हम सब ही जानते हैं कि शुगर हमारे स्वास्थ्य के लिए कितनी नुकसानदायक है। हर कोई कोशिश करता है कि वो शुगर का कम से कम सेवन करे लेकिन अपनी इच्छा को रोकना हर किसी के बस की बात नहीं है। शुगर खासकर उन लोगों के लिए एक जहर की तरह होता है जो लोग डायबिटीज जैसे बीमारी से पीड़ित होते हैं।
जितना शुगर हमारी सेहत के लिए खतरनाक होती है उतनी ही लिक्विड शुगर भी हमारे लिए खतरनाक होती है। लिक्विड शुगर भी हमारे शरीर को बीमारियों के खतरे की ओर धकेलने का ही काम करती है। जिसकी वजह से हम डायबिटीज के शिकार हो जाते हैं। शोध में भी ये पाया गया है कि लिक्विड शुगर भी हमारे लिए काफी खतरनाक होती है। यही वजह है कि एनर्जी ड्रिंक्स जैसी चीजें हमारे शरीर को नुकसान पहुंचाने का काम करती है।
लिक्विड शुगर क्या होता है?
आप लिक्विड शुगर को बहुत ही आम शब्दों में समझ सकेंगे। लिक्विड शुगर वो शुगर होती है जिनका आप लिक्विड यानी तरल पदार्थ के रूप में सेवन करते हैं उसे लिक्विड शुगर कहते हैं। लिक्विड के रूप में मौजूद शुगर का हम अक्सर ज्यादा मात्रा में सेवन कर जाते हैं। बाजार में आपको ऐसे कई लिक्विड शुगर की चीजें मिल जाएंगी।
यहां हम आपको कुछ ऐसे पदार्थों के बारे में बताते हैं और लिक्विड शुगर की कितनी मात्रा होती है।
- सोडा: सोडा में करीब 151 कैलोरी और 39 ग्राम शुगर।
- मीठी आइस्ड टी: 144 कैलोरी और 35 ग्राम शुगर।
- बिना शुगर के संतरे का जूस: संतरे के जूस में 175 कैलोरी और 33 ग्राम शुगर।
- बिना शुगर के अंगूर का जूस: अंगूर के जूस जिसमें शुगर ना हो, उसमें 228 कैलोरी और 54 ग्राम शुगर।
- नींबू पानी: 149 कैलोरी और 37 ग्राम शुगर।
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लिक्विड शुगर कैसे अलग है?
लिक्विड शुगर कैलोरी के साथ एक बड़ी समस्या यह है कि आपका दिमाग उन्हें उसी तरह से रजिस्टर नहीं करता है, जैसे कि एक ठोस भोजन से कैलोरी होती है।
अध्ययन में दिखाया गया है कि पीने से मिलने वाली कैलोरी हमारे शरीर में कम लगती है खाने से मिलने वाली कैलोरी के मुताबिक। एक अध्ययन के मुताबिक, जिन लोगों ने जेलीबीन के रूप में 450 कैलोरी खाए, वे बाद में कम खाने लगे। वहीं, जब लोगों ने पीने के माध्यम से 450 कैलोरी का सेवन किया तो उसके बाद उन्हें और ज्यादा खाने की इच्छा हुई। इसलिए लिक्विड और सॉलिड के रूप में शुगर हमारी भूख को काफी असर करती है।
दूसरी ओर एक अलग अध्ययन में लोगों ने छह अलग-अलग दिनों में एक पूरे सेब, या सेब के रस का सेवन किया। भोजन या नाश्ते के रूप में सेवन किया से सेब का रस कम से कम भूख दूर हुई, जबकि पूरे फल ने सबसे अधिक भूख को दूर करने का काम किया।
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शोध के मुताबिक, जब हम शुगर को किसी सॉलिड के रूप में लेते हैं तो वो हमारी भूख को कम करता है। लेकिन वही जब हम शुगर को किसी लिक्विड के रूप में लेते हैं तो इससे हमारी भूख बहुत ही कम मात्रा में कम होती है जिसकी वजह से हम ज्यादा से ज्यादा सेवन करने की इच्छा जाहिर करते हैं। यही वजह है कि लिक्विड शुगर हमारे स्वास्थ्य पर ज्यादा खतरनाक तरीके से नुकसान पहुंचाता है।
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