कई बार पीरियड्स देरी से आते हैं, अगर ये एक या दो बार हो तो आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है। कई ऐसे कारण होते हैं जो सामान्य नहीं होते हैं पर उनसे कोई बड़ा जोखिम भी नहीं होता है आप उसका इलाज करवा सकते हैं। जैसे वजन घटने या बढ़ने के कारण पीरियड्स लेट हो सकते हैं या ब्लड शुगर लेवल बढ़ा होने के कारण भी ऐसा होता है। इस लेख में हम जानेंगे कि पीरियड्स लेट होना कब नॉर्मल है और इसके क्या कारण हो सकते हैं। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के झलकारीबाई अस्पताल की गाइनोकॉलोजिस्ट डॉ दीपा शर्मा से बात की।
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कितने दिन पीरियड्स देरी से आना नॉर्मल है? (When it is normal to have delay in periods)
कई महिलाओं को पीरियड्स देरी से आने की समस्या होती है। आपके मन में भी सवाल उठता होगा कि पीरियड्स में देरी नॉर्मल है या नहीं? आपको बता दें कि पीरियड्स में देरी होना किसी भी तरह से नॉर्मल नहीं है, इसके पीछे कई कारण होते हैं पर वो कारण कभी गंभीर तो कभी सामान्य हो सकते हैं। अगर पीरियड्स में देरी 1 से 2 महीने से ज्यादा हो तो आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए, ऐसा ओवरी में गांठ या पीसीओएस के कारण हो सकता है वहीं सामान्य स्थिति में मासिक चक्र (menstrual cycle in hindi) 21 से 35 दिनों का होता है, उसमें से अगर आपकी साइकिल 28 की है तो 30 तक तारीख न आना सामान्य है पर 40 दिन से ऊपर हो जाएं या पिछली तारीख के 6 हफ्तों तक अगली डेट न आए तो ये चिंता का विषय है।
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1. गर्भ निरोधक गोलियां (Birth control pills)
अगर आप गर्भनिरोधक पिल्स का सेवन करती तो भी आपके पीरियड्स देरी से आ सकते हैं। गर्भनिरोधक दवाओं का सेवन करने से प्रोजेस्टिन और एस्ट्रोजन नाम का हार्मोन ज्यादा बनने लगता है जिसके चलते ओवरीज एग रिलीज करना बंद कर देती हैं। जब आप पिल्स का सेवन बंद कर देती हैं तो पीरियड्स की साइकिल को नॉर्मल होने में 6 से 7 महीने का समय लग जाता है। आपको गर्भनिरोधक पिल्स का अधिक सेवन नहीं करना चाहिए।
2. वजन बढ़ना (Weight gain in hindi)
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अगर आपका वजन तेजी से बढ़ रहा है तो ये आपकी सेहत के साथ-साथ मासिक चक्र साइकिल को भी खराब कर सकता है। फैट बढ़ने के कारण हार्मोन्स में बदलाव आता है और पीरियड्स में देरी हो सकती है। अगर आप डायट से ज्यादा खा रही हैं तो एक्सट्रा कैलोरीज के कारण शरीर के अंग प्रभावित हो सकते हैं, वजन बढ़ने की स्थिति में हेल्दी डाइट लें और डॉक्टर से संपर्क करें।
3. स्ट्रेस या तनाव होना (Stress in hindi)
आप ज्यादा स्ट्रेस में रहती हैं या किसी कारण से डिप्रेशन के लक्षण नजर आ रहे हैं तो ये भी पीरियड्स देरी से होने का बड़ा कारण हो सकता है। तनाव के कारण शरीर में कई रोग हो जाते हैं और इसका बुरा असर पीरियड्स साइकिल पर भी पड़ता है। जब आप तनाव लेते हैं तो तनाव को बैलेंस करने वाले हार्मोन्स बढ़ जाते हैं जिसके कारण महिलाओं में रिप्रोडक्टिव हार्मोन बिगड़ते हैं और तनाव के कारण पीरियड्स मिस हो सकते हैं।
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4. वेट लॉस के कारण (Weight loss in hindi)
अगर आपके शरीर का वजन कम हो रहा है तो भी पीरियड्स में देरी की समस्या हो सकती है। शरीर का वजन घटने के कारण ईटिंंग डिसऑर्डर के लक्षण भी शरीर में नजर आ सकते हैं। शरीर के वजन को बढ़ाने से और हेल्दी डाइट लेने से पीरियड्स फिर से नॉर्मल हो जाएंगे।
5. ब्लड शुगर बढ़ना (Increase in blood sugar level)
आप आप थायराइड या बीपी या डायबिटीज की मरीज हैं तो भी ब्लड शुगर लेवल प्रभावित होने के कारण पीरियड्स में देरी हो सकती है। ब्लड शुगर लेवल बढ़ने के कारण हार्मोन्स में बदलाव आता है और पीरियड्स अनियमित हो सकते हैं।
अगर पीरियड्स एक या दो बार लेट हुए हैं तो चिंंता की बात नहींं है पर ये समस्या दो महीने से ज्यादा रहे या मिस्ड पीरियड्स या मासिक चक्र के बीच स्पॉटिंंग की समस्या हो तो आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
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