Menopause Me Weight Kyu Badhta Hai: मेनोपॉज एक ऐसा चरण होता है, जब महिला को पीरियड्स पूरी तरह बंद हो जाते हैं। मेनोपॉज से पहले महिलाएं पेरी-मेनोपॉज से गुजरती हैं। वास्तव में, यह एक लंबी प्रक्रिया होती है। आमतौर पर 40-45 साल की उम्र पार कर चुकी महिलाओं को मेनोपॉज होता है। मेनोपॉज की प्रक्रिया के दौरान महिलाओं को कई तरह की शारीरिक समस्याएं होने लगती हैं। इसमें वेट गेन भी एक तरह की प्रॉब्लम है। जी, हां यह सच है। मेनोपॉज के दौरान अक्सर महिलाओं का वजन बढ़ जाता है। सवाल है, ऐसा क्यों होता है? और क्या महिलाएं इस दौरान अपने बढ़ते वजन को कंट्रोल कर सकती हैं? अगर नहीं, तो इसे मैनेज करने के लिए क्या कुछ कर सकती हैं? आइए, जानते हैं सब कुछ डिटेल में।
क्या मेनोपॉज के दौरान वजन कम करना वाकई मुश्किल होता है?
वृंदावन और नई दिल्ली स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता की मानें, "मेनोपॉज के दौरान महिलाओं का वजन बढ़ने लगता है। इसके पीछे कई तरह के कारक जिम्मेदार होते हैं। सबसे पहली बात बढ़ती उम्र में वजन का बढ़ना नेचुरल हो सकता है। वहीं, मेनोपॉज हो जाने की वजह से महिलाओं में एस्ट्रोजन हार्मोन का स्तर काफी कम हो जाता है। एस्ट्रोजन महिलाओं के शरीर के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण हार्मोन माना जाता है। एस्ट्रोजन कम होने के कारण मेटाबॉलिज्म रेट स्लो हो जाता है। मेटाबॉलिज्म सही तरह से काम न करे, तो अक्सर महिलाओं वजन तेजी से बढ़ने लगता है। विशेषज्ञों की मानें, तो अगर महिलाएं अपने खानपान या जीवनशैली में किसी तरह का बदलाव न करे, तो भी उन्हें एस्ट्रोजन की कमी के कारण मोटापे का शिकार होना पड़ता है। यही कारण है, जिस वजह से महिलाएं चाहते हुए भी अपना वजन कम नहीं कर पाती हैं। दरअसल, पर्याप्त मात्रा में एस्ट्रोजन न होने के कारण बॉडी वेट इफेक्टेड होने लगता है। कोशिश करने के बावजूद इसमें बमुश्किल ही सफलता मिल सकती है।"
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मेनोपॉज के दौरान वजन कम करने का सही तरीका- Menopause Me Weight Loss Kaise Kare
वजन मेंटेन करने पर ध्यान दें
मेनोपॉज के दौरान वजन कम करना बहुत मुश्किल हो जाता है। डॉ. शोभा गुप्ता कहती हैं, "40 की उम्र के बाद अक्सर महिलाओं के पेट के आसपास ज्यादा चर्बी जम जाती है। इसे कम करना आसान नहीं होता है। ध्यान रखें, पेट के आसपास चर्बी बढ़ने से कई तरह के हेल्थ रिस्क होने लगते हैं, जैसे डायबिटीज, सांस लेने की समस्या और हार्ट से जुड़ी प्रॉब्लम। यही नहीं, बढ़ते मोटापे के कारण कुछ विशेषक किस्म के कैंसर, जैसे ब्रेस्ट और कोलोन का रिस्क भी बढ़ जाता है। यह सब आपके साथ न हो, इसके लिए कोशिश करें कि वजन को सुंतलित बनाए रखें।"
अनहेल्दी न खाएं
डॉ. शोभा गुप्ता की सलाह देती हैं, "चूंकि, इन दिनों बिना कोशिश किए ही वजन लगातार बढ़ रहा होता है। ऐसे में बहुत जरूरी हो जाता है कि आप हेल्दी चीजें खाएं। अनहेल्दी चीजों को अपनी डाइट से बाहर निकाल लें। ऐसी चीजें न खाएं, जिससे बॉडी में कैलोरी काउंट बढ़ता है।"
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नियमित एक्सरसाइज करें
डॉ. शोभा गुप्ता आगे बताती हैं, "बॉडी वेट मेंटेन करने के लिए आवश्यक है कि आप नियमित रूप से एक्सरसाइज करें। बॉडी को एक्टिव रखने से पेट के आसपास चर्बी जमा होने का जोखिम कम हो जाता है। इससे आपकी बॉडी की फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ती है और इम्यूनिटी भी बूस्ट होती है। हालांकि, इस बात का ध्यान रखें कि 40 साल की उम्र के बाद, शरीर वह लचीलापन खो देता है, जो युवावस्था में होती है। इसलिए, ओवर एक्सरसाइज करने से बचें।"
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