पीरियड्स एक ऐसी प्रक्रिया है, जिससे हर महिला को एक उम्र तक हर महीने गुजरना ही पड़ता है। कई बार महिला के पीरियड्स के फ्लो, समय और दर्द के द्वारा ही प्रजनन स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याओं के बारे में पता लगाया जा सकता है। पीरियड्स आने पर हर महिला को किसी न किसी तरह का दर्द और असुविधा महसूस होती है। यह दर्द आमतौर पर पीरियड क्रैम्प्स या डिस्मेनोरिया के रूप में जाना जाता है। हालांकि, हर पेट दर्द या पेल्विक एरिया में होने वाला दर्द पीरियड्स से जुड़ा हो जरूरी नहीं होता है। कभी-कभी यह दर्द किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है। आइए इस आर्टिकल में राजस्थान में स्थित NIIMS मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. काजल सिंह से जानते हैं कि आपको होने वाले दर्द आम पीरियड क्रैम्प्स हैं या किसी गंभीर बीमारी का संकेत?
पीरियड क्रैम्प्स कैसे होते हैं?
पीरियड के दौरान शरीर में प्रोस्टाग्लैंडिन (Prostaglandins) नाम के केमिकल का स्तर बढ़ जाता है। ये केमिकल गर्भाशय को संकुचन को बढ़ावा देता है ताकि एंडोमेट्रियल लाइनिंग (endometrial lining) को शरीर से बाहर निकाला जा सके। यही संकुचन अक्सर पीरियड्स के दौरान ऐंठन और दर्द का कारण बनते हैं। पीरियड्स होने पर आमतौर पर पेट के निचले हिस्से में दर्द होता है, जो पीठ और जांघों तक फैल सकता है। इसके अलावा, यह दर्द अक्सर पीरियड शुरू होने से कुछ घंटे पहले या उसी दिन शुरू होता है, जो 24 से 48 घंटे ज्यादा रहता है और फिर धीरे-धीरे कम होने लगता है।
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कैसे जानें पीरियड क्रैम्प्स है या किसी बीमारी का संकेत?
अगर आपको पीरियड क्रैम्प्स महसूस होने के साथ-साथ हल्की मतली, दस्त, थकान या सिरदर्द जैसे लक्षण नजर आए तो ये असामान्य नहीं होता है। पीरियड साइकिल के पहले या बाद में होने वाले पेल्विक दर्द, जो समय के साथ लगातार बढ़ता जा रहा है ये किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है, जिसे आम पीरियड क्रैम्प्स समझकर नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। क्योंकि ये इन गंभीर बीमारियों का संकेत हो सकता है-
1. एंडोमेट्रियोसिस
यह स्थिति तब होती है, जब महिलाओं के गर्भाशय की अंदरूनी परत के टिशू शरीर के अन्य हिस्सों जैसे ओवरी, फेलोपियन ट्यूब या पेल्विक वॉल पर उग जाते हैं। इसके कारण आपको ओव्यूलेशन के समय दर्द, शारीरिक संबंध बनाने के दौरान दर्द, बहुत कम या बहुत ज्यादा ब्लीडिंग होने की समस्या हो सकती है।
2. एडेनोमायोसिस
इस समस्या में गर्भाशय की दीवार के अंदर एंडोमेट्रियल टिशू बढ़ने लगते हैं, जो हैवी ब्लीडिंग, पेल्विक एरिया में दबाव या दर्द और पीरियड्स के समय बहुत ज्यादा ऐंठन होने की समस्या हो सकती है।
3. फाइब्रॉइड
फाइब्रॉइड की समस्या गर्भाशय में होने वाले गैर-कैंसरयुक्त होते हैं, जिसमें आपके गर्भाशय में गांठ हो जाती है। इस समस्या के होने पर आपको हैवी और ज्यादा दिनों तक चलने वाला पीरियड, पीठ या पेल्विक फ्लोर में दबाव और पेशाब में रुकावट की समस्या हो सकती है।
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4. पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज
यह एक तरह का इंफेक्शन होता है, जो आमतौर पर यौन संचारित बीमारी के कारण फैलता है। इस समस्या के होने पर भी महिलाओं के पेट के निचले हिस्से में बहुत तेज दर्द, बुखार और व्हाइट डिस्चार्ज की समस्या हो सकती है।
5. ओवेरियन सिस्ट
ओवेरियन सिस्ट ओवरी में तरल पदार्थ से भरे थैले होते हैं, जो कभी-कभी फट सकते हैं। इस बीमारी में आपको पेट के एक तरफ तेज दर्द, ब्लोटिंग और अनियमित पीरियड्स की समस्या हो सकती है।
6. इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम
IBS पाचन तंत्र से जुड़ी एक समस्या है, जो पीरियड्स के समय और उसके बाद भी पेट दर्द का कारण बन सकती है। इस समस्या के होने पर बार-बार कब्ज या दस्त, गैस बनना और ब्लोटिंग की समस्या हो सकती है।
डॉक्टर के पास कब जाएं?
पीरियड क्रैम्प्स और किसी गंभीर बीमारी के संकेत के बीच अंतर को समझना आपके संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। इसलिए, जब आपको गंभीर लक्षण नजर आएं तो तुरंत डॉक्टर से जांच करवाएं। जैसे-
- दर्द पीरियड के समय नहीं बल्कि किसी भी वक्त होने लगता हो।
- दर्द की समस्या समय के साथ बढ़ने लगे।
- आम दर्द की दवा लेने पर भी दर्द से राहत न मिले।
- पीरियड्स के दौरान सामान्य से ज्यादा ब्लीडिंग होने पर
- बुखार, असामान्य डिस्चार्ज या कमजोरी महसूस हो रही हो।
निष्कर्ष
पीरियड्स के दौरान हल्के या उससे थोड़ा ज्यादा दर्द महसूस होना आम बात है, जो शरीर के एक नेचुरल प्रक्रिया का हिस्सा है। लेकिन, जब दर्द बहुत ज्यादा बढ़ जाए और समय के साथ बदलने लगे और कुछ खास लक्षणों के साथ नजर आए तो आप इस समस्या को नजरअंदाज किए बिना, तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करें।
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FAQ
पीरियड क्रैम्प्स का कारण क्या है?
पीरियड क्रैम्प्स होने का मुख्य कारण प्रोस्टाग्लैंडीन नाम का केमिकल है, जो गर्भाशय की मांसपेशियों को सिकोड़ता है, ताकि पीरियड्स के दौरान गर्भाशय की परत और ब्लड को बाहर निकाल सके, और इस प्रक्रिया के दौरान आपको पीरियड क्रैम्प्स होते हैं।पीरियड क्रैम्प्स को जल्दी कैसे दूर करें?
पीरियड क्रैम्प्स को जल्दी दूर करने के लिए आप गर्म पानी से सिकाई कर सकते हैं, हल्की स्ट्रेचिंग या योग कर सकते हैं, अदरक और हल्दी का पानी पी सकते हैं और हेल्दी खाना खा सकते हैं।पीरियड बंद होने के लक्षण क्या है?
पीरियड बंद होने पर हॉट फ्लैश, रात में पसीना आना, नींद की कमी, मूड में बदलाव होना, योनि में सूखापन और वजन बढ़ने जैसे लक्षण शामिल है।
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Sep 23, 2025 07:18 IST
Published By : Katyayani Tiwari