
आज के समय में ऐसी कई बीमारियों का जोखिम बढ़ गया है, जिसके बारे में कई लोगों को जानकारी भी नहीं होती है। फंगल इंफेक्शन एक ऐसी बीमारी है जो कवक (fungi) के कारण होती है और हमारे स्किन, बाल, नाखूनों या शरीर के अन्य कई हिस्सों में हो सकती है। फंगस के कारण आपके प्रभावित शरीर पर खुजली, रेडनेस या सूजन की समस्या हो सकती है। लेकिन, क्या कभी आपने सोचा है कि फंगस आपके दिमाग में भी हो सकता है। आजकल दिमाग में इंफेक्शन होने के कई मामले सामने आ रहे हैं, जो लोगों को हैरान करने वाले हो सकते हैं। ऐसे में आज के इस लेख में हम नोएडा के मेट्रो अस्पताल के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. नीरज कुमार से जानेंगे कि दिमाग में फंगल इन्फेक्शन क्यों होता है ?
दिमाग में फंगल इंफेक्शन कैसे पहुंचता है?
डॉ. नीरज कुमार के अनुसार जब किसी व्यक्ति की इम्यूनिटी बहुत कमजोर होती है जैसे कि HIV/AIDS, कैंसर, ऑर्गन ट्रांसप्लांट या डायबिटीज के मरीजों में फंगस शरीर के किसी हिस्से जैसे फेफड़ों, साइनस या कान से खून के जरिए ब्रेन तक फैल सकता है। जैसे-
- एस्परजिलस एक ऐसा फंगस है जो फेफड़ों से दिमाग तक जा सकता है।
- क्रिप्टोकोकस फंगस इंफेक्शन हवा के जरिए आपके फेफड़ों में जाता है और फिर ब्रेन में फैलता है।
- म्यूकोर या राइजोपस जैसे फंगस, जो म्यूकर माइकोसिस (Black Fungus) का कारण बनते हैं, साइनस से सीधे आपके दिमाग तक पहुंच सकते हैं।
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ब्रेन को प्रभावित करने वाले फंगल इंफेक्शन के प्रकार
1. क्रिप्टोकोकल मेनिन्जाइटिस
क्रिप्टोकोकल मेनिन्जाइटिस दिमाग में होने वाले ब्रेन फंगल इंफेक्शन का सबसे आम प्रकार है, जो HIV या इम्यूनो कॉम्प्रोमाइज मरीजों में पाया जाता है। यह इंफेक्शन फेफड़ों से शुरू होकर दिमाग की झिल्ली तक पहुंचता है।
2. एस्परजिलस
यह फंगल इंफेक्शन पीड़ित व्यक्ति के फेफड़ों या साइनस से शुरू होकर ब्रेन में फैल सकता है और तेजी से फैलने वाला गंभीर संक्रमण है।
3. म्यूकोरमाइकोसिस
म्यूकोरमाइकोसिस, जिसे ब्लैक फंगस भी कहते हैं, खासकर कोविड के बाद से काफी चर्चा में बना हुआ है। इस फंगल इंफेक्शन के कारण नाक, आंख और दिमाग प्रभावित होता है। यह फंगल इंफेक्शन डायबिटीज के मरीजों में तेजी से बढ़ सकता है, अगर ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में न हो।
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दिमाग में फंगल इंफेक्शन के लक्षण
फंगल इंफेक्शन के शुरुआती लक्षण सामान्य सर्दी-जुकाम या सिरदर्द से शुरु हो सकते हैं, लेकिन धीरे-धीरे यह गंभीर रूप ले सकते हैं जैसे-
- लगातार सिरदर्द होना
- बार-बार बुखार या उल्टी होना
- धुंधला दिखाई देना
- चेहरे या आंखों में दर्द और सूजन की समस्या
- मनोस्थिति में बदलाव होना
- दौरे पड़ना
- चलने या बोलने में मुश्किल होना
दिमाग में फंगस की पहचान कैसे करें?
डॉक्टर के लिए फंगल इंफेक्शन का पता लगाना आसान नहीं होता, क्योंकि इसके लक्षण अन्य इंफेक्शन से मिलते-जुलते होते हैं इसलिए इसके बारे में पता लगाने के लिए ये टेस्ट किए जा सकते हैं-
- दिमाग का MRI या CT स्कैन, इससे इंफेक्शन का स्थान और फैलाव देखने में मदद मिलती है।
- लम्बर पंक्चर (Lumbar Puncture) यानी हड्डी से द्रव निकालना एक चिकित्सा प्रक्रिया है, जिसमें दिमाग द्रव की जांच की मदद से फंगस की पहचान की जाती है।
- ब्लड टेस्ट और फंगल कल्चर, यह बताने के लिए कि आपके स्थिति के लिए कौन-सा फंगस जिम्मेदार है।
निष्कर्ष
दिमाग में फंगल इंफेक्शन की समस्या के मामले बहुत कम है, लेकिन अगर समय पर इसकी पहचान नहीं की जाए तो यह जानलेवा भी हो सकता है। इसलिए, अगर किसी व्यक्ति में लगातार सिरदर्द, भ्रम या आंखों में दर्द जैसे लक्षण हो और वह पहले से किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है तो तुरंत न्यूरोलॉजिस्ट या इंफेक्शन स्पेशलिस्ट से कंसल्ट कर सकते हैं।
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FAQ
सबसे गंभीर फंगल संक्रमण क्या है?
सबसे गंभीर फंगल इन्फेक्शन में म्यूकोर्मिकोसिस और कैंडिडा ऑरिस जैसे इंफेक्शन शामिल हैं। म्यूकोर्मिकोसिस एक खतरनाक इंफेक्शन है, जो ब्लड वेसल्स पर हमला कर सकता है, जबकि कैंडिडा ऑरिस एक गंभीर और तेजी से फैलने वाला इंफेक्शन है।ब्रेन में इंफेक्शन होने से क्या होता है?
ब्रेन में इंफेक्शन होने से दिमाग में सूजन हो सकती है, जिससे सिरदर्द, बुखार, मूड स्विंग, और व्यवहार में बदलाव जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं।इंफेक्शन किसकी वजह से होता है?
इंफेक्शन होने का कारण बैक्टीरिया, वायरस, फंगस आदि जैसे हानिकारक रोगाणुओं के कारण होता होता है, जो शरीर में जाकर तेजी से फैलते हैं और उसके कारण आप बीमारी होने लगते हैं
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Oct 21, 2025 17:35 IST
Published By : Katyayani Tiwari