Nausea and Diarrhea in Periods: पीरियड्स में महिलाओं को कई तरह की शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। कई महिलाएं पीरियड्स से ठीक पहले, उस दौरान या बाद में जी मिचलाना और डायरिया जैसे लक्षण महसूस करती हैं। पीरियड्स में ब्लीडिंग होने के साथ-साथ हर समय जी मिचलाने का एहसास होता है। ऐसा लगता है जैसे उल्टी होने वाली है। उल्टी के कारण कुछ भी खाने का मन नहीं करता, कुछ भी खाते ही जी मिचलाता है और पेट में ऐंठन महसूस होती है। वहीं कुछ महिलाओं को दस्त की समस्या भी होने लगती है। दस्त में पेट दर्द, अपच, पेट में जलन आदि लक्षण परेशान कर सकते हैं। इस लेख में बताएंगे कि पीरियड्स के दौरान जी मिचलाना और दस्त जैसे लक्षण क्यों महसूस होते हैं और इसका इलाज कैसे किया जाना चाहिए। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के झलकारीबाई अस्पताल की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ सीमा यादव से बात की।
पीरियड्स में मतली और दस्त क्यों होता है?- Nausea and Diarrhea in Periods
पीरियड्स में मतली और दस्त होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं-
- पीरियड्स में गर्भाशय में होने वाली ऐंठन, पेट और आंतों को प्रभावित कर सकती है, जिससे दस्त और जी मिचलाने की समस्या हो सकती है।
- पीरियड्स में तनाव और चिंता का स्तर बढ़ जाता है जिससे पेट की समस्याएं हो सकती हैं और जी मिचलाना और दस्त जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं।
- पीरियड्स में खानपान में बदलाव, कैफीन, मसालेदार खाना, तैलीय भोजन का सेवन आदि पेट की समस्याओं का कारण बनता है। इस वजह से ऐसे लक्षण पीरियड्स में महसूस हो सकते हैं।
- कुछ महिलाओं में, मासिक धर्म के दौरान आंतें ज्यादा संवेदनशील हो जाती हैं। इससे पेट में गैस, सूजन और दस्त की समस्या हो सकती है।
- पीरियड्स में, शरीर प्रोस्टाग्लैंडीन नाम का हार्मोन रिलीज करता है। इस हार्मोन से आंतों पर प्रभाव पड़ता है जिससे दस्त और जी मिचलाने की समस्या हो सकती है।
इसे भी पढ़ें- क्या आपकी मेंस्ट्रुअल साइकिल छोटी होती जा रही है? डॉक्टर से जानें इसका कारण
पीरियड्स में मतली और दस्त का इलाज- Treatment For Nausea and Diarrhea in Periods
- पीरियड्स में मतली और दस्त का इलाज करने के लिए इलेक्ट्रोलाइट युक्त पेय पदार्थ पिएं ताकि शरीर में पानी की कमी न हो।
- हल्का और सुपाच्य भोजन खाएं। मसालेदार, तैलीय और भारी भोजन करने से बचें।
- अदरक की चाय या अदरक का एक टुकड़ा चबाने से मतली में राहत मिल सकती है।
- पुदीना की चाय पीने से पेट की ऐंठन और मतली में राहत मिलती है।
- पर्याप्त आराम करें और भारी काम से बचें। योग और ध्यान से भी तनाव कम किया जा सकता है।
- गर्म पानी की बोतल या हीटिंग पैड का इस्तेमाल करने से पेट की ऐंठन में राहत मिलती है।
- हल्की एक्सरसाइज जैसे वॉकिंग या स्ट्रेचिंग करने से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है जिससे पेट की समस्याओं से राहत मिलती है।
- ऐसे खाद्य पदार्थों की सूची बनाएं जो आपके लिए फायदेमंद हैं और जो समस्याएं बढ़ा सकते हैं, उनसे बचें।
- किसी भी नई दवा को लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लें, खासकर अगर आप स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हैं, तो चेकअप करवाती रहें।
उम्मीद करते हैं कि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। इस लेख को शेयर करना न भूलें।
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version