-1766065538084.webp)
Fast Walking In Pregnancy: प्रेग्नेंसी के दौरान अगर महिला को बेड रेस्ट के लिए नहीं बोला गया है, तो उन्हें नियमित रूप से एक्सरसाइज करनी चाहिए। इससे सेहत में सुधार होता है और ब्लड फ्लो बेहतर होता है, जो कि गर्भ में पल रहे शिशु के विकास के लिए भी फायदेमंद है। हालांकि, प्रेग्नेंसी में कई महिलाएं हैवी वर्कआउट करने से बचती हैं। ऐसे में उनके लिए तेज चहलकदमी (ब्रिस्क वॉक) करना अच्छा विकल्प है। आइए, Mumma's Blessing IVF और वृंदावन स्थित Birthing Paradise की Medical Director and IVF Specialist डॉ. शोभा गुप्ता से जानते हैं इसके जबरदस्त फायदों के बारे में।
प्रेग्नेंसी में तेज वॉक करने के फायदे- Fast Walking Benefits In Pregnancy
-1766065807393.jpg)
कॉम्प्लीकेशन में कमी: तेज वॉक करने को आप 'ब्रिस्क वॉक' भी कह सकते हैं। प्रेग्नेंसी में तेज चलने से जेस्टेशनल डायबिटीज का रिस्क कम होता है और ब्लड प्रेशर संतुलित रहता है। कई अध्ययनों से पुष्टि हुई है कि नियमित वॉक करने से डिलीवरी के समय होने वाली जटिलताओं (complications) में भी कमी आती है।
इसे भी पढ़ें: प्रेग्नेंसी में पैदल टहलने (वॉक करने) से मिलेंगे कई फायदे, लेकिन ये सावधानियां हैं जरूरी
स्वास्थ्य समस्याओं में कमी: प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को कमर दर्द, कब्ज और पैरों में सूजन जैसी परेशानियां बनी रहती हैं। नियमित ब्रिस्क वॉक करने से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है, जिससे इम्यूनिटी बूस्ट होती है और मांसपेशियों (muscles) को मजबूती मिलती है।
बेहतर मूड: हार्मोनल बदलाव के कारण मूड स्विंग्स और तनाव होना सामान्य है। तेज वॉक करने से शरीर में एंडोर्फिन (Endorphins) रिलीज होता है। यह 'फील-गुड' हार्मोन मूड को बेहतर बनाता है और स्ट्रेस मैनेजमेंट में मदद करता है।
वजन संतुलन: प्रेग्नेंसी में वजन बढ़ना स्वाभाविक है, लेकिन इसे नियंत्रित रखना जरूरी है। रेगुलर फास्ट वॉक करने से हेल्दी वेट मेंटेन करने में मदद मिलती है। यही नहीं, यह पोस्टपार्टम (Postpartum) यानी डिलीवरी के बाद वजन घटाने में भी काफी कारगर साबित होती है।
बेहतर स्टेमिना: प्रेग्नेंसी के दौरान थकान बनी रहती है। रेगुलर फास्ट वॉक करने से फेफड़ों (lungs) और हृदय (heart) की क्षमता में सुधार होता है। यह स्टेमिना बढ़ाने और लेबर पेन (प्रसव पीड़ा) के दौरान शारीरिक चुनौतियों का सामना करने में मदद करता है।
इसे भी पढ़ें: Walking Benefits: प्रेग्नेंसी की तीसरी तिमाही में वॉक करने से मिलते हैं ये 4 फायदे
निष्कर्ष
प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को डॉक्टर की सलाह पर रेगुलर फास्ट वॉक जरूर करनी चाहिए। इससे स्टेमिना, इम्यूनिटी और शिशु के विकास में मदद मिलती है। हालांकि, अगर डॉक्टर ने 'कंप्लीट बेड रेस्ट' के लिए कहा है, तो एक्सरसाइज न करें। चलते समय आरामदायक जूते पहनें और खुद को हाइड्रेटेड रखें।
All Image Credit: Freepik
यह विडियो भी देखें
FAQ
गर्भावस्था में तेज चलने से क्या होता है?
इससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है, कब्ज की समस्या दूर होती है और मांसपेशियां मजबूत होती हैं। हालांकि, आखिरी तिमाही (तीसरे ट्राइमेस्टर) में चलते समय अपने संतुलन (balance) का ध्यान रखें ताकि गिरने का डर न रहे।क्या तेज चलना प्रेग्नेंसी के लिए सुरक्षित है?
हां, ज्यादातर महिलाओं के लिए यह एक बेहतरीन और सुरक्षित एक्सरसाइज है। यह डिलीवरी के दौरान होने वाली जटिलताओं को कम करने में सहायक है।गर्भावस्था के दौरान ज्यादा देर तक बैठने से क्या होता है?
ज्यादा देर बैठने से वजन बढ़ने, जेस्टेशनल डायबिटीज, डिप्रेशन और शरीर में सूजन का खतरा बढ़ जाता है। यह गर्भ में पल रहे शिशु के सक्रिय विकास के लिए भी सही नहीं है।
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version
Dec 18, 2025 19:26 IST
Published By : Meera Tagore