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क्या पालतू जानवरों के साथ समय बिताने से तनाव कम होता है? डॉक्टर से जानें

पालतू जानवर, सिर्फ साथी नहीं होते, ये हमारे जीवन में मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होते हैं। यहां जानिए, क्या पालतू जानवरों के साथ समय बिताने से तनाव कम होता है?  
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क्या पालतू जानवरों के साथ समय बिताने से तनाव कम होता है? डॉक्टर से जानें


आज की तेज-तर्रार और तनावपूर्ण जिंदगी में मानसिक स्वास्थ्य सबसे बड़ी चुनौती बन गया है। काम का दबाव, मीटिंग्स, ट्रैफिक, सोशल मीडिया और घरेलू जिम्मेदारियां, इन सबके बीच हम अक्सर तनाव और चिंता महसूस करते हैं। लगातार तनाव शरीर और दिमाग दोनों पर असर डालता है। इसके कारण कोर्टिसोल (Stress Hormone) का लेवल बढ़ जाता है, जो हार्ट डिजीज, नींद की समस्या, हाई ब्लड प्रेशर और मूड स्विंग्स जैसी समस्याओं का कारण बन सकता है। कई लोग जो जानवरों को घर में पालना पसंद करते हैं उनका मानना होता है कि पालतू जानवर के कारण उनका स्ट्रेस कम होता है। इस लेख में नोएडा की क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट और साइकोथेरेपिस्ट कंसल्टेंट डॉ. मनीषा सिंघल (Dr. Manisha Singhal, Consultant - Clinical Psychologist & Psychotherapist, Metro Hospital, Noida) से जानिए, क्या पालतू जानवरों के साथ समय बिताने से तनाव कम होता है?

पालतू जानवरों के साथ समय बिताने से तनाव कैसे कम होता है? - How Spending Time With Pets Reduce Stress Hormones

साइकोथेरेपिस्ट कंसल्टेंट डॉ. मनीषा सिंघल बताती हैं कि पालतू जानवरों के साथ समय बिताने से शरीर में कोर्टिसोल का लेवल घटता है और सेरोटोनिन, डोपामाइन जैसे हैप्पी हार्मोन का लेवल बढ़ता है। इससे तनाव कम होता है और मानसिक स्वास्थ्य बेहतर रहता है। सफाई और हाइजीन का ध्यान रखें ताकि एलर्जी या इंफेक्शन न हो और समय-समय पर पालतू जानवर का वैक्सीनेशन और हेल्थ चेकअप करवाएं।

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  • कुत्ते या बिल्ली के साथ खेलना, उन्हें गले लगाना या उन्हें खाना देना शरीर को शांति प्रदान करता है। यह दिल गति को धीमा करता है और कोर्टिसोल के लेवल को कम करता है।
  • पालतू जानवरों के साथ समय बिताने से डोपामाइन और सेरोटोनिन हार्मोन रिलीज होते हैं। यह मूड बेहतर बनाता है, डिप्रेशन और चिंता को कम करता है।
  • पालतू जानवरों के साथ चलना या खेलना रोजाना का तनाव कम करने का प्राकृतिक तरीका है। छोटे बच्चों और बुजुर्गों में यह विशेष रूप से फायदेमंद है।
  • पेट्स अकेलेपन को दूर करते हैं, उनका प्यार भावनात्मक सहारा देता है और सामाजिक जुड़ाव बढ़ाता है।
  • कुत्ते के साथ वॉक या खेलना न केवल स्ट्रेस कम करता है, बल्कि फिजिकल एक्टिविटी भी बढ़ाता है। नियमित फिजिकल एक्टिविटी से दिल स्वस्थ रहता है और मोटापा कम होता है।

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pets reduce stress hormones

रिसर्च क्या कहती है?

रिसर्च में कुल मिलाकर 1,310 प्रतिभागियों में पालतू जानवरों के साथ समय बिताने से हार्ट रेट बेहतर हुआ, चिंता व तनाव के लेवल में कमी पाई गई। पालतू जानवरों के मालिकों का ब्लड प्रेशर और स्ट्रेस लेवल कम होता है और मानसिक स्वास्थ्य बेहतर रहता है। यह प्रभाव अकेले रहने वाले लोगों या बुजुर्ग व्यक्तियों में और ज्यादा स्पष्ट रूप से देखा गया है।

निष्कर्ष

पालतू जानवर सिर्फ साथी नहीं, बल्कि मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए नेचुरल थेरेपी हैं। उनके साथ समय बिताने से स्ट्रेस हार्मोन घटता है, खुशी हार्मोन बढ़ता है, दिल स्वस्थ रहता है और नींद की क्वालिटी भी बेहतर होती है। इसलिए यदि आप मानसिक तनाव से जूझ रहे हैं या अपने दिल की सेहत को बेहतर रखना चाहते हैं, तो रोजाना कुछ समय अपने पालतू साथी के साथ बिताना बेहद फायदेमंद है।

All Images Credit- Freepik

FAQ

  • सबसे ज्यादा तनाव कम करने वाला जानवर कौन सा है?

    कुत्ते और बिल्लियां सबसे ज्यादा फेमस थैरेपी पेट्स माने जाते हैं। उनके साथ खेलना, टहलना या उन्हें सहलाना मानसिक तनाव घटाने का नेचुरल तरीका है। हालांकि खरगोश, मछलियां और पक्षी भी शांति प्रदान करते हैं।
  • पेट्स के साथ कितना समय बिताना फायदेमंद होता है?

    दिन में सिर्फ 15-30 मिनट का समय भी काफी होता है। चाहे आप उनके साथ खेलें, टहलें या बस पास बैठें, यह छोटा सा वक्त भी कोर्टिसोल को कम करने और मन को रिलैक्स करने में मदद करता है।
  • क्या घर पर पालतू जानवर रखना अच्छा है?

    आमतौर पर हां, लेकिन जिन लोगों को एलर्जी या अस्थमा की समस्या है, उन्हें डॉक्टर की सलाह लेकर ही पेट्स पालने चाहिए। सफाई और वैक्सीनेशन का ध्यान रखना भी जरूरी है।

 

 

 

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  • Current Version

  • Oct 06, 2025 19:56 IST

    Modified By : Akanksha Tiwari
  • Oct 06, 2025 19:56 IST

    Published By : Akanksha Tiwari

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