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पीरियड्स में देरी होने के पीछे हो सकते हैं ये 5 कारण, डॉक्टर से जानें

समय पर पीरियड्स न आने पर महिलाओं और लड़कियों को कई तरह की परेशानी का सामना करना पड़ता है। आगे जानते है पीरियड्स में देरी के कारण।
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पीरियड्स में देरी होने के पीछे हो सकते हैं ये 5 कारण, डॉक्टर से जानें


Reason For Delay Periods: प्रदूषण और दूषित आहार का सीधा असर सेहत पर पड़ता है। खानपान की गलत आदतें और बिगड़ती लाइफस्टाइल के कारण कई तरह की समस्याएं हो सकती है। इसमें महिलाओं और लड़कियों को पीरियड्स से जुड़ी समस्याएं भी हो सकती है। दरअसल, प्रदूषण और दूषित खानपान के चलते हार्मोन बदलाव (Hormonal Imbalance) तेजी से होता है, जिसकी वजह से महिलाओं और लड़कियों को थकान, कमजोरी, सिरदर्द, आलस और पीरियड्स में देरी हो सकती है। लड़कियों को किशोरावस्था से ही पीरियड्स आने शुरु हो जाते हैं, लेकिन कई बार हार्मोनल उतार-चढ़ाव की वजह से पीरियड्स में देरी (Reason For Delay Periods) हो सकती है। सामान्यत: पीरियड्स में पांच से सात दिनों तक देरी हो सकती है। लेकिन, पीरियड्स में एक सप्ताह से ज्यादा देरी होना, किसी समस्या का संकेत हो सकता है। इस लेख में मणिपाल अस्पताल के आब्सटेट्रिक्स और गायनकोलोजी कंसल्टेंट डॉ. विनीता दिवाकर से जानते हैं कि पीरियड्स में देरी (Causes Of Missed Periods) के क्या कारण हो सकते हैं।  

पीरियड्स में देरी होने के हो सकते हैं ये कारण - Causes Of Delayed Periods In Hindi 

बर्थ कंट्रोल लेना 

कुछ महिलाएं बर्थ कंट्रोल लेती है। इन्हें लेते समय भी महिलाओं की पीरियड साइकिल में बदलाव हो सकता है। हार्मोनल बर्थ कंट्रोल में डॉक्टर आपको प्रोजेस्टेरोन के साथ एस्ट्रोजन भी दे सकते हैं। इससे हार्मोनल बदलाव हो सकता है। ऐसे में जब हार्मोन नॉर्मल होते हैं, तब ही महिलाओं के पीरियड्स नियमित होते हैं। 

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पेरीमेनोपॉज 

उम्र बढ़ने में महिलाओं को पेरीमेनोपॉज हो सकता है। लेकिन, कुछ महिलाओं मेनोपॉज से पहले ही कई तरह के लक्षण महसूस होने लगते हैं। इसमें पीरियड्स कम आना या पीरियड्स में देरी होना एक आम समस्या है। मेनोपॉज से पहले की स्थिति को पेरिमेनोपॉज कहा जाता है। महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन का स्तर अधिक होने से उनको पीरियड संबंधी समस्या हो सकती है। जब महिलाओं को पीरियड्स आना बंद हो जाते हैं तो यह मेनोपॉज की स्थिति होती है। 

मोटापा

महिलाओं का वजन पीरियड्स की अनियमितता का कारण बन सकता है। डॉक्टर के अनुसार महिलाओं का वजन कम होना या अधिक होना हार्मोन बदलाव की वजह बन सकता है। इसका सीधा असर पीरियड पर पड़ता है। इसी तरह मोटापे की वजह से महिलाओं के पीरियड्स अनियमित हो सकते हैं। मोटापे की वजह से महिलाओं को पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) की समस्या हो सकती है। पीसीओएस के कारण भी पीरियड्स में देरी हो सकती है। 

पीसीओएस की समस्या

किशोरावस्था में अधिकतर महिलाओं को पीसीओएस की समस्या हो सकती है। इस समस्या में महिलाओं को हार्मोनल बदलाव से गुजरना पड़ सकता है। इसकी वजह से ओवरी में छोटे-छोटे सिस्ट विकसित हो सकते हैं। इससे महिलाओं व लड़कियों के चेहरे पर मुंहासे, अनचाहे बाल उगना और गंजापन की समस्या हो सकती है। इस दौरान पीरियड्स की नियमित साइकिल में बदलाव हो सकता है। 

डिलीवरी के बाद 

कुछ महिलाओं को बच्चे की डिलीवरी के बाद पीरियड्स नॉर्मल आने में समय लग सकता है। दरअसल, इस दौरान स्तनपान कराते समय महिलाओं के पीरियड्स में देरी हो सकती है। डिलीवरी के बाद पीरियड्स को नॉर्मल स्थिति में आने में समय लग सकता है। 

इसे भी पढ़ें: अनियमित पीरियड्स की समस्या दूर करने के नैचुरल उपाय

Reason For Delay Periods: महिलाओं को पीरियड्स से जुड़ी समस्याओं को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। यदि, दस से बारह दिनों तक पीरियड्स में देरी होती है तो ऐसे में महिलाओं को तुरंत डॉक्टर से मिलकर इलाज कराना चाहिए। कई बार प्रजनन क्षमता से जुड़ी समस्या की वजह से भी महिलाओं को पीरियड्स संबंधी समस्या का सामना करना पड़ सकता है।

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