पर नेगेटिव असर पड़ता है।
स्किन में ड्राईनेस बढ़ सकती है
डिहाइड्रेशन का सिंपल सा मतलब है कि बॉडी में पानी की कमी होना। जब शरीर में पानी की कमी होने लगती है, तो इससे हमारी स्किन की बाहरी लेयर में पानी की कमी हो जाती है, जिससे स्किन में ड्राईनेस बढ़ जाती है। हालांकि, ड्राई स्किन होना एक तरह की स्थाई कंडीशन होती है। ऐसी स्किन की केयर करने के लिए महिला को डाइट में बदलाव करने की जरूरत है। लेकिन, अगर पानी की कमी के कारण स्किन ड्राई हो रही है, तो इसे हल्के में न लें। तुरंत इसका उपचार करवाएं।
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