Is It Safe To Do Fasting During Pregnancy In Hindi: सावन के महीने में आपने हर दूसरी-तीसरी महिला को फास्ट करते देखा होगा। विशेषकर, सावन के हर सोमवार में महिलांए व्रत करती हैं। विवाहित महिलाएं भी इस व्रत को इस उम्मीद के साथ करती हैं, ताकि उनका परिवार कुशल-मंगल रहे और पति की उम्र लंबी हो। बहरहाल, यह सब अपनी-अपनी मान्यताएं और आस्थाओं की बात होती है। लेकिन, स्वास्थ्य की दृष्टि से देखा जाए, तो फास्ट रखने से फिटनेस को बढ़ावा मिलता है। मगर सवाल ये उठता है कि कई गर्भवती महिलाएं भी अलग-अलग त्योहारों में व्रत रखती हैं। ऐसे में यह सवाल जरूर उठता है कि क्या व्रत रखने से उनके गर्भ में पल रहे शिशु पर कोई निगेटिव असर पड़ सकता है? या वे बिना किसी परेशानी के व्रत रख सकती हैं? आइए, इस संबंध में वृंदावन और नई दिल्ली स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता से जानते हैं।
क्या प्रेग्नेंसी में फास्टिंग करना सुरक्षित होता है?- Kya Pregnancy Mein Vrat Rakh Sakte Hain
प्रेग्नेंसी बहुत ही सेंसिटिव दौर होता है। हर महिला को इस समय अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखना चाहिए। ऐसी कोई चीज नहीं करनी चाहिए, जिसका बच्चे की हेल्थ पर बुरा असर पड़ सके। यही कारण है कि विशेषज्ञ तमाम गर्भवती महिलाओं को सलाह देते हैं कि वे इन दिनों हेल्दी चीजें खाएं, हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं और शारीरिकि रूप से सक्रिय रहें। इससे नॉर्मल डिलीवरी की संभावना भी बढ़ती है। बहरहाल, सवाल ये है कि क्या प्रेग्नेंसी के दौरान व्रत रखा जा सकता है? इस संबंध में डॉ. शोभा गुप्ता की राय है कि प्रेग्नेंसी के दौरान व्रत रखने से कोई दिक्कत नहीं होती है। प्रेग्नेंसी में व्रत रखने से बच्चे का वजन भी प्रभावित नहीं होता है और न ही इससे प्रीटर्म डिलीवरी का जोखिम बढ़ता है। यही नहीं, इस दौरान व्रत रखने से महिला के स्वास्थ्य पर भी कोई निगेटिव असर नहीं पड़ता है। डॉ. शोभा गुप्ता आगे बताती हैं, "हां, हर गर्भवती महिला को व्रत रखते हुए इस बात का ध्यान अवश्य रखना चाहिए कि अगर उन्हें किसी तरह की मेडिकल कंडीशन है, तो व्रत रखने से पहले एक्सपर्ट की सलाह ले लें। इसके अलावा, अगर व्रत रखते हुए किसी तरह की परेशानी महसूस हो रही है, ब्लड प्रेशर का स्तर कम हो रहा है या डिहाइड्रेश की समस्या हो रही है। ऐसे में व्रत को जारी रखने से बचें। आप चाहें, तो व्रत के दौरा फलाहार का सेवन करके अपने स्वास्थ्य कंडीशन में सुधार कर सकते हैं।" कुल मिलाकर, प्रेग्नेंसी में व्रत रखने में कोई दिक्कत नहीं आती है। हां, महिला को अपनी हेल्थ कंडीशन का ध्यान रखना चाहिए। अगर डॉक्टर ने फास्ट रखने से मना किया हो, तो व्रत रखने से बचें।
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प्रेग्नेंसी में व्रत रखने से जुड़ी अहम बातें
- किसी भी त्योहार में व्रत रखने से पहले अपनी हेल्थ कंडीशन पर गौर करें। बेहतर होगा कि व्रत रखने से पहले अपना फिजिकल चेकअप करवाएं और डॉक्टर से बात करें।
- अगर पहले कभी प्रेग्नेंसी के दौरान कोई जटिलताएं रही हैं या मिसकैरेज हुआ है, तो व्रत रखने से बचें। ऐसे में एक्सपर्ट की सलाह लेना लाभकारी होता है।
- आपकी किस सप्ताह की प्रेग्नेंसी है, व्रत रखने से पहले इस बात का ध्यान रखें। इससे प्रेग्नेंसी के दौरान व्रत रखते समय अपनी भूख को मैनेज करने में मदद मिलेगी।
- व्रत के दौरान अतिरिक्त कामकाज करने से बचें। समय-समय पर पानी पीती रहें। इसेस बॉडी डिहाइड्रेट नहीं होती और व्रत के दौरान परेशानियां कम होती हैं।
- 9वें महीने में व्रत रखने से बचें। ध्यान रखें कि इस समय बॉडी को एक्स्ट्रा कैलोरी की जरूरत होती है। इस समय व्रत रखने के बजाय कंप्लीट रेस्ट लें और हेल्दी डाइट फॉलो करें।
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