
आज के समय में हमारी थाली में जितना कम प्राकृतिक खाना है, उतना ही ज्यादा अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड्स शामिल हो चुके हैं। रेडी-टू-ईट स्नैक्स, पैकेट वाले जूस, इंस्टेंट नूडल्स, फ्रोजन फूड, फ्लेवर्ड योगर्ट, पैकेट वाली ब्रेड या चिप्स, ये सब ऐसे विकल्प हैं जो दिखने में अच्छे लगते हैं, स्वाद बढ़ाने के लिए एडिटिव्स से भरे होते हैं और आसानी से उपलब्ध भी रहते हैं। रिसर्च लगातार यह दिखा रही है कि ऐसे फूड्स हमारी गट हेल्थ (आंतों की सेहत) पर गहरा असर डालते हैं।
Neha Sinha, Nutritionist At The Nutriwise Clinic, Lucknow ने बताया कि अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स आंतों के माइक्रोबायोम को खराब कर देता है। साथ ही, अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स में फाइबर बहुत कम होता है, जिससे खाना धीरे-धीरे पचता है और कब्ज की समस्या होने लगती है। इनमें मौजूद एडिटिव्स शरीर में सूजन बढ़ा सकते हैं और लीकी गट जैसी परेशानी पैदा कर सकते हैं। साथ ही, इनमें शुगर बहुत ज्यादा होती है। यह आंतों में मौजूद बैड बैक्टीरिया को बढ़ाती है और गुड बैक्टीरिया की संख्या घटा देती है। अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स का सेवन करने से गट-ब्रेन ऐक्सिस भी खराब हो जाता है। यानी पेट और दिमाग के बीच का संपर्क कमजोर पड़ जाता है, जिससे मूड, तनाव और पाचन पर बुरा असर पड़ता है। इस लेख में जानेंगे कि कैसे अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड्स गट हेल्थ के लिए नुकसानदायक हैं?
अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड्स के प्रकार- Types Of Ultra-Processed Foods

अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड्स आमतौर पर वे होते हैं जिनमें प्राकृतिक सामग्री की मात्रा कम और एडिटिव्स, फ्लेवर, कलर, स्टेबलाइजर या शेल्फ लाइफ बढ़ाने वाले केमिकल्स ज्यादा होते हैं। इनके कुछ प्रमुख प्रकार इस तरह हैं-
1. रेडी-टू-ईट स्नैक्स
- चिप्स, नमकीन, फ्लेवर्ड पॉपकॉर्न, चॉकलेट बार, बिस्किट वगैरह।
- ये हाई सोडियम, शुगर और ट्रांस फैट्स वाले होते हैं।
2. पैक्ड मिठाइयां और डेजर्ट
- केक, पैकेट वाली कुकीज, पेस्ट्री, टॉफी वगैरह।
- इनमें हाई शुगर और आर्टिफिशियल फ्लेवर होते हैं।
3. इंस्टेंट और फ्रोजन फूड्स
- इंस्टेंट नूडल्स, फ्रोजन पिज्जा, फ्रोजन टिक्की वगैरह।
- इनमें प्रिजरवेटिव और हाई सोडियम होता है।
4. पैक्ड ड्रिंक्स
- कोल्ड ड्रिंक्स, पैकेट वाले जूस, एनर्जी ड्रिंक्स वगैरह।
- इनमें शुगर और केमिकल फ्लेवरिंग की भरपूर मात्रा होती है।
5. फ्लेवर्ड डेयरी प्रोडक्ट्स
- फ्लेवर योगर्ट, फ्लेवर्ड मिल्क, चीज स्प्रेड वगैरह।
- इनमें छिपी शुगर और एडिटिव्स ज्यादा होते हैं।
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अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड्स गट हेल्थ को कैसे नुकसान पहुंचाते हैं?- Side Effects Of Ultra Processed Foods For Gut Health
- अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड्स में प्रिजरवेटिव्स, कलर, फ्लेवरिंग एजेंट्स, हाई शुगर, नमक और अनहेल्दी फैट्स बड़ी मात्रा में होते हैं। ये सबसे पहले हमारी आंत की गुड बैक्टीरिया कॉलोनी पर हमला करते हैं और फायदेमंद बैक्टीरिया की संख्या घटाते हैं।
- इससे आंत में सूजन (Inflammation) बढ़ने लगती है, जो समय के साथ आईबीएस, कब्ज, एसिडिटी और अपच जैसी समस्याओं को नियमित बना सकती है।
- इन फूड्स का नियमित सेवन गट लाइनिंग को कमजोर करता है, जिससे लीकी गट जैसी स्थिति बनती है, जहां टॉक्सिन और अधपचा भोजन खून में जा सकता है। इससे त्वचा की समस्याएं, एलर्जी और थकान बढ़ सकती है।
- इसके अलावा अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड्स में मौजूद हाई फ्रक्टोज कॉर्न सिरप और रिफाइंड ऑयल्स इंसुलिन रेजिस्टेंस बढ़ाकर मेटाबॉलिक समस्याओं का खतरा भी बढ़ाते हैं।
- जब आंत असंतुलित होती है, तो दिमाग पर भी असर पड़ता है, इससे चिड़चिड़ापन, माइग्रेन और मूड डिसआर्डर तक बढ़ सकते हैं।
निष्कर्ष:
अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स आंतों की सेहत पर गंभीर असर डालते हैं। ये गट माइक्रोबायोम को बिगाड़ते हैं, फाइबर कम होने से कब्ज की समस्या बढ़ती है, एडिटिव्स सूजन और लीकी गट का कारण बनते हैं और शुगर बैड बैक्टीरिया को बढ़ावा देती है।
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FAQ
अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स क्या होते हैं?
अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स वे खाद्य पदार्थ हैं जिनमें प्राकृतिक सामग्री कम और केमिकल एडिटिव्स, प्रिजरवेटिव्स, फ्लेवर, कलर और शेल्फ‑लाइफ बढ़ाने वाले तत्व ज्यादा होते हैं।अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स के नुकसान क्या हैं?
ये फूड्स गट माइक्रोबायोम को बिगाड़ते हैं। इनमें मौजूद एडिटिव्स के कारण सूजन और लीकी गट की समस्या होती है, इनमें मौजूद शुगर बैड बैक्टीरिया को बढ़ सकती है।अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स कौन कौन से हैं?
अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स में इंस्टेंट नूडल्स, चिप्स, पैक्ड स्नैक्स, फ्लेवर्ड योगर्ट, पैकेट वाले जूस, रेडी‑टू‑ईट डेजर्ट, फ्रोजन फूड, पैकेट वाली ब्रेड और कोल्ड ड्रिंक्स शामिल हैं।
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Nov 26, 2025 09:03 IST
Published By : Yashaswi Mathur