How to Stop Kids from Using Pacifier: न्यू पेरेंट्स बनने वाले कपल्स को शिशु से जुड़ी कई बातों पर स्ट्रगल करना पड़ता है। बच्चों को दूध पिलाने, मालिश करने और शिशु के रोने पर क्या करना चाहिए पेरेंट्स को इस बात की जानकारी ही नहीं होती है। इन्हीं चीजों में से एक है पेसिफायर का इस्तेमाल। 1 महीना का शिशु जब रोता है तो पेरेंट्स उसका ध्यान भटकाने के लिए मुंह में पेसिफायर लगाने लगते हैं। धीरे-धीरे जब बच्चा बड़ा होता है तब भी मुंह में पेसिफायर को डाले रखता है। लेकिन पेरेंट्स इस बात को समझ नहीं पाते हैं कि आखिरकार शिशु की पेसिफायर की आदत को कब और कैसे छुड़वाना चाहिए। मैंने भी अपने बेटे की पेसिफायर आदत छुड़वाने के लिए बहुत स्ट्रगल किया है। मेरा बेटा मुंह में पेसिफायर डाले ही न इसके लिए मैं उस पर मिर्ची तक लगा दी थी। लेकिन बाद मैं मेरी मॉम ने कुछ खास टिप्स बताए जिससे मुझको बेटे की पेसिफायर की आदत छुड़वाने में मदद मिली है। मेरी ही तरह कई न्यू मॉम इस चीज से स्ट्रगल कर रही होती हैं, लेकिन आज हम आपको इस लेख में बताने जा रहे हैं बच्चों की पेसिफायर की आदत छड़वाने के तरीकों के बारे में।
क्या बच्चे के दांतों के लिए पेसिफायर खराब होते हैं?
शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. तरूण आनंद का कहना है कि अगर 9 महीने की उम्र के बाद शिशु पेसिफायर का इस्तेमाल करता है, तो इसकी वजह से शिशु को दांतों समेत अन्य डेंटल समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। डॉ. तरूण का कहना है कि बाजार में मिलने वाले ज्यादातर पेसिफायर प्लास्टिक के बनें होते हैं। पेरेंट्स शिशु को पेसिफायर चूसने के लिए देते हैं, ताकि शिशु रोए नहीं। लेकिन कुछ वक्त के बाद शिशु को पेसिफायर की आदत हो जाती है और वह इसे मसूड़ों से चबाने लगते हैं। कई शिशु तो पेसिफायर के इतने ज्यादा आदी हो जाते हैं कि हमेशा ही उसे मुंह में डाले रखते हैं। शिशु पेसिफायर को मुंह से बाहर नहीं निकालते ही रोने लगते हैं। लंबे समय तक मुंह में पेसिफायर रखने से शिशु को मसूड़ों और दांतों से संबंधित बीमारियां होने का खतरा रहता है।
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इन तरीकों से छुड़ाएं बच्चों की पेसिफायर इस्तेमाल करने की आदत- How to Stop Kids from Using Pacifier
1. डॉ. तरूण का कहना है कि बच्चों की पेसिफायर की आदत छुड़वाने के लिए सही वक्त का इंतजार करना बहुत ही ज्यादा जरूरी है। अगर आपका बच्चा 6 महीने से ज्यादा की उम्र का है तो आप पेसिफायर को छुड़वाने पर जोर दे सकते हैं। ऐसा करने के लिए पेसिफायर में छेद कर दें। छेद के कारण पेसिफायर बार-बार बच्चे की मुंह से गिरने लगेगा और वह खुद इसको मुंह में लेने से बचेगा।
2. बच्चों की पेसिफायर की आदत छुड़वाने के लिए सही वक्त का चुनाव करना भी जरूरी है। इसके लिए ऐसा समय चुनें जब बच्चे का दिमाग और मन बिल्कुल शांत हो। अगर आपको ऐसा लगता है कि शिशु तनाव में है तो पेसिफायर की आदत छुड़वाने पर बिल्कुल काम न करें।
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3. एकदम से पेसिफायर हटाने के बजाए धीरे-धीरे इसके लिए कोशिश करें। कोशिश करें कि शिशु दिन में 1 से 2 घंटा बिना पेसिफायर के बिताए और फिर इसका इस्तेमाल बिल्कुल न करें।
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4. दिन के समय में बच्चा जब पेसिफायर को मुंह से हटाता है तो उसे इनाम देने की कोशिश करें। ऐसा करने से बच्चा पेसिफायर बार-बार मुंह से निकालने की कोशिश करेगा और धीरे-धीरे खुद उसकी आदत छूट जाएगी।
5.पेसिफायर से बच्चे का दिमाग हटाने के लिए उसे कोई प्यार का खिलौना या कुछ ठोस पदार्थ खिलाने की कोशिश करें। ऐसा करने से बच्चे का दिमाग भटकेगा और वह पेसिफायर का इस्तेमाल करने से बचेगा।
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इन उपायों को अपनाने के बाद भी अगर आपका शिशु पेसिफायर का इस्तेमाल करना नहीं छोड़ रहा है, तो इस विषय पर ज्यादा जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से मिलें।
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