Is Gulkand Good For Diabetes In Hindi: आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर गुलकंद में को गुलाब की पंखुड़ियों और चीनी की मदद से बनाया जाता है। इसकी तासीर ठंडी होती है और इसमें बहुत से पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए कई तरीकों से फायदेमंद है। लेकिन क्या इसको ब्लड शुगर जैसी बीमारी में खा सकते हैं? आज के समय में ज्यादातर लोग ब्लड शुगर की समस्या से पीड़ित रहते हैं, जिसमें अक्सर लोगों को मीठा खाने से बचने की सलाह दी जाती है। ऐसे में आइए रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल, सिरसा के आयुर्वेदाचार्य श्रेय शर्मा (Ayurvedacharya Shrey Sharma of Ramhans Charitable Hospital, Sirsa) से जानें क्या ब्लड शुगर की समस्या से पीड़ित लोग के लिए गुलकंद अच्छा है?
क्या ब्लड शुगर में गुलकंद खा सकते हैं? - Can We Eat Gulkand In Blood Sugar?
आयुर्वेदाचार्य श्रेय शर्मा के अनुसार, गुलकंद ब्लड शुगर की समस्या में अच्छा नहीं है। अगर व्यक्ति के ब्लड शुगर का स्तर 150 से कम है, तो वह गुलकंद का सेवन बेहद कम मात्रा में कर सकता है, लेकिन ध्यान रहे, अगर व्यक्ति के ब्लड शुगर का स्तर 200 से अधिक है, तो गुलकंद का सेवन बिल्कुल भी न करें। गुलकंद में अधिक मात्रा में मीठा होता है, जो ब्लड शुगर के मरीजों के लिए सही नहीं है।
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ब्लड शुगर में गुलकंद खाने के नुकसान - Disadvantages Of Eating Gulkand In Blood Sugar In Hindi
ब्लड शुगर का स्तर बढ़ने
गुलकंद में अधिक मात्रा में मीठा होता है। ऐसे में अगर ब्लड शुगर से पीड़ित लोग इसका सेवन करते हैं, तो यह ब्लड में जाकर ब्लड शुगर के स्तर को बढ़ा सकता है। जिसके कारण लोगों को स्वास्थ्य से जुड़ी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। बता दें, ब्लड शुगर का स्तर बढ़ने पर लोगों को किडनी को नुकसान होने, नसों के कमजोर होने, हार्ट से जुड़ी समस्या होने और स्वास्थ्य से जुड़ी कई अन्य समस्याएं हो सकती हैं।
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लंबे समय तक खराब ग्लाइसेमिक नियंत्रण
ब्लड शुगर में गुलकंद का सेवन करने से खराब ग्लाइसेमिक नियंत्रण की समस्या हो सकती है। इस स्थिति में शरीर में लंबे समय तक इंसुलिन सही तरीके से नहीं बन पाता है, जिसके कारण ब्लड शुगर के हाई रहने और इससे जुड़ी स्वास्थ्य स्थितियों की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
वजन बढ़ने की समस्या
गुलकंद में अधिक मात्रा में मीठा होता है। ऐसे में इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से शरीर में कैलोरीज का स्तर बढ़ता है, जिसके कारण लोगों को वजन बढ़ने और इंसुलिन रेजिस्टेंस की समस्या का सामना भी करना पड़ सकता है। इसके अलावा, कई बार लोगों को मेटाबॉलिक सिंड्रोम के लक्षण भी बिगड़ सकते हैं और पाचन से जुड़ी समस्याएं भी हो सकती हैं।
फैटी लिवर की समस्या
अधिक चीनी खाने और ब्लड शुगर का स्तर हाई रहने के कारण लोगों को नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर रोग (NAFLD) की समस्या का खतरा बढ़ता है। ऐसे में अक्सर लोगों को मीठे का सेवन न करने की सलाह दी जाती है, जिससे ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करने में मदद मिल सके और फैटी लिवर की समस्या से बचा जा सके।
दवाइयों के कार्यों में बाधा
ब्लड शुगर से पीड़ित लोग इसके स्तर को बैलेंस रखने के लिए दवाइयों का सेवन करते हैं। ऐसे में गुलकंद का सेवन करने से दवाइयों का कार्य बाधित होता है, जिसके कारण व्यक्ति के ब्लड शुगर का स्तर बैलेंस नहीं हो पाता है।
निष्कर्ष
ब्लड शुगर की समस्या से पीड़ित लोगों के लिए गुलकंद अच्छा नहीं है। इसको खाने से लोगों को ब्लड शुगर का स्तर बढ़ने और इसके कारण स्वास्थ्य से जुड़ी कई अन्य गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में ब्लड शुगर की समस्या से पीड़ित लोगों को गुलकंद का सेवन करने से बचना चाहिए। इसके अलावा, इसके अलावा, ब्लड शुगर से जुड़ी कोई भी समस्या महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह जरूर लें, जिससे इसके कारण होने वाली स्वास्थ्य संबंधी किसी भी गंभीर समस्या से बचा जा सके।
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FAQ
शुगर होने पर शरीर क्या संकेत देता है?
ब्लड शुगर की समस्या होने पर लोगों को बार-बार यूरिन आने, अधिक प्यास लगने, थकान होने, अचानक से वजन कम होने, हाथों-पैरों में सुन्नपन होने और बार-बार ज्यादा प्यास लगने जैसे कई लक्षण दिखते हैं। ऐसे में इन लक्षणों को नजरअंदाज न करें।खाली पेट गुलकंद खाने के क्या फायदे हैं?
गुलकंद में बहुत से पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसका सेवन करने से कब्ज, पेट में जलन, अपच, पेट के अल्सर, एसिडिटी और पेट में गर्मी की समस्या से राहत देने में मदद मिलती है। इसका सेवन करने से स्वास्थ्य को कई लाभ मिलते हैं।गुलकंद कब और कैसे खाना चाहिए?
गुलकंद को हल्के गुनगुने दूध के साथ सुबह खाली पेट या रात को सोते समय लिया जा सकता है। गुलकंद की तासीर ठंडी होती है। इसका सेवन करने से शरीर को ठंडक देने और पाचन को दुरुस्त रखने और स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याओं में लाभ मिलता है।