आज के समय में लोग अपनी लाइफ में इतने ज्यादा व्यस्त हो गए हैं कि उनके पास सुकून से दो पल सोने के लिए भी समय कम पड़ जाता है। खासकर युवाओं में नौकरी और नाइट शिफ्ट्स के कारण नींद की काफी ज्यादा कमी देखी जा रही है। इतना ही नहीं, कई लोगों को देर रात तक जागना पसंद होता है, जिस कारण वे देर रात तक जागकर मूवी देखना, वेब सीरीज देखना या अपने पसंद के अन्य दूसरे काम करना बेहद पसंद होता है। लेकिन, क्या देर रात तक जागने की आदत आपकी सेहत के लिए सही होती है या नहीं? आइए पुणे के पिंपरी में स्थित डॉ. डी. वाई. पाटिल मेडिकल कॉलेज, अस्पताल और रिसर्च सेंटर के न्यूरोलॉजी विभाग के डीएम न्यूरोलॉजी, प्रोफेसर एवं प्रमुख डॉ. प्रज्वल राव (Dr Prajwal Rao, DM Neurology, Professor and Head, Department of Neurology, Dr. D. Y. Patil Medical College, Hospital and Research Center, Pimpri, Pune) से जानते हैं कि देर रात तक जागने का दिमाग पर क्या प्रभाव पड़ता है?
देर रात जागने का दिमाग पर असर - Effects Of Staying Up Late At Night in Hindi
डॉ. प्रज्वल राव के अनुसार, जब हम सोते हैं तो हमारा दिमाग खुद को साफ और रिफ्रेश करता है। दिमाग में जमी हुई गंद और नुकसानदायक केमिकल्स को बाहर निकालने में मदद मिलती है। हमारे दिमाग में दो गंदे प्रोटीन होते हैं, बीटी एमिलॉइड और टाउ। अगर हम ठीक से नहीं सो पाते हैं तो ये प्रोटीन दिमाग में जमा होते रहते हैं, और ब्रेन सेल्स धीरे-धीरे मरने लगती हैं। इसी कारण लोगों में अक्सर नींद की कमी से अल्जाइमर और डिमेंशिया जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती है और पीड़ित की याददाश्त कमजोर हो सकती है। इसलिए, देर रात तक जागने से व्यक्ति के दिमाग पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
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नींद की कमी से होने वाली बीमारियां - Health Risks Caused By Lack Of Sleep in Hindi
डॉ. प्रज्वल राव का कहना है कि, अगर कोई व्यक्ति देर रात तक जागता है और उसमें लगातार नींद की कमी बनी रहती है तो इसका असर सिर्फ उनके याददाश्त पर नहीं पड़ता है, बल्कि ये अन्य कई मानसिक बीमारियों का कारण बन सकता है। जैसे-
- डिप्रेशन
- एंग्जाइटी
- मूड में बार-बार बदलाव होना
- गुस्सा बहुत ज्यादा आना
- खुद को अकेला महसूस होना
- नशा, स्मोकिंग, शराब आदि जैसे गलत आदतों की ओर बढ़ना
- चिड़चिड़ापन होना
- रोजमर्रा की जिंदगी पर असर
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दिमाग को कैसे स्वस्थ रखें? - How To Keep Brain Healthy in Hindi?
देर रात तक जागने और नींद पूरी न होने के कारण दिमाग पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है। इसलिए, जरूरी है कि आप अपने नींद पर ध्यान दें और इन बातों का ख्याल रखें-
- दिमाग को स्वस्थ रखने के लिए सबसे जरूरी है अच्छी और पूरी नींद लेना।
- रोजाना एक ही समय पर सोने और उठने की आदत डालें।
- सोने से 1 घंटे पर मोबाइल, टीवी और लैपटॉप जैसे इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स का इस्तेमाल करना बंद करें।
- शाम के बाद चाय या कॉफी के सेवन से बचें।
- रात को सोने से 3 घंटे पर हल्का खाना खाएं, क्योंकि भारी खाना नींद में रुकावट का कारण बन सकता है।
- सोने से पहले अपने दिमाग को रिलैक्स रखें, किताब पढ़ें, हल्का म्यूजिक सुनें या मेडिटेशन करें।
निष्कर्ष
पर्याप्त मात्रा और अच्छी नींद सिर्फ आपके शरीर के लिए जरूरी नहीं है, बल्कि ये आपके दिमाग के स्वास्थ्य के लिए भी बहुत जरूरी माना जाता है। इसलिए, जब आप देर रात तक जागते हैं तो आपका दिमाग ठीक तरीके से काम नहीं कर पाता है और धीरे-धीरे बीमार होने लगता है, जिससे याददाश्त कमजोर होने के साथ दिमाग से जुड़ी कई बीमारियों का जोखिम भी बढ़ जाता है। इसलिए, अच्छी और पूरी नींद लेने की कोशिश करें। नींद न आने की समस्या में आप डॉक्टर से कंसल्ट कर सकते हैं।
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