
प्रेग्नेंसी किसी भी महिला के जीवन का सबसे बड़ा बदलाव होता है। ऐसे में जो महिलाएं कंसीव करने की कोशिश करती हैं, उनके मन में सीधा सवाल यह होता है कि वो कैसे और कब कंसीव कर सकती हैं। जबकि कुछ महिलाएं इस बारे में सोचती हैं कि अपने पार्टनर के साथ शारीरिक संबंध बनाने के बाद महिलाएं कब कंसीव कर सकती हैं या उनके कंसीव करने की संभावना ज्यादा होती है। इस दौरान कई महिलाओं के दिमाग में ये सवाल भी होता है कि पीरियड के कितने दिन बाद वो प्रेग्नेंट हो सकती है? (when to get pregnant after period) आइए इस सवाल का जवाब जयपुर के दिवा अस्पताल और आईवीएफ केंद्र की प्रसूति एवं स्त्री रोग की विशेषज्ञ, लेप्रोस्कोपिक सर्जन और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शिखा गुप्ता (Dr. shikha gupta, Laparoscopic surgeon and IVF specialist, DIVA hospital and IVF centre) से जानते हैं-
पीरियड के कितने दिन बाद प्रेग्नेंसी का पता चलता है? - How many days to know pregnancy after period in hindi?
डॉ. शिखा गुप्ता का कहना है कि जब किसी महिला को संदेह होता है है कि वह प्रेग्नेंट हो सकती है तो उसके मन में ये जरूर आता है कि वो पीरियड के कितने दिन बाद उन्हें प्रेग्नेंसी के बारे में पता चल सकता है। ऐसे में महिला के पीरियड्स से लेकर कंसीव करने तक एक प्रक्रिया होती है, जिसकी मदद से आप प्रेग्नेंसी के बारे में पता कर सकते हैं।
1. अंडाशय से अंडा निकलने की प्रक्रिया
पीरियड साइकिल के दौरान अंडाशय से अंडा निकलने की प्रक्रिया को ओवुलेशन कहा जाता है। यह प्रक्रिया तब होती है, जब महिला के अंडाशय से एक परिपक्व अंडा फैलोपियन ट्यूब में निकलता है, जहां अंडा स्पर्म से मिलता है। यह प्रक्रिया आमतौर पर पीरियड साइकिल के 14वें दिन होती है, लेकिन यह महिला की शारीरिक स्थिति पर निर्भर करती है। बता दें कि ओवुलेशन के दौरान अंडाशय से निकलने वाला अंडा लगभग 12 से 24 घंटे तक जिंदा रहता है और इस समय कंसीव करने की संभावना (right time to get pregnant) ज्यादा होती है।
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2. अंडे और शुक्राणु का मिलना
इस प्रक्रिया के दौरान अंडा और स्पर्म एक-दूसरे से मिलते हैं, जिससे निषेचन प्रक्रिया शुरू होती है। निषेचन के बाद अंडा महिला के गर्भाशय की ओर बढ़ता है, दहां अपने आप को घेरने के लिए गर्भाशय की दीवार में जाने की प्रक्रिया होती है, जिसे इम्प्लांटेशन कहते हैं। इस प्रक्रिया के लगभग 6 से 12 दिन का समय लग सकता है, जिससे प्रेग्नेंसी की शुरुआत होती है।
3. कंसीव करने के बाद प्रेग्नेंसी का पता चलना
निषेचन के बाद, अगर महिला ने कंसीव किया है तो महिला के शरीर में हार्मोनल बदलाव होना शुरू हो जाता है। महिला के शरीर में ह्यूमन कोरियोनिक गोनाडोट्रोपिन हार्मोन कंसीव करने बाद जल्दी बढ़ने लगता है और लेवल पर महिला के टेस्ट करने पर प्रेग्नेंसी के बारे में पता चलता है।
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प्रेग्नेंसी का पता कैसे चलता है?
कंसीव करने के 10 से 14 दिन के बाद महिला के खून या यूरिन में ह्यूमन कोरियोनिक गोनाडोट्रोपिन हार्मोन बढ़ता है, जिससे महिला के शरीर में कुछ शारीरिक और हार्मोनल बदलाव होते हैं, जिससे प्रेग्नेंसी के बारे में पता चलता है, जैसे-
- पीरियड न आना
- हल्का दर्द महसूस होना
- ब्रेस्ट में सूजन होना
- बहुत ज्यादा थकान महसूस होना
- बार-बार मतली और उल्टी जैसा लगना
निष्कर्ष
अगर आप कंसीव करने की कोशिश कर रही है तो प्रेग्नेंसी के बारे में पता करने के लिए पीरियड के कम से कम 10 से 14 दिनों तक आपको इंतजार करना चाहिए। इसके बाद आप प्रेग्नेंसी टेस्ट करके अपनी स्थिति के बारे में पता लगा सकती हैं।
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