त्योहारों के शुरू होने से पहले सभी अपने घर की साफ-सफाई में लग जाते हैं, वहीं जैसे ही दिवाली का समय आता है तो घर में वाइट वॉश भी शुरू हो जाता है। हम अक्सर अपने आस पास की चीजों को अपने पसंद के रंगों से सजाते हैं। क्योंकि रंग सुशहाली, समृद्धि और दुरुस्थ सेहत देता है। व्यक्ति की दुनिया कुछ रंगों के अंदर सिमटी नहीं होती, रंगों का सही चयन करना जरूरी है क्योंकि घर की सुशहाली और समृद्धि के साथ घरवालों की सेहत भी इससे जुड़ी होती है। इसलिए घर की दीवारों पर रंग करवाते समय रंगों का चयन सोच समझकर ही करें।
रंगों के चयन से हमारी पसंद और नापसंद का पता चलता है। यह व्यक्ति के जीवन में तमाम तरह के असर डालती है क्योंकि रंगों में एक तरह की ऊर्जा भरी होती है। पहले के समय में घरो में दीवारों पर रंग कराना आसान होता था, क्योंकि उस समय ज्यादा रंग नहीं होते थे, लेकिन आज के समय में यह कराना किसी कला से कम नहीं होता।
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जानते हैं घर के किस कौने में कराना चाहिए कैसा रंग
घर के ड्राइंग रूम में चुने ये रंग
घर के अहम हिस्से में से एक होता है ड्राइंग रूम। जहां अक्सर लोग साथ में एक साथ बैठकर समय बिताते हैं। इसलिए ड्राइंग रूम के वातावरण को खुशनुमा और शांत रखना चाहिए। यह दीवारों पर रंग करवाते समय हल्के रंगों का इस्तेमाल होना चाहिए, जैसे पीला, सफेद, क्रीम कलर। ये रंग घर के वातानरण में नई ऊर्जा भरेंगे। इन रंगों की वजह से शरीर में सेरोटॉनिन का बहाव तेज होता है और साथ ही मेटाबॉलिजम को भी बढ़ाता है।
किचन
हर व्यक्ति के पेट का रास्ता खाने से होकर निकलता है इसलिए घर में किचन एक ऐसी जगह होती है। जिसमें व्यक्ति की सेहत का रास्ता गुजरता है। इसलिए किचन में ऐसे रंग का इस्तेमाल करना चाहिए जिससे वहां काम करने में मन लगें। रसोईघर में सफ़ेद, ग्रे, नीला, लाल, पीला और हरे रंग का इस्तेमाल किया जा सकता है। इन रंगों को किचन के लिए उपयुक्त रंग माना जाता है।
बेडरूम
व्यक्ति के दिनभर की थकान उतारने के लिए वह अपने बेडरूम का सहारा लेता है, जहां वह अच्छी नींद ले सकें अपना क्वालिटी टाइम बिता सकें। जिसके लिए बेडरूम का रंग भी अहम भूमिका निभाता है। बेडरूम में पर्पल या उससे मिलता जुलता रंग कराना चाहिए। क्योंकि ये रंग सेक्सुअल ऐक्टिविटी को भी तेज करता है। इसके साथ ही आप बेडरूम में गुलाबी रंग का भी इस्तेमाल कर सकते हैं क्योंकि ये रंग प्रेम और दया का प्रतीक होता है।
पूजा घर का रंग
पूजी घर जहां हर कोई कुछ समय शांति से बिताना चाहता है, लेकिन अगर पूजा घर का रंग ही अच्छा ना हो तो फिर मन में बेचेनी रहती है, इसलिए पूजा घर का रंग ऐसा चुने जिससे शांति, प्रसन्नता और सौहार्द आए। इसके लिए आप रारंगी, पीला, हरा रंग चुन सकते हैं, क्योंकि पिला रंग सूर्य का रंग माना जाता है जिससे शरीर में मेटाबॉलिजम बढ़ता है औऱ मन खुश रहता है। हरा रंग आखओं के लिए फादेमंद माना जाता है और इस रंग से शरीर की थकान भी कम होती है साथ ही तनाव से भी दूर करने में मदद करता है।
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सेहत के लिए रंगों का सही इस्तेमाल करना जरूरी होता है क्योंकि रंग नई ऊर्जा का प्रतीक होता है। जो सेहतमंद रहने में मदद करता है।
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