सूंघने की क्षमता खोना हो सकता है कोविड से रिकवरी का लक्षण, एक्सपर्ट से जानें क्यों अच्छा है ये संकेत

जिन लोगों में कोरोना के हल्के लक्षण थे और अब उन्हें खुशबू नहीं आ रही है या स्वाद भी नहीं आ रहा है तो ये उनके लिए अच्छी बात है।
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सूंघने की क्षमता खोना हो सकता है कोविड से रिकवरी का लक्षण, एक्सपर्ट से जानें क्यों अच्छा है ये संकेत

कोरोना वायरस में खांसी, जुकाम, बुखार, सूंघने की क्षमता का जाना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं, पर कई बार बहुत ये लक्षण दिखाई भी नहीं देते और व्यक्ति को कोरोना हो जाता है। कोरोना के लक्षण बहुत कन्फ्यूज करने वाले हैं। लेकिन इस बीच एक राहत की खबर विशेषज्ञों की तरफ से आई है कि अगर आपको कोविड के हल्के लक्षण हैं और आपको किसी चीज की स्मेल नहीं (Loss Of Smell) आ रही है साथ ही किसी भी चीज का स्वाद भी नहीं आ रहा है तो यह कोविड से रिकरवरी का अच्छा (Loss of smell is a good sign of recovery from COVID) संकेत है। बहुत से मरीज जो कोरोना से गंभीर स्थिति में पहुंच जाते हैं उन्हें आईसीयू तक की जरूरत पड़ जाती है उनमें Loss Of Smell या Loss Of Taste की दिक्कत देखने में कम आती है, पर जिन मरीजों में कोरोना के माइल्ड सिम्पटम हैं, उनमें सूंघने की क्षमता का जाना या स्वाद का जाना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं, जोकि रिकवरी का एक अच्छा संकेत है। आज दुनिया भर में करीब 55 मिलियन लोग कोरोना के माइल्ड लक्षण हो चुके हैं। दिल्ली के स्वामी दयानंद अस्पताल में जनरल फिजिशियन डॉक्टर ग्लैडविन त्यागी और नमामी लाइफ में न्यूट्रीशनिस्ट ने बताया कि लॉस ऑफ स्मैल और लॉस ऑफ टेस्ट कोरोना से रिकवरी का अच्छा साइन कैसे है।

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क्या सूंघने की क्षमता का जाना कोरोना से रिकवरी का अच्छा संकेत?

डॉक्टर ग्लैडविन त्यागी ने बताया कि जिन लोगों को माइल्ड सिम्पटम हैं और वे कोरोना के शूरुआती 5 दिन झेल चुके हैं। अब उन्हें न बुखार है, न खांसी है और जुकाम है और सिर्फ Loss Of Smell और Loss Of Taste की दिक्कत है, तो यह कोविड से रिकवरी का अच्छा साइन है। उन्होंने बताया कि कोरोना से पहले भी जब में नॉर्मल बुखार आता था तो उसमें भी जब बुखार ठीक होता था तब मुंह का स्वाद कड़वा हो जाता था, कोरोना के माइल्ड लक्षणों की रिकवरी में भी ऐसा देखा जा रहा है। डॉक्टर त्यागी ने बताया कि जिन लोगों को लॉस ऑफ स्मेल और लॉस ऑफ टेस्ट नहीं हो रहा है उन्हें कोरोना का दूसरा स्ट्रेन है। वो ज्यादा खतरनाक है। लेकिन माइल्ड लक्षणों में अगर खुशबू नहीं आ रही है या टेस्ट नहीं आ रहा है तो यह रिकवरी का अच्छा लक्षण है।

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कितने दिन में वापस आती है स्मेल?

नमामी लाइफ की न्यूट्रीशनिस्ट डॉक्टर शैली तोमर का कहना है कि कोरोना वायरस SARS-COV-2 के कारण होता है। जिसमें सबसे ज्यादा श्वसन तंत्र प्रभावित होता है। इसके होने पर शुरूआत के 5-10 ज्यादा परेशान करने वाले होते हैं। इस समय में ही रेस्पाइरेटरी डिस्ट्रेस की गंभीरता दिखाई देती है। श्वसन तंत्र से संबंधित परेशानियां होने पर सांस लेने में दिक्कत, सांस का भारी होना, शरीर में ऑक्सीजन की कमी जैसी परेशानियां दिखाई देती हैं, जिससे शरीर के अंग प्रभावित होते हैं। लेकिन डॉक्टर शैली ने कहा कि कोरोना के हल्के लक्षणों से जो लोग अब ठीक हो रहे हैं उनमें गले में दर्द, हल्की खांसी, सूघने की क्षमता का चले जाना शामिल है। वे कहती हैं कि कोरोना के हल्के लक्षण दिखने पर सूंघने की और स्वाद लेने की क्षमता चली जाती है।

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डॉक्टर तोमर का कहना है कि कोविड में सूंघने की क्षमता का जाना या स्वाद की क्षमता जाना कोविड से ठीक होने का अच्छा लक्षण है। कोविड 14 दिन में ठीक हो जाता है, लेकिन स्मेल वापिस आने में एक महीने का समय लगता है। सूंघने की क्षमता का जाना माइल्ड केसिस का लक्षण है और रिकवरी का भी। 

जिन लोगों में कोरोना के हल्के लक्षण थे और अब उन्हें खुशबू नहीं आ रही है या स्वाद भी नहीं आ रहा है तो ये उनके लिए अच्छी बात है। ये दोनों ही लक्षण कोविड के माइल्ड लक्षणों से ठीक होने के लक्षण हैं। 

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