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ज्यादा काम करने से दिमाग की सेहत कैसे प्रभावित होती है? जानें कारण और बचाव के उपाय

अगर आप हमेशा काम में ही व्यस्त रहते हैं तो यह आपके ब्रेन हेल्थ के लिए नुकसानदायक हो सकता है। आगे जानते हैं इसके नुकसान के बारे में
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ज्यादा काम करने से दिमाग की सेहत कैसे प्रभावित होती है? जानें कारण और बचाव के उपाय

समय के साथ समाज में कई तरह क बदलाव आए हैं। जहां पहले लोग सुकून भरी जिंदगी जीना पसंद करते थे। वहींं, आज आपको न चाहते हुए भी एक दूसरे से बेहतर करने की होड़ में घंटों काम करने की आदत डालनी पड़ती है। दरअसल, हर कंपनी मुनाफा कमाना चाहती है और ऐसे में कंपनियां अपने कर्मचारियों के मेंटल हेल्थ पर ज्यादा ध्यान नहीं देती हैं। इस तरह कर्मचारी को हर समय काम के बारे में ही सोचना पड़ता है। अधिक काम करने से तनाव, चिंता, अवसाद और यहां तक कि बर्नआउट जैसी मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। मानसिक स्वास्थ्य का संतुलन बनाए रखने के लिए अधिक काम से बचना जरूरी है। आइए मेडिकवर अस्पताल के सीनियर न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. जनेन्द्र यादव से जानते हैं कि अधिक काम करने का मानसिक स्वास्थ्य पर क्या प्रभाव पड़ता है (How Does Overworking Affect Mental Health In Hindi ) और इससे बचने के उपाय।

ज्यादा काम करने से दिमाग की सेहत कैसे प्रभावित होती है? - How Does Overworking Affect Mental Health In Hindi

नींद की कमी

ज्यादा काम करने के कारण व्यक्ति को पर्याप्त नींद नहीं मिल (insomnia) पाती। नींद की कमी से मानसिक और शारीरिक एनर्जी को कम करने का काम करती है, जिससे मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है। ब्रेन को आराम न मिलने से सोचने-समझने की क्षमता घटती है, चिड़चिड़ापन बढ़ता है और ध्यान केंद्रित करने में मुश्किल होती है।

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स्ट्रेस बढ़ना

अधिक काम करने के कारण व्यक्ति पर काम का बोझ बढ़ता है, जिससे उन्हें हर समय काम के बारे में ही सोचना पड़ता है। इसका चलते उनका दिमाग लगातार सक्रिय रहता है, जो तनाव और चिंता (stress and anxiety) को बढ़ावा देता है। ऐसे में व्यक्ति की निर्णय (डिसीजन) लेने की क्षमता भी प्रभावित होती है।

अवसाद (Depression) का खतरा

जब आप ज्यादा काम करते हैं तो इससे जब आप सही दिशा में काम नहीं कर पाते हैं या आपको सही रिजल्ट नहीं मिलते हैं, तो ऐसे में निराशा और असंतोष उत्पन्न हो सकता है। इस स्थिति में व्यक्ति को डिप्रेशन (Depression) हो सकता है।

बर्नआउट की स्थिति उत्पन्न होना

बर्नआउट (Burnout) एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति शारीरिक और मानसिक रूप से थकावट महसूस करता है। यह अत्यधिक काम, अत्यधिक तनाव और अत्यधिक अपेक्षाओं का रिजल्ट होता है। बर्नआउट के कारण व्यक्ति को काम में रुचि नहीं रहती, कार्यक्षमता घटती है और मनोवैज्ञानिक समस्याएं उत्पन्न होती हैं।

ज्यादा काम करने से मस्तिष्क पर पड़ने वाले बुरे प्रभाव से कैसे बचें? - Prevention Tips to Mental Problems Due To Overworking In Hindi

  • लगातार काम करने से ब्रेन थक सकता है, इसलिए काम के बीच में थोड़े-थोड़े ब्रेक लें।
  • कार्य और जीवन का संतुलन बनाए रखें।
  • योग, ध्यान, गहरी सांस लेना और प्राणायाम जैसी तकनीकें तनाव को कम करने में सहायक होती हैं।
  • दोस्तों और करीबियों के साथ समय बिताएं, हमेशा काम के बारे में ही न सोचें।
  • नियमित और पर्याप्त नींद लें। नींद मानसिक स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। नींद का सही पैटर्न ब्रेन को आराम देने में मदद करता है।

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How Does Overworking Affect Mental Health In Hindi: अत्यधिक काम करने से मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जिससे तनाव, अवसाद, बर्नआउट और थकावट जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। संतुलित जीवनशैली, नियमित ब्रेक, पर्याप्त नींद और शौक को समय देने से इन समस्याओं से बचा जा सकता है। यदि आपको भी ज्यादा काम करने से ब्रेन संबंधी कोई समस्या या कोई लक्षण महसूस हो रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

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