कोरोना की दूसरी लहर ने छोटे से लेकर सभी को डरा दिया है। मेडिकल सुविधाओं की कमी के कारण लोगों में कोरोना को लेकर भय और बैठ गया है। ऐसे में वे माताएं जो जिनके छोटे बच्चे हैं और उन्हें स्तनपान कराना पड़ता है उनके मन में भी अपने और बच्चों को लेकर डर है। उनके मन में सवाल है कि अगर मां कोरोना पॉजिटिव हो जाए तो क्या वह स्तनपान करा सकती है, ऐसी माताओं को वैक्सीन कब लगवानी चाहिए, बच्चा बीमार हो जाए तो क्या स्तनपान कराना चाहिए आदि। इन सभी सवालों के जवाब गोंडा के जीवनदीप चिकित्सालय और आईवीएफ सेंटर में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. गुंजन भटनगार और दिल्ली के तारावती अस्पताल में वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर कुसुम सबरवाल ने जवाब दिए हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि स्तनपान बच्चे की सेहत के लिए बहुत जरूरी है। ऐसे महामारी के दौर में अगर शिशु को सही से स्तनपान नहीं कराया गया तो उसका इम्युनिटी सिस्टम कमजोर होगा और वह अक्सर बीमारियों की चपेट में रहेगा।
अगर मां कोरोना पॉजिटिव है तो क्या ब्रेस्टफीड करा सकती हैं?
डॉक्टर कुसुम और डॉक्टर गुंजन दोनों का कहना है कि अगर मां कोरोना पॉजिटिव है तो वह बच्चे को स्तनपान करा सकती है। यूनीसेफ का कहना है कि जो माताएं डिलेवरी के बाद बीमार पड़ गई हैं। अगर उनमें खांसी, बुखार, सांस लेने में दिक्कत जैसे लक्षण दिख रहे हैं तो उन्हें डॉक्टर को दिखाना चाहिए। लेकिन ब्रेस्टफीडिंग चालू रखनी चाहिए। मां को अपने खाने का ध्यान रखना होगा ताकि मां का इम्युन सिस्टम मजबूत रहे और उससे बच्चे का भी। जो माताएं पॉजिटिव हो गई हैं उन्हें बच्चों को दूध पिलाने से रोकना नहीं है। पर उन्हें सभी कोरोना नियमों का पानल करना होगा। यूनीसेफ ने 3 डब्ल्यू बताएं हैं माताओं के लिए, वे निम्न हैं।
- स्तनपान कराते समय मास्क पहनें। (Wear a mask during feeding)
- बच्चे को छूने से पहले और बाद में हाथ धोएं। (Wash hands with soap before and after touching the baby)
- सरफेस को रोजाना साफ करें। (Wipe and disinfect surfaces regularly)
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क्या मां से बच्चे को भी वायरस पकड़ सकता है?
डॉक्टर्स का कहना है कि कोरोना वायरस खांसने, छींकने और सांस के संपर्क में आने से फैलता है। अभी तक ऐसे कोई प्रमाण नहीं मिले हैं जिनमें यह कहा गया हो कि ब्रेस्टफीडिंग से कोरोना हुआ हो। डॉक्टर गुंजन का कहना है कि अगर मां संक्रमित है तो उसे डबल मास्क पहनकर बच्चे को दूध पिलाना चाहिए। दूसरा ऊपर जो 3Ws बताए गए हैं उनका पालन करें। अगर मां कोरोना पॉजिटिव है भी तब भी अगर वह ब्रेस्टफीडिंग के समय मास्क और दस्ताने पहनती हैं तो शिशु को कोरोना नहीं होगा।
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अगर मां ज्यादा बीमार पड़ जाए तो ब्रेस्टफीड कैसे कराएं?
इस सवाल पर डॉक्टर कुसुम का कहना है कि अगर मां ज्यादा बीमार पड़ जाए तो पहले तो उसे अपनी सभी दवाओं का सेवन सही समय पर करना है। उसे अपनी सेहत का पूरा ध्यान रखना होगा, लेकिन ऐसे में भी बच्चे को दूध पिलाना बंद नहीं कर सकते। क्योंकि अगर बच्चे को दूध नहीं मिलेगा तो वह बीमार पड़ जाए। लेकिन कोरोना के इस दौर में अगर मां में कोरोना के लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो उसे किसी कटोरी या कप में दूध निकालकर बच्चे को पिलाना चाहिए। ऐसी स्थिति में परिवार ध्यान रखे कि बच्चे को मां के पास ज्यादा समय के लिए न रखें। बस दूध पिलाने के लिए ले जाएं।
यूनिसेफ ने 3 डब्लू का जो फॉर्मूला बताया है वह उन्हें हमेशा फॉलो करना है। जो माताएं बीमार पड़ने पर ब्रेस्टफीड नहीं करा पाती हैं और बोतल का इस्तेमाल करते हैं उन्हें भी इन 3 डब्ल्यू का ध्यान रखना है। ब्रेस्टफीडिंग बच्चे के विकास के लिए जरूरी है। इसलिए इसका पूरा ध्यान रखा जाना चाहिेए।
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