दांत हमारे शरीर की सुंदरता और सेहत दोनों से जुड़े हुए हैं, ये केवल भोजन चबाने का काम नहीं करते, बल्कि हमारी स्माइल, आत्मविश्वास और पर्सनैलिटी को भी निखारते हैं। लेकिन जब इनकी देखभाल समय पर न की जाए तो ये धीरे-धीरे खराब होने लगते हैं। दांत सड़ने की समस्या (Tooth Decay) आज बेहद आम हो गई है और यह बच्चों से लेकर बड़ों तक किसी को भी हो सकती है। अक्सर लोग सोचते हैं कि क्या एक बार सड़े हुए दांत दोबारा से पहले जैसे मजबूत और हेल्दी हो सकते हैं? दरअसल, दांतों की सबसे बाहरी परत जिसे इनेमल (Enamel) कहा जाता है, बहुत कठोर होती है। लेकिन बैक्टीरिया द्वारा बने एसिड और गलत खानपान के कारण यह परत धीरे-धीरे टूटने लगती है। यही प्रक्रिया दांतों को खोखला करती है और समय के साथ दर्द, सूजन और इंफेक्शन का कारण बनती है। इस लेख में भोपाल स्थित अपोलो सेज अस्पताल की बीडीएस और एमएचए डेंटिस्ट डॉक्टर सुरभि श्रीवास्तव (Dr. Surbhi Shrivastava, BDS, MHA Dentist, Apollo Sage Hospitals, Bhopal) से जानिए, क्या सड़े दांत सही हो सकते हैं?
क्या सड़े दांत सही हो सकते हैं? - Is It Possible To Restore Decayed Teeth
दांतों की सतह पर एक कठोर परत होती है जिसे इनेमल (Enamel) कहा जाता है, जब हम ज्यादा मीठा, चॉकलेट, कोल्ड ड्रिंक या चिपचिपा खाना खाते हैं तो उसके कण दांतों में फंस जाते हैं। ये कण बैक्टीरिया के लिए भोजन का काम करते हैं और एसिड बनाते हैं, यही एसिड धीरे-धीरे इनेमल को नुकसान पहुंचाता है और दांत सड़ने लगते हैं। डेंटिस्ट डॉक्टर सुरभि श्रीवास्तव कहती हैं, ''यदि दांत सड़ने की शुरुआत में ही इलाज कर लिया जाए तो इन्हें बचाया जा सकता है, लेकिन अगर सड़न गहरी हो जाए तो यह मसूड़ों और नसों तक पहुंचकर दांत को पूरी तरह खराब कर सकती है।''
अगर दांत की सड़न सिर्फ इनेमल तक है और उसमें छोटा काला धब्बा या हल्की गड्ढेनुमा सतह बनी है, तो इस स्थिति को शुरुआती चरण कहा जाता है। इस स्तर पर दांत को सही किया जा सकता है। लेकिन अगर सड़न बढ़कर दांत की नस (Pulp) तक पहुंच जाए तो यह बेहद दर्दनाक हो जाता है। ऐसे में दांत को बचाने के लिए रूट कैनाल ट्रीटमेंट (RCT) करना पड़ता है। RCT में दांत के अंदर से संक्रमित हिस्से को साफ किया जाता है और उसे दवाई व फिलिंग से भर दिया जाता है और बाद में उस पर कैप (Crown) लगाई जाती है ताकि दांत मजबूत बना रहे। इस स्थिति में दांत को पूरी तरह से नेचुरल रूप में तो नहीं लौटाया जा सकता लेकिन उसे बचाया जरूर जा सकता है।
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- डेंटिस्ट फ्लोराइड ट्रीटमेंट देकर दांत को मजबूत बना सकते हैं।
- कैविटी फिलिंग (Filling) कराकर दांत के उस हिस्से को भर दिया जाता है ताकि बैक्टीरिया आगे नुकसान न पहुंचा सकें।
- सही समय पर इलाज से दांत लंबे समय तक सुरक्षित रह सकते हैं।
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अगर दांत पूरी तरह सड़ जाए, टूट जाए या हिलने लगे तो अक्सर उसे बचाना मुश्किल हो जाता है। कई बार डेंटिस्ट दांत को निकालने की सलाह देते हैं और निकाले गए दांत की जगह ब्रिज (Bridge), डेंचर (Denture) या इम्प्लांट (Dental Implant) लगाया जा सकता है।
निष्कर्ष
सड़े दांत शुरुआती अवस्था में सही हो सकते हैं, लेकिन अगर सड़न बहुत बढ़ गई हो तो दांत को बचाना मुश्किल होता है। ऐसे में आधुनिक दंत चिकित्सा (जैसे फिलिंग, RCT, क्राउन, इम्प्लांट) दांतों को लंबे समय तक सुरक्षित रख सकते हैं। दांत हमारे शरीर का स्थायी हिस्सा हैं। एक बार खराब हो जाएं तो इन्हें नेचुरल रूप में वापस लाना संभव नहीं। इसलिए बेहतर यही है कि समय रहते इनके लक्षणों को पहचानें, सही इलाज कराएं और जीवनभर मुस्कान को हेल्दी बनाए रखें।
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