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Khushkhabri with IVF: आईवीएफ में नॉर्मल डिलीवरी संभव है या सी-सेक्शन ही होता है? जानें डॉक्टर से

Khushkhabri with IVF: आईवीएफ में नॉर्मल डिलीवरी भी संभव हो सकती है और सी-सेक्शन के चांस भी रहते हैं। ऐसा कई कारणों से होता है। जानने के लिए पूरा लेख पढ़ें।
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Khushkhabri with IVF: आईवीएफ में नॉर्मल डिलीवरी संभव है या सी-सेक्शन ही होता है? जानें डॉक्टर से


Khushkhabri with IVF: यह बात हम सभी जानते हैं कि आईवीएफ एक जटिल प्रक्रिया है। इसमें महिला को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसके बावजूद, कई कपल्स इस तकनीक की मदद से पेरेंट्स बन रहे हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि कई महिलाएं या पुरुष शारीरिक समस्याओं के कारण नेचुरल तरीके से कंसीव नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में यह तकनी इन कपल्स के लिए भगवान का वरदान सरीखा है। हालांकि, ज्यादतार महिलाओं के में आईवीएफ प्रक्रिया को लेकर काफी डर बैठा हुआ है। यही कारण है कि वे इस तकनीक से दूर रहना चाहती हैं। जैसे अब भी महिलाओं को यह सवाल परेशान करता है कि आईवीएफ प्रक्रिया में नॉर्मल डिलीवरी संभव है या हमेशा सी-सेक्शन ही करवाना पड़ता है? आइए, इस सवाल का जवाब सीधे डॉक्टर के जानते हैं।

आईवीएफ को लेकर अक्सर लोगों के मन में कई सवाल होते हैं। इन्हीं सवालों को ध्यान में रखते हुए ऑनलीमायहेल्थ Khushkhabri with IVF नाम से एक स्पेशल सीरीज चला रहा है। इस सीरीज में आपको IVF से जुड़े तमाम विषयों पर आलेख मिल जाएंगे। आज इस लेख में हम  आपको बता रहे हैं कि आईवीएफ में नॉर्मल डिलीवरी संभव है या सी-सेक्शन ही होता है? इस बारे में हमने वृंदावन और नई दिल्ली स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता से बात की। अगर आप भी IVF के जरिये प्रेग्नेंसी प्लान करने की सोच रहे हैं, तो इस आर्टिकल से आपको मदद मिल सकती है।

आईवीएफ में नॉर्मल डिलीवरी संभव है या सी-सेक्शन ही होता है?

यह बात सच है कि महिलाओं के मन में आईवीएफ तकनीक को लेकर कई तरह के सवाल बैठे हुए हैं। विशेषकर, डिलीवरी को लेकर उन्हें लगता है कि आईवीएफ तकनीक अपनाने के बाद हर महिला का सी-सेक्शन होता है। इस बारे में डॉ. शोभा गुप्ता कहती हैं, "यह सही नहीं है कि आईवीएफ तकनीक में हर बार महिला को सी-सेक्शन ही करवाना पड़े। इस प्रक्रिया को अपनाने के बाद महिला को नॉर्मल डिलीवरी भी हो सकती है। जैसा कि हमने नेचुरली कंसीव करने वाली महिलाओं में देखा है।" डॉ. गुप्ता आगे कहती हैं, "महिला की नेचुरल डिलीवरी होगी या सी-सेक्शन हो। यह बात कई तरह के कारक पर निर्भर करता है। आपको स्पष्ट कर दें कि आईवीएफ प्रक्रिया किसी भी तरह से महिला के स्वास्थ्य पर निगेटिव असर नहीं डालती है। वहीं, सी-सेक्शन होने की वजह की बात करें, तो ऐसा गर्भ में बच्चे की गलत पोजिशन, शिशु को ऑक्सीजन की सप्लाई बाधित होना या जन्मजात कोई विकार होना। कुल मिलाक, यह स्पष्ट रूप में कहा जा सकता है कि आईवीएफ प्रक्रिया में नेचुरल डिलीवरी की भी संभावना रहती है। यह जरूरी नहीं है कि महिला को हर बार सी-सेक्शन ही करवाना पड़े।"

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आईवीएफ प्रक्रिया में नेचुरल डिलीवरी की संभावना कैसे बढ़ाएं?

अच्छे डॉक्टर से संपर्क करें

आईवीएफ प्रक्रिया के नेचुरल डिलीवरी की संभावना बढ़ानी है, तो बहुत जरूरी है कि आप एक अच्छा और प्रोफेशनल डॉक्टर चुनें। ध्यान रखें कि अगर आप अनट्रेंड डॉक्टर के पास जाएंगे, तो न तो ऐसे में प्रक्रिया के सफल होने की संभावना दर भी कम हो जाती है और सी-सेक्शन के चांसेज भी बढ़ जाते हैं।

प्रेग्नेंसी के दौरान एक्टिव रहें

आईवीएफ प्रक्रिया की मदद से अगर आपने कंसीव कर लिया है, तो डॉक्टर की सलाह पर आप फिजिकली एक्टिव रहें। अगर डॉक्टर ने आपको एक्टिव रहने की सलाह दी है, तो माइल्ड वर्कआउट भी कर सकती हैं। वैसे प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए वॉकिंग सबसे अच्छी एक्सरसाइज होती है।

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हेल्दी डाइट लें

हेल्दी डाइट हर महिला के लिए बहुत जरूरी है। वहीं, अगर बात करें, आईवीएफ प्रक्रिया की तो इस दौरान महिलाओं को बाहर की चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। बाहर की चीजें न सिर्फ हेल्थ को इफेक्ट कर सकती हैं, बल्कि आईवीएफ प्रक्रिया में बाधा भी डाल सकती है। इस प्रक्रिया के दौरान और गर्भधारण के बाद हर महिला को हेल्दी डाइट लेना चाहिए। इससे नेचुरल डिलीवरी की संभावना बढ़ सकती है।

तनाव का स्तर मैनेज करें

आईवीएफ प्रक्रिया सही तरह से निपट जाए और आप कंसीव कर लें। इसके लिए बहुत जरूरी है कि आप तनाव न लें। ध्यान रखें कि तनाव के कारण हार्मोनल बदलाव हो सकता है। यह आईवीएफ प्रक्रिया में बाधा डाल सकता है। यहां तक कि सी-सेक्शन की संभावना दर को भी बढ़ा सकता है। इसलिए, तनाव के स्तर को कम करें। इसके लिए खुद को दोस्तों के साथ इंवॉल्व रखें, अपने लाइफ पार्टनर के साथ समय-समय पर घूमने जाएं और जब भी जरूरत पड़ें, तो दूसरों की मदद लें।

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सी-सेक्शन के लिए तैयार रहें

आईवीएफ प्रक्रिया में दोनों ही तरह की डिलीवरी की संभावना बनी रहती है। इसके बावजूद, आपको सी-सेक्शन के लिए तैयार रहना चाहिए। इसके अलावा, आप इस बात पर भी यकीन करें कि जिन महिलाओं ने नेचरली कंसीव किया है, उन्हें भी मजबूरी में सी-सेक्शन करवाना पड़ता है। आज की तारीख में कई महिलाओं को इस डिलीवरी के लिए इस विकल्प को चुनना पड़ता है। सी-सेक्शन के बाद रिकवरी हो जाती है और आप नॉर्मल लाइफ जी सकती हैं।

All Image Credit: Freepik

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