गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के शरीर में कई हार्मोनल और शारीरिक बदलाव होते हैं। ऐसे में अगर आप सही मात्रा में पानी नहीं पीते है तो, डिहाईड्रेशन के कारण बहुत सारी परेशानियां हो सकती है। कभी-कभी ये स्थिति बेहद नाजुक भी हो सकती है। हालांकि ज्यादातर मामलों में डिहाईड्रेश माइल्ड होता है । लेकिन इस स्थिति से बचने के लिए एक गर्भवती महिला को अधिक मात्रा में पानी पीने की जरूरत होती है। शरीर की जरूरत के हिसाब से अगर आप पानी नहीं पीते हैं तो आपको हीट कैंप्स (मांसपेशियों में क्रैम्प), हीट एक्जॉशन (शरीर में ओवरहीटिंग की वजह से पल्स तेज होना) और स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है। इससे बचने के लिए आपको डिहाईड्रेशन के कारण और लक्षण जानना बेहद जरूरी है।
डिहाईडड्रेशन के कारण (Reasons of dehydration)
1. कम पानी पीने से (drinking less water)
डिहाईड्रेशन का सबसे बड़ा कारण पानी की कमी होती है। एक दिन में लगभग 8 गिलास पानी पीना जरूरी माना जाता है। एक गर्भवती महिला को हाइड्रेट रहने के लिए कम से कम 12 गिलास पानी पीना चाहिए। यदि आप इससे कम मात्रा में पानी पीते हैं तो आपको नुकसान हो सकता है।
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2. मॉर्निंग सिकनेस
गर्भवती महिलाओं को मॉर्निंग सिकनेस की समस्या बराबर होती है। जिसकी वजह से उन्हें मतली,उल्टी ,बहुत ज्यादा पेशाब और पसीना भी आ सकता है । इन सब कारणों से आपके शरीर में पानी की कमी हो सकती है।
3. डायरिया की वजह से
गर्भावस्था में दौरान शरीर में कई परिवर्तन होते हैं। इस दौरान अगर आपको डायरिया की समस्या होती है तो, आपके शरीर में पानी की कमी हो सकती है। दरअसल हार्मोनल बदलाव या पेट की किसी समस्या के कारण डायरिया हो सकता है। बस इस अवस्था में आप पानी या जूस पीते रहें।
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4. खून की मात्रा बढ़ने के कारण
गर्भावस्था के समय खून की मात्रा बढ़ जाती है जो, डिहाईड्रेशन का प्रमुख कारण है। इस दौरान शरीर में पानी की मात्रा कम हो जाती है।
5. मौसम की वजह से
मौसम की वजह से भी डिहाईड्रेशन हो सकता है। बहुत गर्मी या ह्यूमिडिटी की वजह से ऐसा हो सकता है। इसके अलावा अगर आप अपने कमरे में एसी चलाकर रखते है तो, इस दौरान भी वातावरण में नमी कम हो जाती है।
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पानी की कमी होने के लक्षण (Symptoms of dehydration)
1. डिहाईड्रेशन का सबसे बड़ा कारण प्यास लगना है । इससे आपके होंठ फट सकते हैं और त्वचा रूखी भी हो जाती है।
2. अत्यधिक डिहाईड्रेशन होने की वजह से पेशाब कम और रंग गाढ़ा हो जाता है। साथ ही पेशाब से बदबू भी आती है।
3. पानी की कमी से पेट में ऐंठन और दर्द की समस्या हो सकती है। कब्ज के साथ मतली और चक्कर आने की परेशानी भी हो सकती है।
4. डिहाईड्रेशन की वजह से हार्ट रेट बढ़ सकता है और सांस लेने में भी तकलीफ हो सकती है।
5. आंखों के नीचे गड्ढे आना और मुंह सूखना आम समस्या है।
6. ब्लड प्रेशर और थकान भी होती है।
डिहाईड्रेशन से बचने दूर करने के उपाय (how to cure dehydration)
1. गर्भावस्था के दौरान पर्याप्त मात्रा में और धीरे-धीरे पानी पिएं क्योंकि एक बार में ज्यादा पानी पीने से किडनी में दबाव पड़ सकता है।
2. हर एक घंटे में एक कप पानी मतलब 150 से 180 मिली पानी पिएं।
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3. अगर आपको सादा पानी पीने में दिक्कत हो रही है तो, पानी में नींबू,सूप या जूस के रूप में फ्लूइड की ज्यादा से ज्यादा मात्रा लें।
4. इसके अलावा कैफीन, प्रोसेस्ड फ्रूट जूस और सोडा डाला हुआ जूस न लें।
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5. गर्मी के समय में ज्यादा लंबे एकसरसाइज न करें। इससे पानी की बहुत ज्यादा कमी हो सकती है और आपके शरीर में दबाव पड़ता है।
गर्भावस्था के दौरान डिहाईड्रेशन होने पर अगर आपको कोई गंभीर समस्या भी हो सकती है। अगर आपकी पल्स रेट धीमी हो जाती है या आपको बार-बार चक्कर आ रहे हैं तो, तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें। अगर आपकी हार्ट रेट तेज हो रही है तो, ऐसे समय में भी डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।