देश में कोरोनावायरस (covid-19) का आतंक बढ़ता ही जा रहा है। दिन प्रतिदिन नए-नए रिकॉर्ड, कोरोना के नए मामलों के रूप में सामने आ रहे हैं। बार-बार अपना स्वरूप बदलता कोरोना अब बेहद खतरनाक हो गया है। शोधकर्ता बार-बार चेता रहे हैं कि यह वायरस छींकने, खांसने, थूकने आदि से तेजी से फैल रहा है। लेकिन अब एक ऐसा मामला सामने आया है जिससे यह ज्ञात होता है कि कोरोना अब टॉयलेट और सीवेज लाइन आदि से भी फैल रहा है। जी हां, हाल ही में चीन में स्थित हांगकांग (हॉन्ग कॉन्ग) में एक ऐसा मामला सामने आया, जिसमें एक ही बिल्डिंग के दो घर बाहर निकले बिना ही कोरोना से संक्रमित पाए गए। आखिर ऐसा कैसे मुमकिन है? क्या घर में रहकर भी लोगों को यह माहामारी अपनी चपेट में ले रही है? अगर हां, तो इसके पीछे क्या कारण छिपा है? इस विषय पर हमने हीलिंग केयर ईएनटी क्लीनिक नोएडा के ईएनटी स्पेशलिस्ट (एमबीबीएस, एमएस) डॉ अंकुर गुप्ता से से भी बातचीत की। जानते हैं इसके पीछे छिपी सच्चाई...
क्या है हांगकांग (हॉन्ग कॉन्ग) का पूरा मामला
चीन में स्थित हांगकांग (हॉन्ग कॉन्ग) में एक ऐसा मामला सामने आया, जिसने पूरी दुनिया को हिला दिया। हांगकांग की बड़ी बिल्डिंग में अलग-अलग फ्लोर पर रहने वाले दो लोग कोरोना संक्रमित पाए गए। सबसे पहले एक आदमी संक्रमित हुआ, जिसकी उम्र 75 साल थी। उसके 10 दिन बाद एक महिला संक्रमित पाई गई, जिसकी उम्र 62 साल थी। दोनों एक ही बिल्डिंग में रहते थे। धीरे-धीरे उनका पूरा परिवार भी कोरोना की चपेट में आ गया। दोनों परिवारों ने अपने घरों में खुद को काफी समय से बंद कर रखा था। खैर जब यह मामला हेल्थ अथॉरिटी के पास पहुंचा तो उन लोगों ने गंभीरता से इसकी जांच की। जांच के दौरान उन्होंने पाया कि बिल्डिंग के टॉयलेट पाइप्स एक दूसरे से जुड़े हैं। ऐसे में सीवेज लाइन और पाइपलाइन का एक दूसरे से जोड़ना कोरोना संक्रमण फैलाने के पीछे का कारण हो सकता है।
इसे भी पढ़ें- Covid-19: कोरोना से बचने के लिए बार-बार गर्म पानी का सेवन कितना सुरक्षित? एक्सपर्ट ने बताया जल सकती हैं टांगें
Coronavirus disease (COVID-19): क्या कहती है रिसर्च
बता दें कि पिछले साल हुई रिसर्च के मुताबिक इस बात की आशंका जताई गई थी कि बाथरूम में ड्रेन पाइप के जरिए कोरोना (coronavirus update) फैल सकता है। यह शोध यूटा विश्वविद्यालय और नानजिंग मेडिकल यूनिवर्सिटी व (china center for disease control and prevention- CCDC) जिसे सीसीडीसी के नाम से भी जाना जाता है, द्वारा किया गया। शोध में बताया गया था कि जो लोग एक ही बिल्डिंग में रहते हैं उनके बाथरूम और उनके टॉयलेट एक ही पाइप से जुड़े होते हैं। ऐसे में पाइप के जरिए वायरस घर में प्रवेश कर सकता है।
इसे भी पढ़ें- COVID-19: कोरोना से बचने के लिए लोग बार-बार ले रहे हैं स्टीम, एक्सपर्ट से जानें ऐसा करना कितना सुरक्षित?
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
जब इस विषय पर हमने हीलिंग केयर ईएनटी क्लीनिक नोएडा के ईएनटी स्पेशलिस्ट (एमबीबीएस, एमएस) डॉ अंकुर गुप्ता से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि हांगकांग (हॉन्ग कॉन्ग) के मामले को देखते हुए यह स्पष्ट है कि सीवेज लाइन और पाइप के माध्यम से कोरोना फैल सकता है। हालांकि इंडिया में इसका कोई मामला देखा नहीं गया है। जब कोरोना पीड़ित अपना मल त्याग करता है तो मल को फ्लश करने के दौरान हवा में छोटे-छोटे पानी के मॉलिक्यूल उड़ने लगते हैं, जिन्हें एरोसॉल कहा जाता है। इ मॉलिक्यूल्स में कोरोना होता है। यह मॉलिक्यूल उड़कर हवा के जरिए खिड़की या एडजस्ट फैन के माध्यम से बाहर निकल जाते हैं। ऐसे में जो लोग आसपास मौजूद हैं वे इन मॉलिक्यूल के संपर्क में आ जाते हैं और वे लोग कोरोनावायरस (covid-19 india) के शिकार हो जाते हैं। दूसरी तरफ सीवेज पाइप एक दूसरे से जुड़े होते हैं ऐसे में जो लोग एक ही बिल्डिंग में रहते हैं तो जब फ्लश करने के दौरान मल नीचे की तरफ जाता है तो कभी कभी टूटे हुए पाइप के कारण वह मॉलिक्यूल दूसरे बाथरूम में प्रवेश कर जाते हैं और दीवारों पर चिपक जाते हैं या हवा में घूमते रहते हैं। जब लोग इसके संपर्क में आते हैं तो वह भी संक्रमित हो जाते हैं।
घर में रहकर कैसे बचा जाए इन मॉलिक्यूल्स से
1 - बता दें कि जब भी मल त्याग करने के बाद फ्लश करें तो उस दौरान टॉयलेट सीट को ढक दें। उसके बाद ही फ्लश करें। ऐसा करने से मॉलिक्यूल हवा में नहीं घूमेंगे।
2 - घर में वेंटिलेशन ठीक प्रकार से होना चाहिए। सुबह उठते ही सबसे पहले खिड़की, दरवाजे खोलें और घर में वेंटिलेशन का पूरा ध्यान रखें।
3 - अपने बाथरूम में लीकेज या गंदे पानी को इकट्ठा ना होने दें।
4 - इससे अलग अपने आहार में ऐसी चीजों को जोड़ें जो आपकी इम्यूनिटी को और मजबूती दें।
5 - अगर बाथरूम में कोई पाइप डैमेज हो रहा है तो उसे तुरंत रिपेयर करवाएं खासकर वह लोग जो एक ही बिल्डिंग में रहते हैं।
नोट - ऊपर बताए गए बिंदुओं से पता चलता है कि घर में रहकर भी कोरोना फैल सकता है। हालांकि अभी भी इस पर काफी शोध चल रहे हैं लेकिन डॉक्टर का मानना है कि थोड़ी सी सतर्कता से पाइप के जरिए फैले कोरोना को रोका जा सकता है।
यह लेख हीलिंग केयर ईएनटी क्लीनिक नोएडा के ईएनटी स्पेशलिस्ट (एमबीबीएस एमएस) डॉ अंकुर गुप्ता से बातचीत पर आधारित है।
Read More Articles on miscellaneous in hindi
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version