Doctor Verified

Navaratri 2024: प्रेग्नेंसी में 9 दिनों का व्रत रखना कितना सुरक्षित है? जानें डॉक्टर से

प्रेग्नेंसी में 9 दिनों तक व्रत रखने में कोई बुराई नहीं है, लेकिन महिला को सुनिश्चित करना चाहिए कि उन्हें किसी तरह की शारीरिक समस्या नहीं है।
  • SHARE
  • FOLLOW
Navaratri 2024: प्रेग्नेंसी में 9 दिनों का व्रत रखना कितना सुरक्षित है? जानें डॉक्टर से


Is Fasting For Nine Days Healthy During Pregnancy In Hindi: कुछ ही दिनों में नवरात्र शुरू हो जाएंगे। इन दिनों सभी श्रद्धालु अपने-अपने तरीकों से देवी मां की पूजा करते हैं। शरदीय नवरात्रों का सबके जीवन में खास महत्व है। कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो नवरात्रों में नौ दिनों तक व्रत करके इसका पालन करते हैं। हालांकि, व्रत के दौरान वे फलाहार का सेवन करते हैं। लेकिन, हम इस बात से इंकार नहीं कर सकते हैं कि कई बार लगातार नौ दिनों तक व्रत रखने से व्यक्ति का स्वास्थ्य खराब हो सकता है। जैसे, कमजोरी आ सकती है, ब्लड प्रेशर डाउन हो सकता है, चक्कर आना और शरीर में पानी की कमी होने जैसी भी कुछ समस्याएं देखने को मिलती है। यही कारण है कि तमाम विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि नवरात्रों में नौ दिनों तक उन्हें ही व्रत रखना चाहिए, जो उसे सहज तरीके से रख सकें। इसके अलावा, डाइट में उन चीजों का इस्तेमाल करना चाहिए, जिससे शरीर में एनर्जी की कमी न हो और शारीरिक रूप से कोई समस्या भी न हो। वहीं, हमने देखा है कि नवरात्रों में कई प्रेग्नेंट महिलाएं भी व्रत रखती हैं। जबकि, स्त्री रोग विशेषज्ञ इस बात पर जोर देते हैं कि गर्भवती महिलाओं के लिए अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना अधिक जरूरी होता है। उन्हें अपने बच्चे के पोषण का भी ध्यान रखना चाहिए। तो यहां सवाल उठता है कि क्या गर्भावस्था में नवरात्रों के समय नौ दिनों तक व्रत रखा जा सकता है? क्या यह सुरक्षित है? आइए, जानते हैं कि एक्सपर्ट का क्या कहना है? इस बारे में हमने वृंदावन और नई दिल्ली स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता से बात की।

प्रेग्नेंसी में 9 दिनों तक व्रत रखना कितना सुरक्षित होता है?- Can Fasting Be Done During Pregnancy 

Can Fasting Be Done During Pregnancy

विशेषज्ञों की मानें, तो अगर जरूरी न हो, तो किसी भी गर्भवती महिला को नवरात्रों के लगातार नौ दिनों तक व्रत नहीं करना चाहिए। यह उनके स्वास्थ्य के लिए सही नहीं है। विशेषकर, पहली तिमाही में ऐसा किया जाना सही नहीं होता है। क्योंकि इस दौरान महिलाओं के शरीर में सबसे ज्यादा बदलाव होते हैं। ऐसे में उन्हें भूख ज्यादा लगती है। वहीं, अगर गर्भवती मलिहा व्रत रखती हैं, तो उन्हें और उनके गर्भ में पल रहे शिशु को पर्याप्त पोषण नहीं मिलेगा। इससे बच्चे मेंटल और फिजिकल ग्रोथ पर निगेटिव असर पड़ सकता है। खैर, अगर किसी महिला को नौ दिनों तक व्रत रखना है, तो उन्हें किन-किन चीजों को अपनी डाइट का हिस्सा बनाना चाहिए, इस संबंध में एक्सपर्ट की राय जरूर लेनी चाहिए। गभ्रवती महिलाओं को नवरात्रों के नौ दिनों तक व्रत रखने के दौरान ध्यान रखना चाहिए कि शरीर में ऊर्जा की कमी न हो और बॉडी हाइड्रेट रहे। इसके अलावा, अगर कभी सेहत खराब हो, तो तुरंत व्रत तोड़कर सामान्य आहार ले लेना चाहिए। कुल मिलाकर, कहा जा सकता है कि गर्भावस्था में नौ दिनों तक व्रत रखना महिला के स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। अगर महिला हेल्दी है, डायबिटीज या थयराइड जैसी कोई मेडिकल कंडीशन नहीं है, तो एक्सपर्ट की सलाह पर व्रत कर सकती हैं। लेकिन, अगर सेहत व्रत के लिए साथ न दे, तो ऐसा करने से बचना चाहिए।

इसे भी पढ़ें: प्रेगनेंसी में रखने जा रही हैं नवरात्रि व्रत? एक्सपर्ट की बताई इन बातों का रखें खास ध्यान

प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए नौ दिन व्रत रखने से जुड़ी जरूरी बातें

Can Fasting Be Done During Pregnancy

अगर आप उन गर्भवती महिलाओं में हैं, जो नौ दिनों तक व्रत रख रही हैं, तो आपके लिए जरूरी है कि यहां बताए गए टिप्स को फॉलो करें-

  • हमेशा खुद को हाइड्रेटेड रखें। जब आप पर्याप्त डाइट नहीं लेते हैं, तो ऐसे में शरीर में अक्सर पानी की कमी हो जाती है। प्रेग्नेंसी के दौरान ऐसा होना सही नहीं है। समय-समय पर पानी पीती रहें।
  • दिन भर में छोटे-छोटे मील लें। इससे ऊर्जा बनी रहेगी। ध्यान रखें कि जब आप लंबे समय तक कुछ नहीं खाएंगी, तो शरीर से ऊर्जा की कमी होने लगेगी। लेकिन, फलाहार इसकी आपूर्ति नहीं कर सकेंगे। इसलिए, कुछ समय के अंतराल में छोटे-छोटे मील लेती रहें।
  • फाइबर युक्त फूड लेना न भूलें। आपको बता दें कि जब आप नौ दिनों तक लगातार व्रत रखते हैं, तो कई बार पाचन से जुड़ी समस्या हो जाती है। ऐसे में कब्ज की शिकायत देखने को मिलती है। ऐसी समस्या से बचना है, तो डाइट में फाइबर को जरूर शामिल करें।
  • दिन भर में दो से तीन बार डेयरी प्रोडक्ट जरू लें। इससे शरीर को पोषक तत्व मिलते रहेंगे। यह बच्चे की ग्रोथ के लिए भी आवश्यक माना जाता है।

All Image Credit: Freepik

Read Next

प्रेग्नेंसी की पहली त‍िमाही में होता है डेट‍िंग स्‍कैन, डॉक्‍टर से जानें क्‍यों जरूरी है यह जांच

Disclaimer