Thirsty During Pregnancy: प्रेग्नेंसी में तरह-तरह की परेशानी होती है, क्योंकि इन दिनों महिलाओं के शरीर में कई तरह के हार्मोनल बदलाव होते हैं। ऐसे में अगर महिलाएं अपनी सेहत का पूरा ध्यान नहीं रखती हैं, प्रॉपर डाइट नहीं लेती हैं, तो उनके गर्भ में पल रहे शिशु के विकास पर बुरा असर पड़ सकता है। बहरहाल, आमतौर पर प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाएं अपने पोषण का पूरा ध्यान रखती हैं। फिर भी आपने नोटिस किया होगा कि कई मलिहाओं को प्रेग्नेंसी में हर समय कमजोरी और थकान बनी रहती है, साथ ही प्यास भी लगती है। सवाल है, क्या ऐसा होना नॉर्मल है? यानी क्या प्रेग्नेंसी में हर समय प्यास लगना सामान्य होता है? कहीं यह किसी बीमारी का संकेत तो नहीं है। आइए, जानते हैं नोएडा सेक्टर 71 स्थित Kailash Hospital में Sr Consultant - Obs & Gynaecology डॉ. नीलम बेनारा से।
क्या प्रेग्नेंसी में हर समय प्यास लगना सही होता है?
प्रेग्नेंसी में हर समय प्यास लगना पूरी तरह सामान्य होता है। नेशनल हेल्थ सर्विस में प्रकाशित एक लेख में इस बात की पुष्टि होती है। लेख से पता चलता है, "प्रेग्नेंसी के दौरान प्यास लगना असामान्य नहीं है। हालांकि, लगातार प्यास लगना और हद से ज्यादा प्यास लगना, पानी पीने के बावजूद प्यास का अहसास बने रहना सही नहीं है। क्योंकि अगर किसी महिला को दिन और रात हर समय प्यास लगती है, तो यह जेस्टेशनल डायबिटीज और डिहाइड्रेशन का संकेत हो सकता है।" विशेषज्ञ आगे समझाते हैं कि अगर महिलाओं को प्यास लगने के साथ-साथ अन्य लक्षण भी नजर आते हैं, तो वो गर्भ में पल रहे शिशु के विकास की ओर इशारा कर सकता है।
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प्रेग्नेंसी में प्यास लगने के कारण
हार्मोनल बदलावः प्रेग्नेंसी में प्यास लगने का एक कारण होता है, हार्मोनल बदलाव। प्रेग्नेंसी में हार्मोनल बदलाव होना स्वाभाविक है। इसी वजह से प्यास भी बढ़ जाती है। इसलिए, इसे लेकर ज्यादा चिंता नहीं करनी चाहिए।
ब्लड वॉल्यूम का बढ़नाः प्रेग्नेंसी के दौरान बॉडी ब्लड वॉल्यूम बढ़ जाता है, ताकि शिशु को पूरा सपोर्ट मिल सके। इन दिनों शरीर को अतिरिक्त फ्लूइड की जरूरत होती है, तो ब्लड फ्लो सामान्य बना रहे। इसी वजह से प्यास भी बढ़ जाती है।
मॉर्निंग सिकनेसः प्रेग्नेंसी में महिलाओं को मॉर्निंग सिकनेस की दिक्कत बनी रहती है। इस दौरान उल्टी होती है, जिससे काफी वॉटर लॉस हो जाता है। ऐसे में प्यास बढ़ सकती है।
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निष्कर्ष
प्रेग्नेंसी के दौरान प्यास लगने को आसामन्य नहीं माना जाना चाहिए, बशर्ते आपको दिन-रात अत्यधिक प्यास न लगे। यह जेस्टेशनल डायबिटीज की ओर इशारा करता है। ध्यन रखें कि जेस्टेशनल डायबिटीज का समय पर इलाज किया जाना जरूरी है, वरना डिलीवरी के दौरान मुश्किलें आ सकती हैं।
FAQ
गर्भावस्था के दौरान ज्यादा प्यास क्यों लगती है?
गर्भावस्था के दौरान हार्मोनल बदलाव होता है, जिस वजह से प्यास बढ़ सकती है। हालांकि, अत्यधिक प्यास लगना सही नहीं है क्योंकि यह किसी बीमारी का संकेत हो सकता है।प्यास न लगने के क्या कारण हैं?
प्यास न लगना सही नहीं है, क्योंकि इसका मतलब है कि ब्रेन में थर्स्ट सेंटर डैमेज हो गया है। कई बार कुछ बीमारियां भी इसका कारण हो सकती हैं। अगर आपको प्यास न लगे, तो डॉक्टर से संपर्क करें।प्यास बुझाने के लिए क्या करें?
प्यास बुझाने के लिए पानी पीना सबसे जरूरी होता है। हां, आप चाहें, तो खुद को हाइड्रेट रखने के लिए कई अन्य विकल्प चुन सकते हैं, जैसे नारियल पानी, ताजे फलों का जूस, नींबू पानी आदि।