क्या आप भी कोरोना पॉजिटिव हैं और होम आइसोलेशन में रहकर अपना इलाज करवा रहे हैं? अगर हां, तो होम आइसोलेशन में रहकर भी आपको अपनी सेहत का खास ध्यान रखने की जरूरत होती है। होम आइसोलेशन में आपको अपनी डाइट को अच्छा तो रखना ही है, साथ ही आपको समय-समय पर अपने हेल्थ स्टेट्स को भी चेक करते रहना है। इसमें आपको अपने ब्लड प्रेशर, ऑक्सीजन लेवल, पल्स और टैंप्रेचर की जांच करते रहना चाहिए। इससे आपको अपने स्वास्थ्य के बारे में सटीक जानकारी मिलेगी, जिसके आधार पर आप डॉक्टर से कंसल्ट कर सकते हैं। होम आइसोलेशन के दौरान आपको लगातार डॉक्टर से संपर्क में रहने की जरूरत होती है और थोड़ी सी तबियत बिगड़ने पर भी डॉक्टर को बताना होता है। लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर विवेक चौकसे कहते हैं कि होम आइसोलेशन में रहने वाले कोरोना मरीजों को समय-समय पर अपने सेहत की जांच करते रहना चाहिए। इसके लिए उन्हें ब्लड प्रेशर, ऑक्सीजन लेवल, पल्स और टैंप्रेचर को चेक करते रहना चाहिए। अगर आपके शरीर में कोई भी बदलाव नजर आए, तो डॉक्टर से आपको कंसल्ट करना चाहिए। इसके लिए आप दिन में दो बार सुबह और रात अपने स्वास्थ्य की जांच करें। इससे आपको पता चलेगा कि आपको अस्पताल जानें की जरूरत है या नहीं।
टैंप्रेचर (Tempture)
होम आइसोलेशन के समय आपको दिन में दो बार अपना टैंप्रेचर जरूर चेक करना चाहिए। आप एक बार सुबह और एक बार रात को अपने शरीर के तापमान की जांच जरूर करें। अगर आपके शरीर का तापमान 92-98 डिग्री फारेनहाइट (Degree Fahrenheit) है, तो इसका मतलब है कि आपको बुखार नहीं है। लेकिन अगर आपका बॉडी टैंप्रेचर 99 डिग्री फारेनहाइट है, तो इसका मतलब है कि आपको थोड़ा बहुत बुखार है। लेकिन इसमें चिंता की कोई बात नहीं है। वहीं अगर बुखार 100-102 डिग्री फारेनहाइट है, तो इसका मतलब है कि आपको तेज बुखार है और आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करने की जरूरत है।
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ऑक्सीजन लेवल (Oxygen Level)
कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर कई मरीजों का ऑक्सीजन लेवल कम हो जाता है, तो ऐसे में उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाने की जरूरत होती है। इसलिए अगर आप होम आइसोलेशन में हैं, तो आपको हर 2-3 घंटे में अपना ऑक्सीजन लेवल चेक करते रहना चाहिए। इसके लिए आप ऑक्सीजन ऑक्सीमीटर का इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर आपका ऑक्सीजन लेवल 95-100 तक है, तो इसका मतलब है कि आप स्वस्थ है। लेकिन अगर आपका ऑक्सीजन लेवल 94 से कम हो जाता है, तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करने की जरूरत होती है। हो सकता है कि इस स्थिति में आपको अस्पताल में भर्ती होना पड़ें। ऑक्सीजन लेवल 89 से कम हो जाए, तो स्थिति बेहद गंभीर हो जाती है। ऐसी स्थिति में कई बार मरीज की जान भी चली जाती है। लेकिन समय रहते इलाज मिल जाए, तो उसे ठीक भी किया जा सकता है।
ब्लड प्रेशर (Blood Pressure)
कोरोना वायरस में मरीज के ब्लड प्रेशर का कंट्रोल में होना भी बेहद जरूरी होता है। क्योंकि कई बार शरीर में ब्लड प्रेशर बढ़ने से रोगी गंभीर हो जाता है। ऐसे में आपको समय-समय पर अपने ब्लड प्रेशर की जांच करते रहना चाहिए। अगर आपका ब्लड प्रेशर 120/80 है, तो इसका मतलब है कि आप स्वस्थ है। लेकिन 140/90 के बीच है, तो आपको डॉक्टर से सलाह लेने की जरूरत होती है। लेकिन अगर ब्लड प्रेशर 150/95 हो जाए, तो आपको तुरंत अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता हो सकती है। ऐसे में तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह लें और उनके दिशा-निर्देशों का पालन करें।
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पल्स (Pulse)
होम आइसोलेशन पीरियड में आपको अपने पल्स की भी समय-समय पर जांच करनी जरूरी होती है। इसके लिए आपको अपनी तर्जनी और मध्यम उंगुलियों को कलाई पर रखना है और ध्यान से पल्स की गिनती करनी है। लेकिन अगर आप इसके लिए पल्स ऑक्सीमीटर का इस्तेमाल करें, तो ज्यादा बेहतर होता है। अगर आपके एक मिनट में 72 धड़कनें हो, तो इसका मतलब है कि आप स्वस्थ है। लेकिन ध्यान रखें कि पल्स 100 बीट्स प्रति मिनट से अधिक नहीं होने चाहिए। ऐसे में आपको तुंरत डॉक्टर से संपर्क करने की जरूरत होती है।
रखें अपनी डाइट का ध्यान (Take Care of Your Diet)
अगर आप होम आइसोलेशन में हैं, तो आपको अपनी डाइट पर खास ध्यान देने की जरूरत होती है। इस दौरान अगर आपको खाने का मन नहीं भी है, तो भी खाना जरूर खाना है। दिनभर की कोई भी मील स्किप नहीं करनी है। आप चाहें तो हल्का भोजन भी कर सकते हैं, लेकिन खाना बिल्कुल भी अवॉयड न करें। इस दौरान आप प्रोटीन, जिंक और विटामिन सी से भरपूर डाइट लें। साथ ही खुद को सकारात्मक रखें और शारीरिक रूप से भी एक्टिव रहें।
अगर आप भी होम आइसोलेशन में हैं, तो आप भी अपने स्वास्थ्य की समय-समय पर जांच करते रहें। अपने डॉक्टर को भी अपना हेल्थ स्टेट्स बताते रहें, क्योंकि डॉक्टर उसी आधार पर आपका इलाज करेंगे।
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