How To Manage ADHD In Everyday Life: अटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर (एडीएचडी) के कारण मेंटल हेल्थ पर बुरा असर पड़ सकता है। ऐसे में बैचेनी रहना, लापरवाही करना, चीजों पर ध्यान देने की क्षमता कम हो सकती है। यह एक डिसऑर्डर है लेकिन इसे लाइफस्टाइल से जुड़ी कुछ आदतें अपनाकर कंट्रोल किया जा सकता है। इसके साथ ही, दवाएं लेना भी जरूरी है जिससे परेशानी का सामना न करना पड़े। हेल्दी आदतों जैसे स्लीप, न्यूट्रिशन, फिजिकल एक्टिविटी, माइंडफुलनेस और टाइम मैनेजमेंट पर काम करके फोकस इम्प्रूव किया जा सकता है। ऐसे में इमोशनल रेगुलेशन में मदद मिल सकती है। इस बारे में जानने के लिए हमने मनस्थली वेलनेस की फाउंडर-डायरेक्टर और सीनियर साइकेट्रिस्ट और डॉ. ज्योति कपूर से।
एडीएचडी को लाइफस्टाइल चेंजेस से कैसे मैनेज करें? How To Manage ADHD With Lifestyle Changes
पर्याप्त नींद लें- Adequate Sleep
एडीएचडी से ग्रस्त लोगों को नींद से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए ऐसे में पर्याप्त नींद लेना बहुत जरूरी है। अपने स्लीप शेड्यूल को हेल्दी रखें। समय पर सोने और उठने की आदत बनाएं। सोने से करीब एक घंटे पहले स्क्रीन जैसे- फोन, टीवी और टेबलेट अवॉइड करें। शाम के बाद कैफीन और शुगर से दूरी बनाए रखें।
न्यूट्रिशन बैलेंस करें- Balance Nutrition
एडीएचडी को कंट्रोल रखने के लिए न्यूट्रिशन बैलेंस करें। कई ऐसे फूड्स हैं जो मूड इम्प्रूव करते हैं और इनसे फोकस बढ़ता है। ऐसे में अपनी डाइट में हाई प्रोटीन फूड्स शामिल करें, जिससे डोपामाइन प्रड्यूज होता है। ऐसे में डाइट में कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट जैसे- साबुत अनाज और सब्जियों को डाइट में जरूर शामिल करें। इससे बॉडी में एनर्जी लेवल मेंटेन रहेगा। डाइट में शुगर और प्रोसेसिंग फूड्स अवॉइड करें। साथ ही, ओमेगा-3 फैटी एसिड वाली चीजों का सेवन ज्यादा करें जिससे ब्रेन फंक्शन इम्प्रूव होता है।
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एक्सरसाइज की आदत बनाएं- Focus on Exercise
रोज वर्कआउट करें और एक्सरसाइज की आदत जरूर बनाएं। एक्सरसाइज करने से न्यूरोट्रांसमीटर जैसे डोपामाइन बूस्ट होता है, जो एडीएचडी में बहुत जरूरी है। सप्ताह में चार दिन एरोबिक एक्सरसाइज जरूर करें। इससे फोकस और सेल्फ कंट्रोल में मदद मिलती है। दिनभर में थोड़ा बहुत बॉडी मूवमेंट से अटेंशन इम्प्रूव होता है और बॉडी एक्टिव होती है।
स्ट्रेस कंट्रोल करें- Control Stress
एडीएचडी में स्ट्रेस होना आम बात है। ऐसे में स्ट्रेस बढ़ता है और इमोशनल हेल्थ पर भी असर नजर आता है। ऐसे में माइंडफुलनेस करने से माइंड को शांत करने में मदद मिलती है। माइंडफुलनेस मेडिटेशन जैसे- योग और डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज जरूर करें। जर्नलिंग करें जिससे आपको इमोशन और बिहेवियर को समझने में मदद मिलेगी।
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स्क्रीन टाइम कंट्रोल करें- कंट्रोल- Screen Time
ओवर स्क्रीन टाइम भी एडीएचडी में परेशानी बढ़ा सकता है। ऐसे में फोकस और एटेंशन पर नजर आ सकता है। इसलिए अपना स्क्रीन टाइम पहले से कंट्रोल रखें। अपने मोबाइल में स्क्रीन टाइम मैनेजमेंट टूल्स और पेरेंटल कंट्रोल रखें, जिससे स्क्रीन टाइम कंट्रोल रखने में मदद मिलेगी।
निष्कर्ष
लेख में हमने एक्सपर्ट से समझा एडीएचडी को कैसे कंट्रोल रखा जा सकता है। इसके लिए डाइट में प्रोटीन, ओमेगा-3 फैटी एसिड और कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट शामिल करें। ये हार्मोन्स बैलेंस करने और एडीएचडी को कंट्रोल रखने में मदद करेंगे। एक्सरसाइज की आदत बनाएं जिससे डोपामाइन बूस्ट होता है। पर्याप्त नींद लें जिससे ब्रेन फंक्शन इम्प्रूव होते हैं। अपने स्क्रीन टाइम और स्ट्रेस मैनेजमेंट को कंट्रोल करने पर काम करें। लेख में दी गई जानकारी पसंद आई हो, तो इसे शेयर करना न भूलें।