How Music Helps To Reduce Anxiety: आपने ध्यान दिया होगा जब हम परेशान होते हैं, तो गाना सुनने से अच्छा महसूस करने लगते हैं। आजकल बच्चों से लेकर बड़ों तक हर उम्र के व्यक्ति को स्ट्रेस रहता ही है। स्टूडेंट में पढ़ाई के लिए, तो वर्किंग प्रोफेशनल्स में काम को लेकर टेंशन रहती है। इस कारण एंग्जायटी भी हो सकती है जिससे काम बनने के बजाय बिगड़ सकते हैं। यह एक मेंटल हेल्थ कंडीशन है जिससे अचानक बैचेनी होने लगती है। इस दौरान फैसले लेने मुश्किल हो जाते हैं और गलतियों की संभावना बढ़ सकती है। ऐसे में अगर कुछ देर अपने मनपसंद गाने सुने जाए, तो अच्छा महसूस होता है। इससे एंग्जायटी और स्ट्रेस कम होता है और काफी रिलैक्स महसूस होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं म्यूजिक हमारी ब्रेन हेल्थ पर कैसे असर डालता है? आखिर क्यों सिर्फ गाने सुनने से ही हम अच्छा महसूस करने लगते हैं? इस बारे में जानने के लिए हमने मनस्थली की फाउंडर-डायरेक्टर और सीनियर साइकेट्रिस्ट और डॉ. ज्योति कपूर से बात की।
म्यूजिक सुनने से एंग्जायटी कैसे कम होती है? How Does Music Helps To Reduce Anxiety
मेंटल हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक म्यूजिक हमारे लिए थेरेपी की तरह काम करता है। इससे माइंड को रिलैक्स होने में इस तरह से मदद मिलती है-
माइंड शांत रहता है
म्यूजिक का हमारे इमोशंस से सीधा कनेक्शन होता है। इससे हमारी इमोशनल हेल्थ पर बहुत असर पड़ता है। एंग्जायटी होने पर शांत या मनपसंद गाने सुनने से मन शांत होता है। इससे दिमाग को उस एंग्जायटी पैदा करने वाले इमोशन से ध्यान हटाने में मदद मिलती है।
हार्ट रेट नॉर्मल होता है
एंग्जायटी होने पर अगर आप मेलोडियस सॉन्ग सुनने हैं, तो इससे आपको नॉर्मल होने में काफी मदद मिलेगी। एंग्जायटी होने पर हार्ट रेट तेज हो जाता है, लेकिन अगर आप शांत गाने सुनते हैं तो इससे हार्ट रेट नॉर्मल होता है। इससे एंग्जायटी के कारण हार्मोन्स इंबैलेंस होने का खतरा भी कम हो जाता है।
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स्ट्रेस हार्मोन कंट्रोल रहता है
एंग्जायटी होने पर शरीर में बैचेनी बहुत ज्यादा बढ़ने लगती है। ऐसे में बॉडी में स्ट्रेस हार्मोन का प्रोडक्शन भी बढ़ जाता है जिससे थकावट और कमजोरी भी होने लगती है। लेकिन ऐसे में म्यूजिक थेरेपी की तरह काम करता है। गाने सुनने से स्ट्रेस हार्मोन भी कंट्रोल होता है। इससे माइंड रिलैक्स होता है और कोर्टिसोल हार्मोन बैलेंस होता है।
ब्रेन रिलैक्स होता है
एंग्जायटी होने पर ब्रेन में भी केमिकल रिएक्शन होता है। इससे ब्रेन के कुछ हिस्से ओवरएक्टिव हो जाते हैं। बार-बार एंग्जायटी होने से ब्रेन हेल्थ पर भी बुरा असर पड़ सकता है। म्यूजिक सुनने से से माइंड रिलैक्स होता है और ब्रेन भी एक्टिव रहता है।
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ध्यान हटाने में मदद मिलती है
म्यूजिक सुनने से एंग्जायटी से ध्यान हटाने में मदद मिलती है। इससे काम पर फोकस करना आसान हो जाता है और माइंड रिलैक्स रहता है। रिदम और मेलोडी सॉन्ग्स डीप ब्रीदिंग और माइंडफुलनेस में मदद करते हैं।
लेख में हमने एक्सपर्ट से समझा म्यूजिक एंग्जायटी कम करने में कैसे मदद करता है। इससे हमारी ब्रेन हेल्थ पर किस तरह असर पड़ता है। इस बारे में और ज्यादा जानने के लिए मेंटल हेल्थ एक्सपर्ट से संपर्क करें।