Daad ka gharelu upchar: दाद, एक फंगल इंफेक्शन है जो कि आपकी त्वचा में फैलता जाता है और फिर समय से इलाज न होने पर शरीर के उस पूरे हिस्से में बढ़ सकता है। इतना नही नहीं दाद की समस्या, संक्रामक भी है जो कि एक ही स्किनकेयर प्रोडक्ट और तौलिए इस्तेमाल करने वाले लोगों में फैल सकता है। लेकिन, समझदारी इसी में है कि आप समय रहते ही दाद की समस्या का इलाज कर लें ताकि आपको यह दिक्कत ज्यादा परेशान न करे। हालांकि, दाद की समस्या में कुछ घरेलू उपचार भी आपके काम आ सकते हैं जैसे कि सेन का उपयोग। सेना का उपयोग, दाद के लक्षणों को कम करने और इससे राहत दिलाने में मददगार है। आइए, जानते हैं एक्सपर्ट Dr Partap Chauhan Founder and Director of Jiva Ayurveda, world-renowned Ayurvedacharya and Author से इस बारे में विस्तार से।
दाद की समस्या में कैसे फायदेमंद है सेना का पत्ता-How Senna leaves are beneficial for skin in hindi
सेना (Senna) को आमतौर पर एक प्राकृतिक रेचक (laxative) के रूप में जाना जाता है, लेकिन हाल ही में इसे फंगल इंफेक्शन, विशेषकर रिंगवर्म के घरेलू उपचार के रूप में प्रचारित किया जा रहा है। हालांकि, यह दावा पूरी तरह प्रमाणित नहीं है। आयुर्वेद के अनुसार, त्वचा रोगों का संबंध रक्त और पाचन तंत्र की असंतुलनता से होता है। सेना की पत्तियों में त्वचा पर सूजन और खुजली कम करने वाले गुण हो सकते हैं, लेकिन यह एक तीव्र और गर्म प्रकृति की औषधि है। इसे सीधे त्वचा पर लगाना हर किसी के लिए उपयुक्त नहीं होता—विशेषकर संवेदनशील त्वचा वाले व्यक्तियों के लिए।
PubMed Central के रिपोर्ट की मानें तो सेना या सनाय में एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण होता है जिसकी वजह से यह स्किन की समस्या में कई प्रकार से मददगार हो सकता है। इसलिए एक्सपर्ट भी स्किन की कई स्थितियों में इसके इस्तेमाल का सुझाव देते हैं। जैसे कि एक्ने और एग्जिमा में जहां यह स्थिति को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है। इतना ही नहीं सेना और इसकी पत्तियां माइक्रोबियल इंफेक्शन को भी कम करने में मदद करते हैं। इसलिए दाद की समस्या में इसका इस्तेमाल, दाद की स्थिति को कंट्रोल करने में मददगार है।
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दाद के लिए सेना का उपयोग कैसे करें-How to use senna leaves for skin
दाद के लिए सेना का उपयोग आप कई प्रकार से कर सकते हैं। जैसे कि सेन्ना को पत्तों के साथ मिलाकर बारीक पीस लें। पेस्ट बनाने के लिए पानी या नारियल के तेल में मिलाएं। प्रभावित त्वचा वाले क्षेत्रों पर सीधे लगाएं। इसके दिन में दो बार लगाएं। आपको इसका फायदा नजर आएगा। इसके अलावा आप सेना के पत्तों को पीसकर और हल्दी में मिलाकर लगा सकते हैं। इससे भी दाद की समस्या को कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है। इसके अलावा नीम के तेल में सेना के पत्तों को पीसकर और इसका रस मिलाकर लगा सकते हैं।
सेना का काढ़ा पिएं-Senna ka kadha
सेन्ना के पत्तों को पानी में उबालें, फिर छान लें। इसमें हल्का सा नींबू, नमक और काली मिर्च मिला लें। सबको मिलाने के बाद इस ड्रिंक को आराम से पिएं। यह एंटीबैक्टीरियल और एंटी फंगल गुणों से भरपूर है जो कि खून को साफ करने में मददगार है। इससे स्किन डिटॉक्स होता है और त्वचा से जुड़ी कई समस्याओं में कमी आती है।
स्किन के लिए सेना के पत्तों के फायदे-Senna leaves benefits for skin
सेन्ना की पत्तियां विभिन्न प्रकार के त्वचा संक्रमणों से लड़ने में मदद कर सकती हैं। इसके अलावा यह सूजनरोधी गुणों से भरपूर जो कि लालिमा और सूजन को कम कर सकती हैं। इसके अलावा यह एलर्जी संबंधी प्रतिक्रियाओं, जलन, खुजली या रेडनेस जैसे लक्षणों को कम करने में भी मददगार है। लंबे समय तक उपयोग करने से पहले डॉक्टर से परामर्श करें, क्योंकि सेन्ना त्वचा की संवेदनशीलता का कारण बन सकता है। इसलिए सेंसिटिव स्किन वाले लोगों को इसके इस्तेमाल से बचना चाहिए।
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अगर आप इसे आजमाना चाहते हैं, तो सूखी सेना की पत्तियों को पीसकर नारियल तेल में मिलाकर एक पतला लेप बनाएं और पहले पैच टेस्ट करें। जलन या एलर्जी हो तो तुरंत प्रयोग बंद करें। बेहतर होगा कि आप त्वचा रोगों के लिए प्रमाणित आयुर्वेदिक चिकित्सा लें, जिसमें शरीर का शुद्धिकरण (शोधन), आंतरिक औषधियाँ और बाह्य उपचारों का समन्वय होता है। याद रखें, हर घरेलू नुस्खा सभी के लिए सही नहीं होता।
FAQ
क्या फंगल इन्फेक्शन में दूध पी सकते हैं?
फंगल इंफेक्शन में दूध पीना कई हद तक सही नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि इससे इंफेक्शन फैल सकता है और आपकी दिक्कत बढ़ सकती है। हालांकि, एक बार आप अपने एक्सपर्ट से बात करें और फिर दूध के सेवन के बारे में सोचें।हल्दी फंगल इंफेक्शन कम करने में मददगार है?
हल्दी फंगल इंफेक्शन की समस्या मे काफी हद तक मददगार हो सकता है। हल्दी में एंटी बैक्टीरियल और एंटी फंगल गुण होते हैं जो कि फंगल इंफेक्शन को कम करने और फिर त्वचा की हीलिंग में तेजी से मदद कर सकते हैं।फंगल इंफेक्शन में कौन सा विटामिन मददगार है?
विटामिन सी और विटामिन डी, फंगल इंफेक्शन की समस्या को कम करने में मददगार है। ये दोनों ही विटामिन की कमी फंगल इंफेक्शन को ट्रिगर कर सकती है या फिर बार-बार होने की वजह बन सकती है।