
भारतीय रसोई में मौजूद कई ऐसी चीजें हैं, जिन्हें हम रोजमर्रा के मसाले या पारंपरिक फूड्स समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, जबकि उनके पीछे सेहत का गहरा विज्ञान छिपा होता है। गोंद (Edible Gum) उन्हीं में से एक है। दादी-नानी के जमाने से गोंद को ताकत बढ़ाने वाला फूड माना जाता रहा है, खासकर सर्दियों में, डिलीवरी के बाद महिलाओं की रिकवरी के दौरान या कमजोरी महसूस होने पर। गोंद के लड्डू, पंजीरी या दूध में मिलाकर खाने की परंपरा आज भी कई घरों में निभाई जाती है लेकिन बदलती लाइफस्टाइल के साथ अब लोगों के मन में एक अहम सवाल उठने लगा है कि रोजाना कितनी गोंद खाना सही है? इस बारे में सही जानकारी के लिए हमने, जयपुर में स्थित Angelcare-A Nutrition and Wellness Center की निदेशक, डाइटिशियन एवं न्यूट्रिशनिस्ट अर्चना जैन (Archana Jain, Dietitian and Nutritionist, Director, Angelcare-A Nutrition and Wellness Center, Jaipur) से बात की-
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एक दिन में कितनी गोंद खानी सुरक्षित है? - How much gond to eat per day
गोंद पेड़ों से निकलने वाला प्राकृतिक पदार्थ है, जिसे खाने योग्य बनाने के लिए आमतौर पर घी में भूनकर इस्तेमाल किया जाता है। इसमें कैल्शियम, मैग्नीशियम, फाइबर और नेचुरल एनर्जी देने वाले तत्व पाए जाते हैं। डाइटिशियन अर्चना जैन बताती हैं कि गोंद शरीर को अंदर से गर्म रखने में मदद करता है और कमजोर मांसपेशियों व हड्डियों को सपोर्ट देता है। यही कारण है कि इसे पारंपरिक तौर पर लड्डू, पंजीरी या दूध में मिलाकर खाया जाता है।
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डाइटिशियन अर्चना जैन के अनुसार, एक सामान्य स्वस्थ व्यक्ति के लिए रोजाना 5 से 10 ग्राम गोंद (लगभग 1 से 2 छोटे चम्मच भुना हुआ गोंद) पर्याप्त होता है। इससे ज्यादा मात्रा लेने की जरूरत नहीं होती। अगर आप इसे पहली बार डाइट में शामिल कर रहे हैं, तो कम मात्रा से शुरुआत करना बेहतर रहता है, ताकि शरीर इसकी तासीर के अनुसार खुद को ढाल सके।
- महिलाओं, खासकर डिलीवरी के बाद रिकवरी के दौरान, गोंद का सेवन ज्यादा फायदेमंद माना जाता है।
- ऐसे में डाइटिशियन की सलाह से इसकी मात्रा 10 ग्राम तक रखी जा सकती है।
- वहीं सामान्य पुरुषों या ऑफिस में बैठकर काम करने वाले लोगों के लिए 5 से 7 ग्राम गोंद रोजाना काफी होती है।
- अर्चना जैन के अनुसार, जरूरत से ज्यादा गोंद खाने से फायदे की बजाय नुकसान हो सकता है।
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किन लोगों को गोंद खाने से बचना चाहिए?
प्रेग्नेंट महिलाएं, पेट की गंभीर समस्याओं से जूझ रहे लोग, हाई एसिडिटी या बवासीर की समस्या वाले लोगों को गोंद खाने से पहले एक्सपर्ट से सलाह जरूर लेनी चाहिए। इसके अलावा, गर्मियों के मौसम में रोजाना गोंद खाना हर किसी के लिए जरूरी नहीं होता। अर्चना जैन के अनुसार, मौसम और शरीर की जरूरत के हिसाब से ही इसका सेवन करना समझदारी है।
गोंद को डाइट में कैसे शामिल करें?
गोंद को सीधे खाना मुश्किल हो सकता है, इसलिए इसे घी में भूनकर लड्डू, पंजीरी या दलिया में मिलाया जाता है। कुछ लोग इसे गर्म दूध में मिलाकर भी लेते हैं। डाइटिशियन अर्चना जैन सलाह देती हैं कि गोंद के साथ चीनी की मात्रा सीमित रखें और बेहतर होगा कि गुड़ या खजूर जैसे नेचुरल स्वीटनर का इस्तेमाल करें।
निष्कर्ष
गोंद एक पौष्टिक और ताकत देने वाला प्राकृतिक फूड है, लेकिन इसका सही फायदा तभी मिलता है जब इसे सही मात्रा और सही समय पर लिया जाए। डाइटिशियन अर्चना जैन के अनुसार, रोजाना 5 से 10 ग्राम गोंद ज्यादातर लोगों के लिए सुरक्षित और फायदेमंद होती है। जरूरत से ज्यादा सेवन करने से फायदे की बजाय नुकसान हो सकता है। इसलिए अपनी उम्र, मौसम, पाचन क्षमता और स्वास्थ्य स्थिति को ध्यान में रखते हुए ही गोंद को डाइट में शामिल करें और किसी भी कन्फ्यूजन की स्थिति में एक्सपर्ट की सलाह लेना बेहतर रहेगा।
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FAQ
गोंद खाने का सबसे अच्छा समय क्या है?
गोंद सुबह खाली पेट या नाश्ते के साथ लेना बेहतर होता है। रात में इसका सेवन सीमित रखना चाहिए।क्या गोंद वजन बढ़ाती है?
अगर गोंद ज्यादा मात्रा में या चीनी-घी के साथ अधिक खाई जाए, तो वजन बढ़ सकता है। सीमित मात्रा में यह नुकसान नहीं करती।ज्यादा गोंद खाने से क्या नुकसान हो सकते हैं?
ज्यादा गोंद के सेवन से कब्ज, एसिडिटी, पेट में जलन और शरीर में जरूरत से ज्यादा गर्मी हो सकती है।
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Dec 30, 2025 09:06 IST
Published By : Akanksha Tiwari
