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हमारे शरीर का लगभग 70 प्रतिशत हिस्सा पानी होता है। पानी हमारे शरीर के कई अंगों को बेहतर तरीके से काम करने में मदद करता है। ऐसे में शरीर में पानी की कमी कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। शरीर में पानी की कमी डिहाइड्रेशन का कारण बन सकता है। डिहाइड्रेशन एक ऐसी स्थिति है, जिससे हमारा शरीर लिक्विड पर्याप्त नहीं कर पाता है, जितने की उसे जरूरत होती है। पानी हमारे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर रखने, तापमान को नियंत्रित करने और सेल्स तक पोषक तत्व पहुंचाने के लिए बहुत जरूरी होता है। शरीर में पानी की कमी अक्सर व्यक्ति में कमजोरी, चक्कर आना, उल्टी, दस्त आदि जैसे लक्षण पैदा कर सकता है। ऐसे में लोगों के अक्सर मन में ये सवाल आता है कि शरीर में पानी की कमी यानी डिहाइड्रेशन का प्लेटलेट्स पर क्या असर पड़ता है? तो आइए आज के इस लेख में हम बैंगलोर के एस्टर सीएमआई अस्पताल की कंसल्टेंट - इंटरनल मेडिसिन डॉ. पूजा पिल्लई (Dr. Pooja Pillai, Consultant - Internal Medicine, Aster CMI Hospital, Bangalore) से जानते हैं कि डिहाइड्रेशन प्लेटलेट्स को कैसे प्रभावित करता है?
डिहाइड्रेशन का प्लेटलेट्स पर क्या असर होता है?
डॉ. पूजा पिल्लई का कहना है कि, डिहाइड्रेशन के कारण आपका खून बहुत ज्यादा गाढ़ा हो जाता है, जिसके कारण प्लेटलेट्स पर सीधा असर पड़ सकता है। दरअसल जब शरीर में पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं होता है तो खून का लिक्विड हिस्सा कम होने लगता है, जिससे ब्लड टेस्ट में प्लेटलेट का लेवल ज्यादा दिख सकता है। यह गाढ़ा खून आपके शरीर में धीरे-धीरे बहता है और ब्लड क्लॉट बनने का जोखिम बढ़ सकता है। डिहाइड्रेशन की स्थिति में प्लेटलेट्स ज्यादा एक्टिव हो सकते हैं, जिससे खून के थक्के बनने का खतरा बढ़ जाता है, खासकर उन लोगों में जिन्हें पहले से कुछ स्वास्थ्य समस्याएं हो। इतना ही नहीं, डिहाइड्रेशन सही ब्लड सर्कुलेशन और टिशू तक ऑक्सीजन पहुंचाने में भी कमी का कारण बन सकता है। हल्का डिहाइड्रेशन आमतौर पर अस्थायी बदलाव करता है, लेकिन गंभीर या लंबे समय तक डिहाइड्रेशन आपकी सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है। जबकि पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से खून आसानी से बहता रहता है और हेल्दी प्लेटलेट फंक्शन और पूरे ब्लड सर्कुलेशन में मदद मिलती है।
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डिहाइड्रेशन से कैसे बचें?
डॉ. पूजा पिल्लई के अनुसार, डिहाइड्रेशन का असर सिर्फ प्लेटलेट्स पर नहीं पड़ता है, बल्कि ये स्वास्थ्य से जुड़ी अन्य कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण भी बन सकता है। इसलिए, खुद को हाइड्रेटेड रखना और डिहाइड्रेशन से बचना बहुत जरूरी है, जिसके लिए आप इन बातों का ध्यान रखें:
- नियमित रूप से पानी पिएं, दिनभर में कम से कम 8 गिलास पानी पिएं। खासकर गर्मियों और एक्सरसाइज करते समय खुद को हाइड्रेट रखें।
- ORS, नारियल पानी, नींबू पानी, छाछ आदि इलेक्ट्रोलाइट्स ड्रिंक्स पिएं।
- सोडा ड्रिंक्स, शराब और ज्यादा कैफीन पीने से बचें, क्योंकि ये आपके शरीर को डिहाइड्रेट कर सकते हैं।
- अपनी डाइट में पानी वाले फल और सब्जियां जैसे- तरबूज, संतरा, अंगूर, ककड़ी, पपीता और खीरा शामिल करें।
- भोजन में तेल मसाले वाला भारी खाना खाने से बचें और हल्का पोषक तत्वों से भरपूर हेल्दी खाना खाएं।
- दोपहर 12 से 4 बजे के बीच धूप में निकलने से बचें, क्योंकि तेज धूप के कारण आपके शरीर में पानी की कमी हो सकती है।
- शरीर में हाइड्रेशन लेवल पर ध्यान देने के लिए पेशाब के रंग पर ध्यान दें। हल्का या साफ यूरिन हाइड्रेशन का संकेत होता है, जबकि गहरा पीला शरीर में पानी की कमी को दिखाता है।
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निष्कर्ष
डिहाइड्रेशन के कारण आपका खून गाढ़ा हो जाता है, जो प्लेटलेट्स पर नकारात्मक असर डालता है। शरीर में पानी की कमी होने पर शरीर में प्लेटलेट्स का लेवल ज्यादा नजर आ सकता है, खून के थक्के जम सकते हैं और ब्लड क्लॉट होने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए, खुद को हाइड्रेट रखने की कोशिश करें और पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।
Image Credit: Freepik
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FAQ
डिहाइड्रेशन के लक्षण क्या होते हैं?
डिहाइड्रेशन होने पर आपके शरीर में कई तरह के लक्षण नजर आ सकते हैं, जिसमें बार-बार प्यास लगना, थकान, मुंह का सूखना, चक्कर आना, पेशाब कम आना और पीला यूरिन शामिल है।डिहाइड्रेशन होने पर क्या खाना चाहिए?
डिहाइड्रेशन यानी पानी की कमी होने पर आपको पानी से भरपूर फल जैसे संतरा, खीरा, तरबूज, सब्जियां जैसे टमाटर, लौकी, तोरी आदि का सेवन करना चाहिए।डिहाइड्रेशन किसकी कमी के कारण होता है?
डिहाइड्रेशन की समस्या आमतौर पर शरीर में पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स जैसे सोडियम और पोटैशियम जैसे जरूरी मिनरल्स की कमी के कारण हो सकता है।
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Current Version
Dec 29, 2025 08:18 IST
Published By : Katyayani Tiwari
