Insulin Resistance is Linked to Many Disease: इंसुलिन रेजिस्टेंस को आमतौर पर लोग एक सामान्य समस्या मानकर नजरअंदाज कर देते हैं। जबकि, इंसुलिन रेजिस्टेंस शरीर से जुड़ी कई समस्याओं का कारण बनता है। इंसुलिन रेजिस्टेंस (Insulin Resistance) होने पर आमतौर पर शरीर में ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है, जिसके चलते डायबिटीज का जोखिम भी दोगुना हो जाता है। इंसुलिन एक ऐसी स्थिति है, जिसमें हमारे शरीर की कोशिकाएं इंसुलिन के प्रति प्रतिक्रियाएं देना बंद कर देती है। यही कारण है कि ब्लड शुगर लेवल तेजी (Blood Sugar Spike) से बढ़ जाता है। इंसुलिन रेजिस्टेंस बेहद खतरनाक स्थिति है। इससे पीड़ित व्यक्ति कई बीमारियों का शिकार हो सकता है।
इंसुलिन रेजिस्टेंस 30 से भी ज्यादा बीमारियों का कारण
इंसुलिन रेजिस्टेंस हमारे शरीर के लिए कई प्रकार से घातक साबित होता है। हाल ही में स्पेन में डायबिटीज (EASD) की एन्युअल मीटिंग के दौरान एक स्टडी पेश की गई, जिसमें वैज्ञानिकों ने 30 से भी ज्यादा बीमारियों से इंसुलिन रेजिस्टेंस का कनेक्शन पाया है। चीन के शांगडॉन्ग यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों द्वारा इस स्टडी में यूके बायोबैंक से 4,29,000 लोगों का डेटा लिया गया। कई सालों तक चली इस स्टडी में पाया कि, जिन लोगों का इंसुलिन रेजिस्टेंस हाई था, उनमें 26 बीमारियों का जोखिम देखा गया।
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इन बीमारियों का रहता है ज्यादा खतरा
- वैज्ञानिकों ने पाया कि इंसुलिन रेजिस्टेंस का कुल 31 बीमारियां से सीधा कनेक्शन है।
- इंसुलिन रेजिस्टेंस स्लीप डिसऑर्डर से जुड़ी समस्याओं का जोखिम 18 प्रतिशत और बैक्टीरियल इंफेक्शन और पैनक्रियाइटिस का खतरा 8 और 31 फीसदी तक होता है।
- इसके साथ ही इंसुलिन रेजिस्टेंस से गाउट (अर्थराइटिस का एक प्रकार) होने का खतरा 65 फीसदी तक ज्यादा रहता है।
- इंसुलिन रेजिस्टेंस होने पर व्यक्ति को साइटिका होने का जोखिम भी 10 फीसदी तक रहती है।
- ऐसे में रीनल फेलियर और हार्ट से जुड़ी समस्याएं भी हो सकती हैं।

इंसुलिन रेजिस्टेंस में सुधार करने के लिए करें?
- इंसुलिन रेजिस्टेंस में सुधार (Tips to Improve Insulin Resistance) करने के लिए आपको अपनी डाइट में बदलाव करने की जरूरत है।
- इसके लिए आपको स्ट्रेस कम करने के अलावा नियमित तौर पर एक्सरसाइज करनी चाहिए।
- ऐसे में अपने वजन का ध्यान रखें। वजन न बढ़ने दें।
- इसके लिए आपको कार्ब्स की मात्रा कम करने की जरूरत है।