
म्यूजिक सुनना हम सभी को पसंद होता है। हालांकि हम सभी के गानों का टेस्ट बहुत अलग होता है। किसी को पॉप सॉन्ग सुनना पसंद होता है, तो कोई शांत संगीत सुनना पसंद करता है। वहीं, कुछ लोग ऐसे होते हैं, जो अपने मूड के हिसाब से गाने सुनने पसंद करते हैं। ऐसा माना जाता है कि म्यूजिक सुनने से मन भी शांत होता है और ये सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद होता है। अच्छी संगीत आपके मन को खुश रख सकता है, और सीधे आपके मानसिक स्वास्थ्य पर असर डालता है। ये न सिर्फ आपके ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है, बल्कि हैप्पी हार्मोन को बढ़ावा मिलता है। ऐसे में आइए बेंगलुरु के एस्टर व्हाइटफील्ड हॉस्पिटल मनोवैज्ञानिक एस गिरिप्रसाद (Mr. S. Giriprasad, Psychologist at Aster Whitefield Hospital, Bangalore) से जानते हैं कि संगीत सुनने से मानसिक स्वास्थ्य पर क्या असर पड़ता है?
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म्यूजिक सुनने का मानसिक स्वास्थ्य पर क्या असर होता है?
मनोवैज्ञानिक एस गिरिप्रसाद के अनुसार, संगीत सुनना आमतौर पर मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है, लेकिन रात को सोने से पहले इसे ध्यान से इस्तेमाल करना चाहिए। सोने से पहले जाने-पहचाने या बोल वाले गाने सुनना ठीक नहीं होता है क्योंकि दिमाग अनजाने में साथ में गाना शुरू कर सकता है, जिससे दिमागी गतिविधि बढ़ जाती है और नींद में समस्या आ सकती है। इसलिए, सोने से पहले हल्का, सुकून देने वाला, इंस्ट्रुमेंटल या धीमी गति का म्यूजिक सुनने की सलाह दी जाती है, क्योंकि यह दिमाग को शांत करने में मदद करता है और बेहतर नींद में फायदेमंद होता है। म्यूजिक सुनना आपके मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है, लेकिन म्यूजिक का प्रकार और समय अहम होता है, खासकर सोने से पहले।
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संगीत सुनने के फायदे
मनोवैज्ञानिक एस गिरिप्रसाद का कहना है कि, संगीत सुनने से आपके मानसिक स्वास्थ्य को कई तरह के फायदे मिलते हैं, जैसे-
- संगीत सुनने से तनाव और एंग्जाइटी कम करने में मदद मिल सकती है, क्योंकि यह आराम महसूस करता है और आपके समझने की क्षमता के कारण सुरक्षा का एहसास कराता है।
- संगीत सुनने से मूड को बेहतर बनाने में मदद मिलती है, कम एनर्जी वाले या मुश्किल इमोशनल वाले दिनों में खुशी या मोटिवेशन की भावना को बढ़ावा मिलता है।
- संगीत सुनने से खुद का फोकस और एकाग्रता बढ़ाने में मदद मिलती है। इसलिए इसे पढ़ाई या काम में फोकस बढ़ाने के लिए एक अच्छा तरीका माना जाता है।
- ऐसा माना जाता है कि सोने से पहले सुकून देने वाला संगीत सुनने से अच्छी नींद में बेहतर मिलती है।
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क्या अलग-अलग म्यूजिक का अलग-अलग असर होता है?
मनोवैज्ञानिक एस गिरिप्रसाद बताते हैं कि धीमे और सुकून देने वाले म्यूजिक से शांति और सुकून मिलता है, खासकर अगर म्यूजिक में एक जैसी लय हो। इसके अलावा, तेज और लय वाला म्यूजिक सुनने वाले को एनर्जी मिलती है, मोटिवेशन बढ़ता है और मन में पॉजिटिविटी बढ़ती है। ज्यादातर मामलों में, गाने के बोल सुनने वाले की भावनाओं पर असर डालते हैं और सुनने वाले के मूड के हिसाब से, बोल सहारा दे सकते हैं या भावनाओं को और बढ़ा सकते हैं। इसके अलावा, किसी गाने का सुनने वाले पर असर इस बात पर भी बहुत निर्भर करता है कि सुनने वाला उस कल्चर से कितना जुड़ा हुआ है और गाने से उसकी क्या यादें जुड़ी हैं, क्योंकि गाना एक इंसान को शांत करता है, वही गाना दूसरे इंसान को इमोशनल ट्रिगर या बहुत ज्यादा एक्साइटेड कर सकता है।
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FAQ
संगीत सुनने से हमारे शरीर में क्या होता है?
संगीत सुनने से शरीर और दिमाग पर गहरा असर पड़ता है, यह तनाव हार्मोन कोर्टिसोल को कम करता है, खुशी वाले हार्मोन को बढ़ाता है, जिससे मूड को बेहतर बनाने में मदद मिलती है।क्या हर दिन संगीत सुनना स्वस्थ है?
हर दिन संगीत सुनना आपकी सेहत के लिए फायदेमंद हो सकता है क्योंकि यह तनाव कम करने, मूड में सुधार करने और फोकस करने में मदद करता है।बहुत ज्यादा संगीत सुनने से क्या होता है?
बहुत ज्यादा संगीत सुनने से मूड अच्छा होता है तनाव कम होता है, याददाश्त और एकाग्रता बढ़ती है, लेकिन बहुत तेज आवाज में या लंबे समय तक हेडफोन लगाकर सुनने से बहरापन, कान में दर्द आदि समस्याएं हो सकती हैं।
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Dec 16, 2025 16:18 IST
Published By : Katyayani Tiwari