जितेंद्र और ओमेंद्र दिल्ली में एक मेडिकल स्टोर पर काम करते हैं। जितेंद्र की उम्र 23 साल है और ओमेंद्र की 20। ये दोनों रोजाना कोविड मरीजों को दवाएं देने उनके घर जाते हैं। इसके अलावा मेडिकल स्टोर पर जो भी मरीज आते हैं उन्हें भी दवाएं देत हैं। कोविड से डर नहीं लगता? इस सवाल के जवाब में जितेंद्र कहते हैं कि ‘अगर हम डर गए तो लोगों की सेवा कौन करेगा? हमारा तो काम ही लोगों को मदद पहुंचाना है। डरने से ज्यादा बचाव पर ध्यान देते हैं।’ जितेंद्र जैसे आज कितने ही लोग हैं जो जरूरी सेवाओं (Essential service) में लगे हैं। डॉक्टर, पत्रकार, सिलेंडर वाला, दूध वाला, सब्जी वाला, मेडिकल स्टोर, सफाई वाला आदि कई लोग हैं जो जरूरी सेवाएं दे रहे हैं। इन्हें ही कोरोना योद्धा भी कहा जा रहा है। फ्रंटलाइन वर्कर्स रोजाना लोगों के बीच जाते हैं। ऐसे में वे अपनी सेहत का ख्याल कैसे रख रहे हैं, इसके बारे में जानेंगे कोरोना योद्धाओं से।
कोविड मरीजों के घर देने जाते हैं दवाएं
जितेंद्र बताते हैं कि कोरोना के मामले जिस तरह से बढ़ रहे थे, उस हिसाब से मुझे रोजाना 10 से 15 कोविड पॉजिटिव मरीजों को दवाएं देने उनके घर जाना पड़ रहा था। बहुत बार वे कैश भी आकर सामने से देते थे। तो डर भी लगता था कि कहीं मुझे भी कोरोना न हो जाए। लेकिन काम था तो करना पड़ा। लेकिन अब सिचुएशन ठीक हो रही है। धीरे-धीरे कोरोना से लोग अब ठीक हो रहे हैं। तो वहीं, ओमेंद्र का कहना है अप्रैल के अंत में जब कोविड मरीजों की संख्या बढ़ रही थी तब दुकान खोलते ही दवा लेने वालों की लाइन लगी रहती थी। हमें खाना खाने तक का टाइम नहीं मिलता था।
क्या होती है दिन की डाइट
जितेंद्र बताते हैं कि वे सुबह गुनगुना पानी पीते हैं। उसके बाद नाश्ता करते हैं। नाश्ते में ऑइली फूड को अवोइड करते हैं। हेल्दी फूड लेते हैं। इसके अलावा फल खाते हैं। दोपहर के खाने में दाल, रोटी, दही, छाछ खाते हैं। रात में हरी सब्जी, रोटी और चावल खाते हैं। रात में मेडिकल से आने से पहले भाप लेते हैं। दिन में कुछ भी ठंडा नहीं खाते। इसी तरह की डाइट ओमेंद्र भी लेते हैं।
क्या हैं एक्सपर्ट के टिप्स
नमामी लाइफ में न्यूट्रीशनिस्ट डॉक्टर शैली तोमर का कहना है कि जो लोग फ्रंटलाइन वर्कर हैं। उन्हें अपनी सेहत का ख्याल रखने की ज्यादा जरूरत है। क्योंकि उनकी वजह से बाकी लोगों तक मदद पहुंच पा रही है। डॉक्टर शैली ने जरूरी सेवाओं में लगे लोगों को अपनी सेहत ठीक रखने के लिए निम्न उपाय बताए हैं-
मेंटली और फिजिकली स्ट्रांग रहें
डॉक्टर शैली तोमर ने कहा कि ऐसे लोग जो जरूरी सेवाओं में लगे हैं वे खुद को मेंटली स्ट्रांग रखने की कोशिश करें। क्योंकि वे जरूरी सेवाओं में लगे हैं इसलिए उन्हें भी अपने परिवार की चिंता है। इसलिए वे लोग खुद को पैंपर करते रहे हैं। खुद को मेंटली फिट रखें। शारीरिक रूप से फिट रहने के लिए घर में ही एक्सरसाइज करें।
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पीपीई किट पहनें
जो लोग जरूरी सेवाओं में लगे हैं वे पीपीई किट जरूर पहनें। इससे वायरस का खतरा कम होता है। इसके अलावा काम के दौरान हाथों में गल्वस, चेहरे पर फेसशिल्ड और मास्क पहनें।
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खानपान पर ध्यान दें
जो लोग रोजाना बाहर निकल रहे हैं उन्हें कोरोना के संक्रमण का खतरा ज्यादा है। लेकिन अगर वे अपनी डाइट का पूरा ध्यान रखते हैं तो उन्हें संक्रमण नहीं होगा। ऐसे खाद्य पदार्थ अपनी डाइट में शामिल करें जिनसे इम्युनिटी बूस्ट हो। और शरीर को सही प्रोटीन मिलता रहे।
वैक्सीन लगवाएँ
जरूरी सेवाओं में लगे खुद को मेंटली और फिजिकली स्ट्रांग रखने के लिए कोरोना वैक्सीन जरूर लगवाएं। वैक्सीन लगने से कोरोना की गंभीरता कम हो जाती है। यह वैक्सीन शरीर में कोरोना के असर को कम कर देती है। वैक्सीन लगने से शरीर में कोरोना से लड़ने की एंटीबॉडी बन जाती है। जिससे कोरोना का खतरा कम हो जाता है।
कोरोना नियमों का पालन करें
भारत सरकार ने जो कोरोना नियम बना रखें जिनमें सोशल डिस्टेंसिंग, हाथ धोना, सैनिटाइजेशन आदि का भी ख्याल रखें। आप घर पर तो नहीं रह सकते पर काम पर भी कोरोना प्रोटॉकॉल का पूरा ध्यान रखें। कोरोना से बचने के सभी उपाय अपनाएं।
कोरोना का असर अब इतना तेज हो गया है कि आप चाहें घर में हों या बाहर कोरोना कभी भी कहीं भी हो सकता है। इसलिए इससे घबराने की बजाए इससे बचने के उपायों के बारे में सोचना चाहिए। कोविड वॉरियर्स को भी इससे घबराने की जगह इससे बचने के उपायों पर सोचना चाहिेए और वैक्सीन जरूर लगवाना चाहिए।
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