कोरोनावायरस (Coronavirus) के मामले थोड़े थमे जरूर हैं, लेकिन अभी भी एक्टिव मरीजों की संख्या बहुत ज्यादा है। ऐसे में जगह-जगह बेड की कमी को देखते हुए और हॉस्पिटल न जाने के डर से लोग घरों में तरह-तरह के एक्सपेरिमेंट कर रहे हैं। जो लोग कोरोनावायरस पॉजिटिव नहीं हैं वह भी इन तरीकों से खुद को कोरोनावायरस की चपेट में आने से बचा रहे हैं। इन्हीं तरीकों में एक तरीका है स्टीम लेना। लोग स्टीम (भाप) ले रहे हैं, ताकि वे कोरोना की चपेट में आने से बच सकें। लेकिन सवाल यह है कि क्या दिन में बार-बार स्टीम (भाप) लेना सुरक्षित है? हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि जो लोग दिन में चार से पांच बार कोरोनावायरस से बचने के लिए स्टीम ले रहे हैं यह तरीका कितना सुरक्षित या असुरक्षित है। सोशल मीडिया में इस सवाल को लेकर एक वीडियो भी वायरल हुई है, जिसके कराण यह जानना और भी जरूरी हो गया है कि कोरोनावायरस के लिए स्टीम कितनी फायदेमंद है? पढ़ते हैं आगे...
वीडियो में है क्या
बता दें, हाल ही में यूनिसेफ इंडिया ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो साझा किया था, जिसमें उन्होंने बताया था कि जो लोग कोरोनावायरस से बचने के लिए बार-बार भाप ले रहे हैं वे सतर्क हो जाएं। इस वीडियो में यूनिसेफ साउथ एशिया के रीजनल एडवाइजर एंड चांसलर हेल्थ एक्सपर्ट पॉल रिटर हैं। वीडियो में वे बता रहे हैं कि इसका कोई प्रमाण नहीं है कि कोरोना को दूर करने के लिए स्टीम एक अच्छा विकल्प है।
टॉप स्टोरीज़
“Can inhaling water vapour lessen the impact of #COVID19?”
A question we’ve heard a lot this year.
The answer may surprise you.#Unite2FightCorona pic.twitter.com/EJtOLUXRKU
वीडियो में बल्कि यह भी बताया गया है कि वायरस से बचने के लिए जो लोग दिन में कई बार स्टीम ले रहे हैं उनके फेफड़े और गले के बीच में एक नली स्थित होती है, जिसमें ट्रैकिया (Trachea) और फेरिक्स प्रभावित हो सकते हैं। यही कारण है कि व्यक्ति को सांस लेने के दौरान काफी परेशानी महसूस हो सकती है और यह खतरनाक वायरस बॉडी में प्रवेश कर सकता है। इस वीडियो में बताया गया है कि डब्ल्यूएचओ यानी विश्व स्वास्थ्य संगठन भी बार-बार स्टीम लेने के लिए कोई सुझान नहीं देता हैं।
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एक्सपर्ट से जानें
हीलिंग केयर ईएनटी क्लीनिक नोएडा के ईएनटी स्पेशलिस्ट (एमबीबीएस एमएस) डॉ अंकुर गुप्ता से जब इस विषय पर बात की तो उन्होंने बताया कि अगर हम दिन में तीन से चार बार 10-10 मिनट तक स्टीम लें तो यह मुमकिन है कि फेफड़े और गले के बीच में स्थित नली के अंदर पाई जाने वाली ट्रैकिया और फेरिक्स क्षतिग्रस्त हो सकती हैं। ऐसे में जरूरी है कि सबसे पहले हमें सीमित मात्रा का पता लगाना जरूरी है। अगर कोई व्यक्ति दिन में तीन बार ही स्टीम लें और वो भी सिर्फ 2 या 3 मिनट के लिए तो कोई नुकसानदेह नहीं है। क्योंकि कोरोना गले के अंदर और नाक के पीछे इकट्ठा हो सकता है। ऐसे में स्टीम की मदद से इसे इकट्ठा होने से रोका जा सकता है।
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नोट - ऊपर बताए गए बिंदुओं से पता चलता है कि अगर डॉक्टर की सलाह पर स्टीम ली जाए और वो भी निश्चित समय के लिए तो स्टीम लेना खतरनाक नहीं है।
यह लेख हीलिंग केयर ईएनटी क्लीनिक नोएडा के ईएनटी स्पेशलिस्ट (एमबीबीएस एमएस) डॉ अंकुर गुप्ता से बातचीत पर आधारित है।
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